@NCIBHQ
सुलभ शौचालयों पर भी सीरीज़ बनाइये कि किस कदर यात्रियों को परेशान किया जाता है चाहे आनंद विहार बस अड्डा हो या अन्य जगह , ये सब कहने की बाते हैं कानून वानून कोई मानता नहीं है , जिसकी लाठी उसकी भैंस , कानून बताओगे मार कौन खायेगा , वैसे जैसे सरकारी बसों का ढाबों पे रोकना ?