सुरासंपूर्णकलशं रूधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कुष्मांडा शुभदास्तु मे।।
या देवी सर्वभूतेषु मां कुष्मांडा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
मां कुष्मांडा की कृपा से जीवन में ज्ञान, शक्ति, और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। उनकी आराधना से आत्मविश्वास