कुछ यूं वो बिता हुआ वक्त, दिन याद आता है
ये बादल जब बारिश की इतनी बूंदे लाता है ।
गली के बच्चों के साथ मेरा बचपन भी नहाता हैं
किताब-ए-ज़िन्दगी
#बारिश
#Rain
मैं सपनो का राही और तुम
वास्विकता की उड़ान प्रिय!
मैं गणित की उलजन और तुम
हिंदी जैसी सुलजन प्रिये!
मैं नासमझी का शिकार और तुम
समझदारी की मिसाल प्रिये!
मैं एक लेख और तुम
इस लेख का भाव प्रिये!
मैं किताबें_ऐ_जिंदिगी और तुम
मेरा लिखा ज्ञान प्रिये!❤️
#selfwrite
#KumarVishwas
कुछ खेल ,खिलाड़ी हमेशा याद रहेंगे
यादों की पारी में हमेशा नाबाद रहेंगे |🇮🇳
किताब-ए-ज़िन्दगी
#MSDhoni
𓃵
#MSDhoni
(निवेदन मेरी लिखी ये पँक्तिया सभी ms dhoni के fans तक पहुँचे )
@umda_panktiyaan
एक बात❤️✍🏻
ख्वाब , ख्वाइश, खत बातो के
खामोशी के पीछे जमा कर मत रखना
बाते दिल में दबाकर मत रखना💔
सपने ,साथ ,सहारा मन मे
सबसे छुपा कर मत रखना
बाते दिल मे दबाकर मत रखना💔
प्रश्न ,प्रेम , प्रिये की आखो में😊❤️
परिणाम से हटा कर रखना
बात दिल में दबाकर मत रखना
#selfwrite
#love
हर घर की माटी चंदन हो जाए ।
हर धरा, धारा वंदन हो जाए ।
हर घर का पानी गंगा हो जाए ।
हर याद उन वीर सपूतों की
हर घर एक तिरंगा हो जाए ।
किताब-ए-ज़िन्दगी
#HarGharTirangaCampaign
#हर_घर_तिरंगा
दिल को मालूम नहीं
कुछ लिखू ,क्या लिखूं ?
इस गम कैसे पालू मैं
दिल को नहीं मालूम है
सपनो के घर मैं
घर से उन प्यार के महल में
अब वास्तविकता के
ये टूटे खंडहर कैसे संभालू मैं
दिल को नहीं मालूम है
कुछ शब्द कैसे?
जिंदगी की किताब क्या,
लिख कर सब बता लू मैं
दिल को नहीं मालूम है
#✍🏻
@ParveenKaswan
शोहरत के काम मे इतना मशगुल है
गाँव की मिट्टी तो सिर्फ़ उनके पैरों की धूल है
जिनको ज्ञान कुछ घना मिला
आज के दौर में खुदगर्ज बना मिला
अधुनिकता ने ये कैसे मोड़ दिया
उसने वो घर ,माटी, गाँव छोड़ दिया
-किताब-ए-ज़िन्दगी
जब सपनो में भी याद वो जब आते है
हम वहा भी सहम जाते है।
जब ख़ुशी से गानों में जब प्यार गाते है
हम वहा भी सहम जाते है।
जब बातो में भी लोग उनकी बात लाते है
हम वहा भी सहम जाते है ।
जब कविताओं में उनको लिखना चाहते हैं
खैर छोड़ो हम यहा भी सहम जाते है।
#selfwrite
#बज़्म #शायरांश
शहर में खुबिया होती है
गांव में खुशियां होती है
शहर सपनों से भरा होता है
गांव अपनों से भरा होता है
शहर में ईनाम होते है
गाँव में ईमान होते है
शहर में सिर्फ़ कहानी होती है
गाँव में दादी ,नानी होती है
शहर में चकाचौंध होती है
गाँव में चांदनी होती है
किताब-ए-ज़िन्दगी
#lifestyle
@kavishala
तुम जब आओगी तो खोया हुआ पाओगी मुझे
मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ भी नहीं
मेरे कमरे को सजाने की तमन्ना है तुम्हें
मेरे कमरे में किताबों के सिवा कुछ भी नहीं
–जौन एलिया
@JaunSee
सपने सुहाने लड़कपन से लगाकर
देश न आना लाडो तक की कहानीहै
माँ का दुलार एक लड़की से ,
पिता की शान एक लड़की से,
घर का मान एक लडकी से,
भाई की राखी एक लड़की से,
बहन की सखी एक लड़की से,
पति का प्यार एक लड़की से,
आशिक की की जान एक लड़की से,
ओर मेरे घर की शान भी एक लड़की से।#बेटी
हमने क्या देखा
आकाश की अनंतता ,
समुंदर की गहराई ,
हिमशिखरों की ऊंचाई ।
अच्छा होता हम देख सकते
भावनाओं की अनंतता,
आँसू की गहराई ,
किसी के विश्वास की ऊँचाई ।
क़िताब-ए-ज़िन्दगी
@umda_panktiyaan
@goonjabhivyakti
@KavyaKutir
सीमित शब्दों में कैसे लिखू,
गुरू महिमा अनंत महान हैं
सीमित शब्दों में कैसे लिखूं ,
गुरु से ही जीवन का अनंत ज्ञान है
किताब-ए-ज़िन्दगी
#GuruPurnima2023
#guruPoornima
कविता का अच्छा होना
उन बातों पर है
की उसमे
कितना तुम खुद को देख सकते हो
जैसे
वो कविता जानती हो तुम्हारे बारे में
वो प्रेम, जो तुम्हे चाहिए
वो दुःख, जो गहराई तक बसा है
वो मौन, जो मन में एक तेज आवाज है
और वही आवाज
जो कविता में है
जो तुम्हे अच्छी लग रही है ये कविता
#poetry
गम क्या मुझे जब साथ ,पापा का
कम क्या मेरे लिए सर पर हाथ ,पापा का
मैं कुछ गलत कैसे करू जब नाम,पापा का
जब मेरी ख्वाइश पूरी करने का काम ,पापा का
मेरी मेहनत ओर मिशन पापा के लिए ।
मेरी जीत ओर जश्न पापा के लिए।
सपनो पर पहरा पापा के लिए|
हँसता चहरा पापा के लिए
#fathersday2020
जिंदगी में
नई थी किताब 2021 की
उसकी अब नई कहानी होंगी
आज अंतिम पन्ना पलट दिया
कल से ये किताब पुरानी होगी❤️✍️
-क़िताब-ए-ज़िन्दगी
#2022NewYear
#नववर्ष
#HappyNewYear
#बज़्म #काव्य_कृति #बज़्म
लेखनी में प्यार लिखू ।❣️
कहानी का सार लिखू |✍🏻
बहन की डाट लिखू ।
उसके भाई का जीवन भर साथ लिखू |
लिखी ,मैंने बात मेरे ज़हन की ।
कुछ अलग ही बात है भाई-बहन की ।
सादी माटी को भी चन्दन लिखूं ❣️✍🏻
प्यार भरे आज के दिन को रक्षाबन्धन लिखू🤗
#रक्षाबंधन2021
#Rakhi
#Rakhi2021
गम क्या मुझे जब साथ ,पापा का
कम क्या मेरे लिए सर पर हाथ ,पापा का
मैं कुछ गलत कैसे करू जब नाम,पापा का
जब मेरी ख्वाइश पूरी करने का काम ,पापा का
मेरी मेहनत औऱ मिशन पापा के लिए ।
मेरी जीत और जश्न पापा के लिए।
सपनो पर पहरा पापा के लिए|
हँसता चहरा पापा के लिए
#FathersDay
😊😊
हर सुबह दौड़ जाती है
मेरे मन में एक कविता
जो हालात बया करती है
उसका जो
मेरे में है ,जो
उसमे में है,
और हा,जो
तुम में है
एक वही बात जो
मेरी कविता में है
तुम ना पढ़ सको मन का तो,
तो
पढ़ लेना मेरी लिखी कविताएं
उस में शायद तूम हो✍️
-क़िताब-ए-ज़िन्दगी
#शायरांश #बज़्म
चलो कुछ खरीद आते हैं
उस सपनो के बाजार से
एक जिंदगी नई चाहिए
एक किस्मत कीमती चाहिए
एक वक्त सख्त चाहिए
एक राही सही चाहिए
एक पुराना दिन वही चाहिए
एक सपना भी यही चाहिए
सबसे थोड़ी करीबी चाहिए
शब्दो के धन की अमीरी चाहिए
किताब_ए_ज़िन्दगी
#धनतेरस_की_हार्दिक_शुभकामनाएं
#dhanteras2023
आज के दिन दिवाली है
रात भी दिन जैसी उजाली है
आज दिन एक पर्व सा है
घर खुशियाओं के स्वर्ग सा है
ये जात-पात सिर्फ सवाली है
आज सबके घर दिवाली है
किसी भी कल्पना में ना काश हो 🙏
सभी प्रकार की खुशिया आपके पास हो ✍️
~क़िताब-ए-ज़िन्दगी
#दीपोत्सव #दीपावली_की_हार्दिक_शुभकामनाएं
All are just aspirants .
But sk sir is true inspiration ❣️ for friendship ❣️😍
कुछ उलजन ऐसी ,
कुछ बात ऐसी,
कुछ सपने ऐसे,
कुछ अपने ऐसे,
कुछ लिखा ऐसा,
कुछ सीखा ऐसा,
कुछ ,कुछ,कुछ ,में रह गया मेंरा बहुत कुछ!!!
क़िताब-ए-ज़िन्दगी
#AspirantsOnPrime
@abhilashthapli
@Hindi_panktiyan
एक बात❤️✍🏻
ख्वाब , ख्वाइश, खत बातो के
खामोशी के पीछे जमाकर मत रखना
बाते दिल में दबाकर मत रखना
सपने ,साथ ,सहारा मन मे
सबसे छुपाकर मत रखना
बाते दिल मे दबाकर मत रखना
प्रश्न ,प्रेम , प्रिये की आखो में
परिणाम से हटाकर रखना
बात दिल में दबाकर मत रखना
किताब-ए-ज़िन्दगी
@KavyaKutir
इतवार की कहानी याद है ।
नई नही सब पुरानी याद है ।
जैसे मिलता वो एक दिन जीने को
उन दिनों की कहानी याद है
हर सप्ताह के खुशी का सार था ।
कुछ बीत गया जो इतवार था ।
जवानी में कामों का पार नही ।
सब दिन आते पर इतवार नही।
किताब-ए-ज़िन्दगी
#SundayStory
#sundayvibes
माँ जैसी घर में नारी होती है ।
देवियां उसमें सारी होती है ।
किताब-ए-ज़िन्दगी
(नवरात्र स्थापना दिवस शुभकामनाएं 🙏)
जय माता दी 🙏
#नवरात्र #नवरात्रि
#Navratri2023
साल ये खत्म नही
एक साल बडा हुआ
जैसे अपने पैरो खड़ा हुआ
जिसमें
समय रफतार को बढ़ा दिया जयेगा
समय को खत्म करना मृत्यु है
समय अमर है बढ़ता रहेगा
घड़ी के काटो के बीच
सूरज,चांद तारो के बीच
किताब-ए-ज़िन्दगी
#NewYear
#NewYear2023
आज भारत को जिस पर नाज है ।
उस खिलाड़ी का नाम मोहम्मद सिराज है ।
ऐसे खिलाड़ी के नाम एक बड़ी जीत है ।
खेल के मैदान में मिया मैजिक है ।
किताब-ए-ज़िन्दगी
@kitabaizindagi
#Siraj
#IndiavsSrilanka
मैं लिखूंगा यादे😊
तमाम असूलों के साथ
गहरे रिश्ते ,बातो के साथ
सपने सारे, उम्मीद के साथ
बड़ो की बाते ,आदर के साथ
मन का दुख, हँसी के साथ
मेरी सारी कल्पना, सच्चाई के साथ
किताब_ए_ज़िन्दगी
कुछ सच्चे यारो के साथ🏅😇
#Friends
#FriendshipDay2021
कुछ ठंडी सी असर करती है ❤️
गर्मी में ये चाय
कुछ अपनो की फिकर करती है😊
घर में ये चाय
कुछ खास दोस्ती याद करवाती है😎
होस्टल में ये चाय
कुछ मन की खुशी बढ़ाती है ☺️
गम में ये चाय
कुछ प्यार और बढ़ाती है
उसके साथ में ये चाय❤️
#InternationalTeaDay
#TeaDay
इतवार की कहानी याद है ।
नई नही सब पुरानी याद है ।
जैसे मिलता वो एक दिन जीने को
उन दिनों की कहानी याद है
हर सप्ताह के खुशी का सार था ।
कुछ बीत गया जो इतवार था ।
जवानी में कामों का पार नही ।
सब दिन आते पर इतवार नही।
किताब-ए-ज़िन्दगी
#SundayStory
#sundayvibes
हार फिर हार, जीवन सफल कैसे लिखू ?
अब ऐसे जीत पर ग़ज़ल कैसे लिखू
हकीकत में खंडहर ,सपनों के महल कैसे लिखू?
अब इन उम्मीदों के साथ ग़ज़ल कैसे लिखू
मार दिए सब सपने ,सपनों का कतल कैसे लिखू?
अब ऐसे सपनों पर एक ग़ज़ल कैसे लिखू
किताब-ए-ज़िन्दगी
#life
@Hindinama2
मैं गीत लिखूंगा प्यार के
मैं जीत लिखूंगा हार के
मैं जान लिखूंगा मार के
मैं कुछ यू प्यार के श्रृंगार का यश लिख दूँगा ।
मैं प्रेम देश का लिख कर वीर रस लिख दूँगा ।
किताब-ए-ज़िन्दगी
#कारगिल_विजय_दिवस
#KargilVijayDiwas
एक बात❤️✍🏻
ख्वाब , ख्वाइश, खत बातो के
खामोशी के पीछे जमाकर मत रखना
बाते दिल में दबाकर मत रखना
सपने ,साथ ,सहारा मन मे
सबसे छुपाकर मत रखना
बाते दिल मे दबाकर मत रखना
प्रश्न ,प्रेम , प्रिये की आखो में
परिणाम से हटाकर रखना
बात दिल में दबाकर मत रखना
किताब-ए-ज़िन्दगी
#poetry