कविताएं मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत आश्रय हैं.।
Ordinary human but Unique | Government Employee ❤| English teacher | Gold medalist in M.A history from MDSU Ajmer.
सरकारी नौकरी की तैयारी करता विद्यार्थी...
कब उसका एक मुट्ठी भर कर का कमरा उसकी दुनिया बन जाता ..शायद उसे भी पता नहीं चलता..
जहां किताबें बन जाती उसकी प्रेमिका
एक कोने में रखी ईश्वर की मूर्ति ही बन जाती उसका शिवालय ..
और कभी प्रेमिका से रूठे विद्यार्थी का बन जाता यही मदिरालय...😊
.....
नहीं है मुझे अभिलाषा मोक्ष की .. मैं तो बस इतना चाहता हूँ
कि .. जिस रोज़ मेरी सांसों का अनुबंधन टूट रहा हो तो मेरा
सिर तुम्हारी गोद में हो और मेरी आत्मा .. जब मेरे शरीर से
छुटे तो .. उसको स्वर्ग में नहीं .. तुम्हारे ह्रदय में स्थान मिले ..!!
~तिवारी जी
#हिंदी_कोश
🖤🖤
तुम्हारे जाने के बाद
मैंने प्रेम किया
किताबों से, अपनों से,
पेड़ों से , पक्षियों से
बच्चों से , नदियों से
झीलों से आदि
और कर भी क्या सकता था
बस प्रेम के अलावा
मैंने और
कुछ सीखा ही नहीं तुमसे
भरपूर प्रेम के सिवा
Miss uh maa 🥺💝
#माँ🌠 #रूह
#हिंदी_कोश
🖤🖤
लगाव
तुम
अक्सर... इन दिनों मास्क लगाए
खड़ी होती हो बालकनी में,
मैं
मुसलसल तकता रहता हूँ तुम्हे ....
यकीन करो !
मुझे तुम्हारे चेहरे से नहीं
तुम से
लगाव है !!
~विजेन्द्र..✍🏻
#हिंदी_कोश ❣️
...
मैं शब्द पे शब्द लिखता गया
और थम गया.…. 'तुम' पर जाकर,..
तुम भी पढ़ती गई शब्दों को
रुकी 'हम' पर जाकर..
इस तरह मैंने संभाला तुमको
और तुमने संजोया हमको :)
@rishi__j_
#हिंदी_कोश ❣️
....
तुम जानते हो ?. हम इस दुनिया के सब से
खुशनसीब इंसानों में से है...!
वो क्यों ? ..
वो इस लिए के इस दुनिया में बहुत लोग प्रेम पढ़ते है... बहुत लोग प्रेम जानते है... बहुत लोग प्रेम समझतें है ....पर हमनें तो प्रेम जिया है... वो भी एक दूसरे का...!!💕
-पूर्वी
#हिंदी_कोश
🖤🖤
रात के अंधेरे में
आसमान की और
इशारा करते हुए एक दिन
तुमने मुझसे पूछा था -
" क्या तोड़ सकते हो तारे मेरे लिए? "
मैंने उसी रात घर के बाहर
बो दिए थे इच्छाओं के बीज ।
पहली बारिश के साथ
उस जगह पर खिले है
सैकड़ों तारे गुलाबी रंग के ।
●●●
[ विवेक कुमावत ]
#प्यार_शब्दों_का 🌱
कभी कभी
कितने ही खयाल
मुझे खींचकर
ले जाते हैं
तल में..तुम तक
फिर
सहसा ही
���ुछ बूंदें निकलती हैं
गालों पर पगडंडियां बनाती हुईं
सहसा ही
तुम मुस्कुराने लगती हो
मेरे होठों से
वहीं कहीं
मैं बैठ जाता हूं कविताएं लिखने
मेरे सारे शब्द
समा जाते हैं
उस एक 'तुम' शब्द में
..प्रेयसी
काश,
जिंदगी के किसी पन्ने पर
होता उसके प्रेम का
हस्ताक्षर !
ठीक वैसे ही
जैसे जज साहिबा ने
कलम तोड़ते हुए
अंतिम निर्णय किया हो
सुरक्षित कि...
"हैंग हिम टिल डेथ!"
मुकेश कुमार सिन्हा
#हिंदी_कोश ❣️
...
प्रेम क्या है...
पा लेना या खो जाना...???
संभवतः दोनों नहीं
दोनों बिंदुओं से बने रेखा खंड के
माध्यमिक बिंदु तक जाकर
कहीं बुद्घ सा बैठा हुआ
एक तरफ से देखो
वो आधा खो चुका है खुद को...
...परन्तु दूसरी तरफ से दूसरे बिंदु के और नजदीक ।।
@rishi__j_
#हिंदी_कोश ❣️
अगर तुम गिन सको तुम्हारी प्रतीक्षा में बिताए हुए लम्हों में बारिश की बूंदे ....
अगर तुम पढ़ सको मेरे वह शब्द जो मेरे हृदय में ही
अनकहे से रह गए...
अगर तुम जान सको तो मेरे अभी तक के जीवित होने की वजह ....
तो तुमको हक है वापस आने का...
@Gyan1590
#हिंदी_कोश ❣️
....
किसी दिन जब ज़बरन
जला दिया जाएगा .. वो हर पन्ना
जिस पर लिखीं मैंने .. तुम्हारे लिए कविताएं
तब तुम्हारी हथेली पर लिखूंगा मैं
सदी की एक आख़िरी .. खूबसूरत कविता ..!!
~तिवारी जी
#हिंदी_कोश
#हिंदी_शब्द
🖤🖤
उषा का आगमन
और निशा के तमस का अंत
वर्षा की चंद बूंदे
और धरती की प्यास का अंत
अन्न के कुछेक दाने
और पंछियों की क्षुधा का अंत
....
संसार की प्रत्येक वस्तु का अंत निश्चित है
तो मेरी विरह का अंत भी निश्चित होगा न
मेरे कृष्ण ...!! ❤️
@sonuprajai08
....✍🏻
#हिंदी_कोश ❣️
आज की सुबह खास है
बादल का वो टुकड़ा बारिश के साथ
तेरी यादों की फुहार भी लाया है
मैं खुद को आज सीचूंगी
मन में बसी तेरे विरह की तपिश
को इन गिली बूंदो से....
कुछ नयी कलियॉ
कुछ नये सपने
कुछ नये से तुम
खिल के मेरे सीने में
फिर से बहार ले आओगे
~मधुलिका📝
#हिंदी_कोश ❣️
अहंकार की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह कभी झुकता नही है। भूल होने पर भी इसे अपनी भूल स्वीकार नही होती । रण छोड़ देने की स्थिति में भी यह अहंकार अपने अनुकूल पड़ते घटिया अवसरों को मोर्चा बनाकर वार करता रहता है। एकमात्र अहंकार ही तो बाधा है बुद्ध होने की दिशा में..
~बराज° |
@BRSir_
प्रेम अगर समर्पण है
'
तो हमें सौंप देना चाहिए
एक-दूसरे को.
जैसे बारिश सौंप देती है बूँदे ज़मीं को.!
'
मेरा खिलना-मुर्झाना सब तुमसे है
मैं तुम्हारी छुअन से जी उठूँगा.
~नीरज |
@neerajthepoet
#हिंदी_कोश ❣️
....
सुना है, बहुत खूबसूरत है वो??
क्यों ��ा हो।।!! मोहोब्बत में जो है.. तुम ना कहती थी..."मोहोब्बत किसी आम इंसान को भी खूबसूरत बना देती है..!" ❤️
-पूर्वी
#हिंदी_कोश 🖤
प्रेम का जन्म करुणा से होता है,मोह का जन्म अहंकार से।
प्रेम कहता है कि मेरे प्रिय को सब सुख मिल जाए और
मोह कहता है कि मेरे प्रिय को सुख सिर्फ मेरे द्वारा ही मिले।
मोह बाँधना चाहता है जबकि प्रेम मुक्ति देता है।
-भगवान कृष्ण (महाभारत से)
#हिंदी_कोश ❣️
देख रही हो ये सांझ
थोड़ा स्याह रंग लिए, जैसे तुम्हारा काजल
थोड़ा सा सुर्ख लाल, तुम्हारे होठों का रंग जैसे
दरख़्त के इन झूलते पत्तों को देखो
जैसे तुम्हारे चेहरे पर बिखरी लटें..
जानती हो ये सांझ इतनी खूबसूरत क्यों है ?
क्योंकि
इस सांझ ने सारा रूप, सारा रंग, तुम्ही से चुराया है ❣️
अल्हड़पन कहूं या नादानी
बस यूं ही एक बार
प्रार्थना में बैठी मैं,
बोली ईश्वर से,
" संसार की सारी संपत्ति मेरी हो जाए "
खुद पे हसी और भूल भी गई
......
जब पहली बार तुमने सीने से लगाया
तो याद आया
ईश्वर ने "तथास्तु" कहा था
#sona
#हिंदी_कोश ❣️
.....
चाह रखी ही नहीं कभी .. किसी स्त्री के देह की .. चाह रखी
तो सिर्फ़ एक स्त्री के हाँथ की .. जो थाम सके मेरा हाँथ
केवल तब तक .. जब तक हैं साँसें .. वहां तक .. जहां तक है
दुनिया का अंतिम छोर .!!
ख़ैर!
~तिवारी जी
#हिंदी_कोश 🖤🖤
....
मेरे पगचापों की
सबसे हल्की थाप सुनती है यह घूमती धरती
जब तुम साथ होते हो, पिता!
धरती जानती है
मेरा धैर्य किसके कांधे पर टिका है
तुम्हारा होना सकल ब्रह्मांड का मुट्ठी में होना है, पिता !
#HappyFathersDay
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
प्रेम में पड़कर केवल गीत और किस्से नहीं लिखे जाते, लिख दी जातीं हैं हथेलियों पर वो वसीयतें जिन को कोई , कभी किसी अदालत में किसी और के नाम नहीं कर सकता ..!!
@Daakiya_
#हिंदी_कोश ❣️
....
जीवन में जैसी भी परिस���थितियाँ क्यूँ न हो आत्महत्या किसी भी रूप में विकल्प नही है। रात है तो प्रतिक्षा करें, सुबह जरूर होती है यह नियम है विवेक का दीप प्रज्ज्वलित रखें । गहन अंधकार छँटेगा, सूर्योदय अवश्य होगा....!!!
#BRSir
#हिंदी_कोश
🖤🖤👇
....
तुम्हारी सारी
तस्वीरें .. ख़त
और आधी अधूरी नज़्में
एक रोज़ चुनकर
आग के हवाले कर दूंगा
फ़िर ठीक
बग़ल में कुर्सी डाल
ट्रांजिस्टर पर हम दोनों की
पसन्द का कोई गाना सुनूंगा
🖤🖤
~ तिवारी जी
#प्यार_शब्दों_का 🌱
👇
लोग कहते हैं की
टूटते तारो को देख कुछ मांगने से मिल जाता है सब.. जब से तुम गयी हो तब से हर रात आसमान से आँखे लड़ाते है और ढूंढते है उनमे टूटते तारो को...
जैसे ही कोई तारा टूटता है आँखे बंद कर तुम्हे मांगते है और हर रोज इंतज़ार करते है तुम्हारा..:)
सुनो !
हो सके तो लौट आओ न ..!
एक दिन,
सहसा हीं मन में, कौंधी एक बात,
दहेज प्रथा, वरदान या अभिशाप ?
दोषी कौन ?
जिसने लिया, या जिसने दिया,
या कहीं मैं तो नहीं,
जिसने अनायास ही,
अपना भाव लगने दिया ??
~प्रीति सिंह
#हिंदी_कोश ❣️
My love for playing piano can never ever fade away.
Today I am sharing my Piano Composition ☺
Music can touch the deepest emotions ever...🎼🎹🎼
And feel free to guess the song ..comment below ❣️
#हिंदी_कोश 🖤🖤
"देखो ना ! मेहंदी का रंग कितना गहरा, कत्थई है"
"हां ! तुम्हारी आँखों जैसा"
"पता है ! मेहंदी का रंग जितना गहरा हो उतना ही ज्यादा प्रेम मिलता है"
( यह बताते हुए कितना खिलखिलाई थी तुम..आज तुम नहीं हो, पर दोस्त ! तुम्हारी हँसी का वो कत्थई रंग आज भी मैं अपने हर शब्द में रखता हूं )
बहुत बरसकर
थम गई है बारिश
बारिशों से भीगे ध्यानमग्न बुद्ध की जुड़ी हथेलियों पर
एक नन्ही चिड़िया आ बैठी है
देह से बूंदें झाड़ती है
फिर कुछ कह
नाचने लगती है
पलकें मूंदे मुस्कुरा उठे हैं बुद्ध
संसार कहता है
ज्ञानी होना बुद्ध होना है
मैं कहती हूँ प्रेमी होना भी.
-पायल
#हिंदी_कोश
....
शादी में बिना प्यार के बच्चे जन्म ले सकते हैं। शोषण और मारपीट के साथ और बिना सम्मान , भरोसे के रिश्ता चलता रह सकता है। लेकिन बिना सुहाग चिह्नों के नहीं चल सकता..!
इससे ज़्यादा नैतिक ढकोसला क्या होगा अदालत और भारतीय समाज का...!!
@Sujata1978
#हिंदी_कोश ❣️
सुनो..!
तुम आस पास होते हो, तो ज़िंदगी, ज़िंदगी लगती है, हर लम्हा मानो कोई ग़ज़ल हो जैसे.. हर शाम, मेरे नाम तुम्हारे ख़त हो जैसे.. हर सुबह, ख़ूबसूरत ख़्वाबों की हक़ीक़त हो जैसे .. हर रात, आसमाँ की बाँहें, चाँद के इंतज़ार का हसीन इनाम हो जैसे ..
और इश्क़ ऐसा कि....
...
कुछ हाँथ .. सिर्फ़ हाँथ नहीं होते ..वे होते हैं एक नदी
जिसके स्पर्श मात्र से .. हमारे मन की शाख पर बैठे हुए
अनेक भृम उस नदी की धारा में बह जाते हैं
बस कुछ ऐसा ही था .. तुम्हारा हाँथ ..मेरे लिए
जिसको छूकर .. मेरे मन के हर भृम दूर हो जाया करते थे ..!!
-तिवारी जी
#हिंदी_कोश❣️
...
किसी को प्रेम कर स���ो तो
प्रेम पत्र नहीं
कविताएँ लिखना
और प्रेषित कर देना
[ उन तमाम पतों पर
जहाँ-जहाँ तुमनें अपना प्रेम खोया है ]
कविता प्रेम के लौटने की स्थाई ज़गह है...!!
~संजय शेफर्ड
#हिंदी_कोश
.
ये सब कुछ होना तय था
हमारा ऐसे मिलना,बिछड़ता,सब कुछ
तुमने ना तो मेरे हदय में
अपना स्थान बनाने से पहले अनुमति ली
ना मेरे हदय को रिक्त करने से पहले
मगर तुम लौटना जरूर
क्योंकि तुम जाते हुवे रिक्त हदय में
एक आस छोड़ गए हो
की तुम किसी दिन लौट आओगे,
आजीवन रूकने के लिए
#हिंदी_कोश
.....
मैंने हमेशा तुम्हें वो प्यार देना चाहा जो एक पिता
अपनी नन्हीं सी बेटी को देता है
और मैंने भी तुमसे कभी नहीं चाहा कि तुम एक प्रेमिका का प्यार मुझे दो
मैंने चाहा तो बस इतना कि तुम एक मां का प्यार मुझे दो.
ख़ैर !! जाने दो ..
~तिवारी जी |
@_Tiwari_G
#प्यार_शब्दों_का 🕊️
🖤🖤
.....
जानते हो, ये बारिशें क्या है??
...ये ग्रीष्म में तपी धरती के जलते देह पर आसमाँ का प्रेम भरा शीतल स्पर्श है...
और वो मेघधनुष ... उनके ये प्रेम... ये स्पर्श का साक्षी..!! ❤️
.
प्रेम...!❣️
मन का सबसे सुंदर भाव, जहाँ प्रेमी ईश्वर से बढ़कर होता हैं और प्रेमी की इच्छाओं के मायने खुद की इच्छाओं से ऊपर होते हैं...!!...||
@_PaaTi
#हिंदी_कोश 🖤
पुरानी यादें/महकते फूल !
__
कुछ पुरानी यादें फूलों तरह होती हैं
उन फूलों की तरह, जिन्हें कभी ना मुरझाने का अनचाहा वरदान प्राप्त होता है
हम ज़िन्दगी की क़िताब को चाहे जब भी खोलें
वो वहीं, दो पन्नों के बीच अटकी हुई मिल जाती हैं हमें
एकदम तरोताज़ा ख़ुशबू से लबरेज़ ..!
#सौम्यवर्षा
....
जानती हो!
क्या .?
यही की मैंने तुममें सिर्फ़ एक प्रेमिका नहीं देखी थी
फ़िर.?
मैंने तुममें अपनी माँ को .. उस माँ को जिसका मुझे चेहरा भी सही से नहीं याद है..उस माँ को जिसका मैं कभी प्यार ही न पा सका .. उसकी छाया देखी थी..!!
काश! तुम समझ पाती .!!
-तिवारी जी
#हिंदी_कोश
🖤🖤
...
तुम हर वक़्त
इतना शोर क्यूँ करती रहती हो ??
उफ़्फ़ !!
वो बात ये हैं..
जब तुम मेरे पास आते हो, मेरी कलाई पकड़ते हो.
तो चूड़ियाँ तो खनकेगी ना
शोर तो होगा ही खनखनाहट का.
और.
जब तुम प्यार से पुकारते हो
मैं दौड़ी चली आती हुँ
तब
~गरिमा |
@gsushma55
#हिंदी_कोश
#हिंदी_शब्द
👇
सांझ के
सिंदूरी होने से श्याम होने तक
चलूँगा मैं...
उन्हीं टेढ़े मेढ़े रास्तों पर
जिन्हें छोड़ आया था दशकों पहले...
और पूरी कर लूंगा
स्वयं से स्वयं तक की यात्रा।
~मीमांषा
#हिंदी_कोश ❣️
तुम्हारा मुस्कुराने
और मेरे खिलने का
यदि कोई अर्थ नहीं हैं
तो फिर...
दुनिया के सारे प्रेमियों की किताबों में
रखे हुए सुर्ख गुलाब
प्यार के नाम पर किए गए छल हैं ..!!
~
@Arastu29
#हिंदी_कोश
🖤🖤
...
जिनके पास प्रेमिकाएँ नहीं होतीं
वे भी लिख सकते हैं
खूबसूरत प्रेम-कविताएँ
सिर्फ़ प्रेमिकाओं में
प्रेम ढूँढ़ना
दुनिया की सबसे छोटी बात है।
~ ब्रह्मदेव बन्धु
#हिंदी_कोश 🖤
निःसन्देह
ये संसार तुम्हें
ईश्वर को पूजना सिखाएगा
किंतु
ये तुम्हें ये नहीं बताएगा
कि तुम्हारा ईश्वर
प्रेम को पूजता है।
~ पायल (
@456_payal
)
#हिंदी_कोश ❣️
....
"वो हर शाम कुछ इस तरह मेरे
इश्क की हद्दे नापने आती है.!
झुकी पलकों के साथ आती हैं,
औऱ मुस��कुराते हुए चली जाती हैं !!
~गौरव वशिष्ठ |
@Ahrnish
#हिंदी_कोश ❣️
अब करना यह चाहिए। रोज़ विधानसभा के बाहर एक बोर्ड पर 'आज का बाजार भाव' लिखा रहे। साथ ही उन विधायकों की सूची चिपकी रहे जो बिकने को तैयार हैं। इससे ख़रीददार को भी सुविधा होगी और माल को भी।
~ हरिशंकर परसाई
#RajasthanPoliticalCrisis
#हिंदी_कोश ❣️
कितना अच्छा होता की
मैं अपनी ज़िन्दगी की हथेली की
किसी लक़ीर में .. मैं लिख के छुपा देता तुमको
वक़्त की .. किसी कोन वाली मेहंदी से
ताउम्र बस तुम रचती जाती मुझमें .!!
काश! मैं ऐसा कर पाता ..
~तिवारी जी
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
कविता / अधूरी किताबें
खाने की मेज से लेकर
टीवी वाले कमरे के सोफे तक...
पर कुछ किताबें हमें अधूरी
पढ़कर खुली छोड़ देनी चाहिए,
खुद को ये एहसास दिलाते
रहने से की जिंदगी में कुछ
काम अधूरे हैं
हम जी सकते हैं पूरी जिंदगी।
~ विवेक शुक्ल |
@vidrohi_officl
#हिंदी_कोश 🖤
....
जब समा जाएंगे नफ़रत के
पहाड़ पाताल में
ज्वालामुखी से निकलेगी शर्बत की धारा
मीठा हो जाएगा समंदर का खारा पानी
टूट जायेंगीं मज़हब की सारी बेड़ियां
जब सावन मेंमहादेव पर चढ़ेंगे
दूध और बेलपत्र के साथ प्रेमपत्र भी
......
-तिवारी जी
#हिंदी_कोश
👇
ठीक तुम्हारे बाद
मेरे जीवन से ईश्वर भी लौट गया था..
मैं आज भी उस दिशा की ओर
टकटकी लगा कर देखता हूं ...
जिस ओर चलते-चलते तुम ओझल हो गई थी..
इस उम्मीद में कि एक दिन ....
जैसे बारिश के साथ लौट आती है नमी..
तुम लौट आओगी
और लौट आएगा ईश्वर.............❤️
~हिमांशु
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
तुम प्रेम में पड़ जाओ अस्तित्व के
तब तुम में फूलों जैसी गंध
सुबह की ओस जैसी ताजगी आने लगेगी..
और एक अनंत धैर्य तुममें आ जाएगा ...
तुम्हारे मन की झील पर कोई लहर न उठेगी,
सब लहरें सो जाएंगी।
सन्नाटे में चुप होकर
तुम उसकी प्रतीक्षा करोगे मौन में।
#cp
#हिंदी_कोश ❣️
मेरी कविता
सुबह-सुबह जगकर
अंगड़ाई लेती हुई मुस्कराकर पूछती है
मिलेगी क्या एक प्याली गरम चाय
और मैं उसके ऊपरी होठों पर
बोसे बो देता हूँ
और वो मेरे निचले होठों पर
अपने दाँत गड़ाकर
भाग जाती है रसोई में
मात्र दो प्याली गरम चाय के लिए।
~प्रतिभा विश्वकर्मा
#हिंदी_कोश
#हिंदी_शब्द
🖤
हर बीतता दिन,
साँझ के हाथों कुछ स्याह रंग के धागे भेजता है..
मैं सारी रात,
इक उदास कमरे में अपनी इक रात बुनता हूं....
(उदास लोगों की बुनी रात में, कोई चाँद नहीं होता)
#आर्त
#हिंदी_कोश ❣️
......
तुम्हारे लिए मैंने नही बांधे
मन्दिर के बरगद पर कोई रक्षासूत्र
नही चाहता ईश्वर मेरे चक्कर मे
धर्मसंकट में पड़े
तुम्हें मेरे लिए चुने न चुने
मगर
मुझे तुम्हारे लिए जरूर चुने
तुम पर और ईश्र्वर पर सब छोड़ दिया
फैसला मैंने !!
#BeNiyaaz
#हिंदी_कोश
🖤🖤
.....
एक आवाज ..
एक खनकती हँसी..
कुछ बातें..मेरे जेहन में ..
और
कुछ तोहफ़े व जमा ख़त रखे हैं मेरे पास ..
बस...ये ही मेरी जमा पूंजी है .. मेरे पास तुम्हारी.
थकने लगा हूँ अब इनके साथ अकेला
गुजर बसर करके ..
सोच रहा हूँ कि,
अब की बारिश में बहा दूँगा ये सब....!!
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
तुम आना कभी लौटकर .. तो कुछ ऐसे आना
जैसे
आती है ज़िंदगी
आंखों में हज़ारों सपने लिए
दिल की बंज़र ज़मीं पर
प्रेम की नन्ही सी कली ख़िलाती हुई
फ़ीके से किसी केनवास पर
रंग हज़ारों बिखेरती हुई
तुम आना कभी लौटकर .. तो आना एक
नया जीवन लेकर ....!!
-तिवारी जी
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
दुःख...
प्रिय उत्तराधिकारी है प्रेम का...
जब जब तुम्हारे हृदय में
सूना होगा प्रेम का सिंहासन
उस पर आसीन होने... अविलम्ब आएगा दुःख....
#sonpiya
#हिन्दी_शब्द
#काव्यांश
....
मेरे लिए किसी बांसुरी की धुन से प्यारी है तुम्हारी पायलों की छम छम, ढलते सूरज की लालिमा से सुंदर है तुम्हारे काले काजलो की कौर, तुम्हारे माथे पर सजी बिंदिया जैसे सजाया हो आंसमा ने चांद
तुम ईश्वर की सबसे सुंदर कृति हो जिससे मुझे प्रेम है
#ek_khayal
#हिंदी_कोश
🖤🖤
________
राह भूल जाने के भय से यदि
लंबी दूरीयाँ तय नहीं करोगे तुम
तो तुम कभी नहीं जान पाओगे
कि जिस नदी को पार करना जीवनभर असंभव लगता रहा तुम्हें
एक निश्चित दूरी पर चलकर
उसपर रस्सियों का एक पुल भी था ।।
_________
@456_payal
✍🏻
#हिंदी_कोश
...
मैं,अब तुमसे किसी प्रकार का ईर्ष्या द्वेष नहीं रखता हूं, मैं उन लड़कों में हूं जो ताउम्र प्रेम किया करते हैं;
खैर! हम दोनों के हृदय चाहे जो कुछ भी रहा हो लेकिन मैं स्वयं को तुमसे अलग करके जीवन व्यतीत करना कभी भी उचित नहीं समझता हूं ;)
#unmtt
#हिंदी_कोश
🖤🖤
जब मैं
इस दुनिया में कहीं नहीं रहूँगा,
तब तुम्हारी आँखों में रहूँगा..
फिर कभी
जब तुम्हें मेरी कोई बात हंसाएगी,
आंसू बनकर
तुम्हारे होंठों तक लुढ़क आऊंगा,
फिर मुझे याद आएगा कि
मैं ज़िन्दा हूँ,
शायद तुम्हें भी।
●●●
[ अवीर दुबे ]
#प्यार_शब्दों_का 🌱
......
उस दिन
तुम सच मे प्रेम करना
जान जाओगे
जिस दिन तुम विरह में छलके
आँसुओ से बनी छबि में देख पाओगे
रुदन उसका
और अपने हास्य में सुन पाओगे
उसके ह्दय की झनकार..!!
#Sufiyana
#हिंदी_कोश
🖤🖤
________
एक पर्वत दूसरे पर्वत को धक्का दे
उसका स्थान नहीं लेता
नहीं रूठती एक नदी
दूसरी नदी से कभी
एक फूल के टूट कर गिरने पर
दूसरा फूल कभी नहीं हँसता
जो हम मनुष्य ना होकर और कुछ भी होते मित्र
पर्वत नदी या फूल
तो हमें एक दूसरे से
यूँ डर नहीं लगता
_____
@456_payal
#हिंदी_कोश
.....
सोचती हूँ कभी कभी
अग्निदाह कर दूँ उन कविताओं का
जिनमें बिखरी हैं मेरी मेरे मन की अवस्थाएं
कभी कभी सोचती हूँ बहा दूँ गंगा में अपने सारे शब्द
कर दूँ तर्पण अपने सारे स्वप्न
उन आवाज़ों को, जो गूंजती हैं
मन की शांत बावड़ी में
@Marijuaanaa_
#हिंदी_कोश
👇
कविता,
अलमारी में सहेज कर रखे,
सामान की तरह है.
जहाँ हम सहेजते हैं
प्रेम, वेदना, यथार्थ!
कविता,
मन की
कोरी भावनाओं का
सबसे पुराना संग्रहालय है!
कविता,
उदासी से भरी एक ऐसी यात्रा है
जो अंत में,
मुस्कुराहटें खोज लेती है!
●●●
[हिमांँशु मोहन]
#प्यार_शब्दों_का 🌱
#हिन्दी_कोश
....
उसका प्रेम में मौन रहना
दुनिया की सबसे कम बोले जाने वाली भाषा है
जिसका अनुवाद समय समय पर
बदलते रहता है
और मैं तुम्हारे मौन की भाषा के
समय समय पर बदलते अनुवाद को
एक स्थिरता देता हूँ अपने कविताओं में !!
-शिवाय
#हिंदी_कोश
🖤🖤
....
आख़िरी क्षण
जब अग्नि हमारा भक्षण करती है....
हम अग्नि की प्रार्थना में होते हैं...
हम बचा ले जाना चाहते हैं कुछ अधूरे स्वप्न...
अनन्त की यात्रा के लिए...
(तुम मेरा वही स्वप्न हो...जिसे मैं ईश्वर की गोद में बैठकर पुनः देखना चाहता हूं)
~आर्त
#हिंदी_कोश
🖤🖤
________
इस संसार में प्रेम से भरा जो भी है , सभी कृष्ण है.... राधा भी कृष्ण ही थे... गोपियाँ भी कृष्ण....
वो सारी लीलाएँ तो ईश्वर ने... केवल इस संसार को प्रेम सिखाने के लिए की थी.....
________
~पायल
#हिंदी_कोश ❣️
....
मैंने छिपा रखा हैं तुम्हारें सारे ख़तों को,
तुम्हारें सारे तोहफ़ों को..अपने मन की तिज़ोरी में.
तुम आना कभी दबे पाँव.
बांध के चाबियों का गुच्छा,अपनी कमरबंध में
औऱ खोल देना चुपके से ताला मेरे ह्रदय का
औऱ ले जाना मुझको भी साथ
उन ख़तों औऱ तोहफ़ों के
@Ahrnish
#हिंदी_कोश
🖤🖤
एक स्त्री मन आकाश होता है
इसमें प्रतिदिन
ना जाने कितने सितारे टूटते हैं
और हर टूटते सितारे के साथ
ये मन,जाने किस किस के लिए प्रार्थनाओं में हाथ उठाता है
ईश्वर प्रतीक्षारत है
उस सितारे के टूटकर गिरने का
जिसकी टूटन पर वो स्त्री
ये संसार भूल
अपने लिए कुछ माँगेगी
~पायल
#हिंदी_कोश
...
अच्छा लगता है तुम्हारा लिखा हुआ कुछ भी पढ़ना.. लिख देने से ज़्यादा सुकूँ देता है मुझे....💕
जो बातें तुम मुझे कह नहीं पाती हो ...वो सारी बातें तुम्हारी कविताएँ कह जाती है... चुपके से ... :)
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मैं घोर नास्तिक व्यक्ति होकर भी सड़क किनारे सैकड़ों अँगूठियाँ बिछाकर बैठने वाले ढोंगियों को न जाने कितनी बार अपनी हस्त रेखाएँ दिखा चुका हूँ, सिर्फ वही हैं जो पूरे आत्मविश्वास के साथ कहते हैं कि एक दिन तुम मेरी जरूर होगी ..!! 🖤
-विवेक शुक्ल
#हिंदी_कोश ❣️