𓀐𓂸ඞ युवा खोजकर्ता जीवन की जटिलताओं को नेविगेट करती हू। साहसपूर्वक जीना और अपनी अनफ़िल्टर्ड सच्चाई को खुले विचारों से सबके सामने रखना बसर्मी नही है।✖️🔞❌
संभोग शरीर की जरूरत है।
जैसे इंसान को भूख लगती है,
प्यास लगती है,
उसी तरह से सेक्स की जरूरत
काम ईच्छा की पूर्ति के लिए होती है।
जब हमें भूख लगी हो और हम प्यासे हों,
तब भोजन और पानी मिलने पर
हमें तृप्ति का अहसास होता है।
इस प्रकार संभोग करने पर भी
अंदर से अलग ही तृप्ति मिलती है
हम जैसी चुदासी औरतो को हवसी और शरारती पुरुषो के नखरे उठाने पड़ते है
क्युकी अक्सर शरारती पुरुष चोदते हुए
अपना लण्ड बुर से बाहर खींचके चुत👄 पे रगड़ने लगते है
और डालने की विनती 🙏करो तो कहते है
अपनी हाथ ✊से पकड़ के डालो,
पुरुषो की यही शरारत हम औरतो को बेशरम 🥵बना देती हैं
पत्नी : नाश्ता कर लो ?
पति: ठुकाई ही मेरा नाश्ता है, तभी ठुकाई शुरू
पत्नी: लंच करे?
पति : खुदाई ही मेरा लंच, खुदाई शुरू हुई
अभी जब पति घर आया तो पत्नी पेंटी उतार कर हीटर के सामने बैठी गई,देखते ही पति बोला ये करती हैं?
पत्नी बोली भोस D के खाना गर्म कर रही हूं
हवस के पुजारी 👇👇