मुंबई IIT से ऑर्गेनिक कैमेस्ट्री में डॉक्टरेट 76 वर्षीय विज्ञानी ने जब कहा, "#भारतीय_गौवंश का #प्रसाद हर रूप में मानव शरीर में #स्टेम_सेल के दायित्व का निर्वहन करता है।" समझ आया, #हिन्दू क्यों #गौ को #मां मानता है? एकमात्र मां ही है जो अपनी #संतान का सर्वदा कल्याण ही करेगी।
रायबरेली में 20 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी होने पर रिपोर्ट दो दिन में मांगी गई थी, वह रिपोर्ट 15 दिन में भी नहीं भेजी गई। सोशल मीडिया पर भी दो-चार दिन शोर मचा कर खामोशी!
@myogioffice
जब समाज के कुछ बड़बोले #जाति_वहम में लड़ते हैं, तब कोई #राजपूत ईश्वर सिंह आगे बढ़कर अपने प्राण पर खेल जाता है तो कोई #ब्राह्मण कपिल मिश्रा
@KapilMishra_IND
समाज से भिक्षा मांग कन्हैयालाल और ईश्वरसिंह, दोनों परिवारों को संबल देता है। इसे #जाति_अहम कहते हैं।
यही #सनातन है।
ये सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस भाटी हैं। कानून के ही नहीं, होटल इंडस्ट्री के अंतरराष्ट्रीय मानकों के भी ज्ञाता हैं। नेमप्लेट पर स्थगन देते समय इनका निजी अनुभव बहुत काम आया। आखिर संविधान से बड़ा होता है जस्टिस का निजी अनुभव। भारत कानून से नही, जजो के निजी अनुभव से चलेगा।
टिपण्णी करना तो नहीं चाहता, पर ना लिखूं तो अधर्म होगा। शायद उप्र के पूर्व DGP
@BrijLal_IPS
का घर हैं? फुटपाथ घेर कर स्लोप और हेज खड़ा कर लिया। राज्यसभा सांसद भी हैं। ऐसे व्यक्ति जब #कानून_सम्मत नागरिक बनने की पैरोकारी करते हैं तो एक युवा कैसे सहमत हो?
#भागवत_कथा में कुत्ते के घर के भीतर प्रवेश को निषिद्ध किया गया है। बहुत बाद में #इस्लाम में भी कुत्ते को #सुन्नत नहीं माना गया। संभव है, तब आधुनिक विज्ञान की तरह जांच संभव ना रही हो, लेकिन #टाइम_टेस्टेड विज्ञान जरूर रहा। निषेध और अनुमति ही विज्ञान है।
मुझे लगता है सुप्रीम कोर्ट के वकील
@AshwiniUpadhyay
की जनहित याचिका का वह बिंदू बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट और सरकार से #अल्पसंख्यक की परिभाषा पूछी गई है। इस एक प्वाइंट पर खड़ी अल्पसंख्यक सियासत और इमारत, दोनों ढह जाएगी।
इसी पर डटे रहिए अश्विनी भाई।
पूर्ण समर्थन।
कल ग्वालियर के शिव मंदिर में हुए सुंदरकांड पाठ के बाद हिन्दू परिवारों ने बलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। जरूरी नहीं है, हर काम में शोर हो? हल्ले से कई गुना अधिक सशक्त #मौन है। सशक्त मौन के लिए #हिन्दू_इको_सिस्टम के ग्वालियर चैप्टर और अलख जगाते युवाओं का अभिनन्दन।
#Hunger_index
यानी भुखमरी सूचकांक में बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार का दर्जा भारत से बेहतर। लेकिन इंडेक्स बनाने वाले यह नहीं बता रहे हैं, भारत में यदि इतनी ही भुखमरी है तो इन मुल्कों के लोग हर सही-गलत तरीके से भारत में क्यों घुसना चाहते हैं ? क्यों भूख से मरने को बेताब हैं ?
यह #बंगाल में जारी चुनाव अभियान है। जहां मौलाना साहब फरमा रहे हैं, "...ऐ मुसलमान! जागो! अपने बच्चों को लड़ना सिखाओ, उन्हें #हिंदुओं से युद्ध करना है।"
कितने सुंदर लोकतंत्रान्तरिक बोल हैं। सराहना तो बनती है।
कितना भी उछल-कूद लें? अपने बचाव में कितना भी "गांधी बनाम सावरकर" कर लें? कितना ही "माफीवीर" की गुहार लगा लें? लेकिन इन तमाम हो-हल्ले ओर सड़कछाप नैरेटिव को कुचलते हुए
@narendramodi
ने सत्ता के सर्वोच्च
@PMOIndia
पद से #बीर_सावरकर को स्थापित कर दिया।
जो #ट्विन_टॉवर उड़ा सकते हैं। जो #सिलचर_बांध तोड़ सकते हैं, वो कभी विस्फोट कर #टिहरी_बांध भी उड़ा सकते हैं। दिल्ली तक मैदान साफ। बंगाल में ट्रकों में ले जाते 86000 डेटोनेटर पकड़े गए। मकसद दिवाली मनाना था? कहीं कोई सरगर्मी नहीं।
खुद की तसल्ली के लिए आप कह सकते हैं #कलयुग है।
मोदी की राजनीति को थोड़े में कहूं... ""यह एक ऐसा नेता है, जो सत्ता नहीं छीनता.. बल्कि सामने वाले की सामाजिक पूंजी, नारे और नायक छीन लेता है।""
इन्हीं पर हर सत्ता खड़ी होती है। इनके बिना हर सत्ता खेत में खड़ा बिजूका है।
@narendramodi
@PMOIndia
संपादक रहते जिस व्यक्ति ने कभी कश्मीर जाकर ग्राउंड रिपोर्ट नहीं की। कोई अग्रलेख नहीं लिखा। हिन्दू नरसंहार पर खामोश रहा। इनकी पत्रकारिता में #वक़्फ़_कानून पास हुआ। पर चहुंओर चौतरफा सन्नाटा। वह पत्रकार आज #वैमनस्यता पर लेख लिख रहा है। आपकी भी कोई मजबूरी थी क्या?
मित्रो, मैंने अभी
@news18dotcom
@News18India
समूह के प्रधान संपादक और प्रबन्ध निदेशक
@18RahulJoshi
, बोर्ड के अध्यक्ष आदिल जैनुलभाई तथा मालिक मुकेश अंबानी से अंग्रेज़ी में पूछा है कि वे अपने कई बार दंडित एंकर
@AmanChopra_
पर क्या कड़ी कार्रवाई करने जा रहे हैं। पत्रकारिता के इस
दिल्ली के कोंडली पुल के पास...रोहिंग्या बस्ती। करोड़ों में खरीदी आपकी कोठी और फ्लैट की #जीवन_रेखा काट देंगे। मित्र
@KapilMishra_IND
ने आज दिल्ली में आसन्न खतरे को बेनकाब किया। आप चाहें तो कपिल को खारिज कर सकते हैं..सांप्रदायिक या फरकापरस्त बोल कर।
21 साल पहले बिहार में राजधानी एक्सप्रेस की भीषण दुर्घटना हुई। मेरे एक IPS मित्र ने जांच में पाया, नक्सली वारदात है। लिखित रिपोर्ट भी दी। लेकिन रेलमंत्री नीतीश कुमार और मूख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रेलवे की कमी से हुई दुर्घटना बताया। कोई हैरानी नहीं, बालासोर हादसा भी साजिश हो।
मेरी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के अनुज और उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी एसपी शैलेन्द्र सिंह को अपमान और उपेक्षा की लंबी पीड़ा से आज आत्मिक शांति मिली।
शैलेन्द्र भाई ढेर सारी शुभकामनाएं।💐
सुप्रीम कोर्ट ने नेमप्लेट को निरस्त कर दिया। लेकिन हिन्दू ठेले, थड़ी वाले स्वतः से अपना नाम मोटे अक्षरों में टांग सकते हैं। कोई कोर्ट, सरकार या कानून नहीं रोक सकता। समाज को दिशा मिल चुकी है। संकोच खत्म हो गया। विक्रेता-ग्राहक दोनों तैयार। दिक्कतें हैं, पर इसी में से ही रास्ता है।
मूर्ख प्रोफेसर पढ़ाते रहे, लौंडे पढ़-लिख कर IAS बनते रहे। देश चलाते रहे। कभी पलट कर यह नहीं पूछा, एक गुलाम कुतुबुद्दीन ऐबक कौन सी टेक्नलॉजी लेकर आया था जो अजमेर में #ढाई_दिन में यह मस्जिद खड़ी कर दी? गजब बलात्कार हुआ #भारत के साथ। और बलात्कार से निकली औलादें हमारी तकदीर बना गईं।
यह व्यक्ति एक जीवंत अभियान है। सत्ता की मदद के बिना ग्वालियर में
@gwaliorkefefde
अभियान चला रहा है। जगह-जगह पेड़ रोप रहा है। भीषण धूप में जाकर सींच रहा है। अपनी जेब से टैंकर मंगवा रहा है। गांधी-नेहरू ने नहीं, भारत का अस्तित्व ऐसे #मलंगों से है।
चंबल के गुर्जर गौपालकों के गांव में सौ वर्ष के ज्ञात अतीत में आज प्रथम बार #पंचगव्य_गौघृत बना। दो योग्य वैद्य जी के निर्देशन में। हमारे पास सब कुछ है, बस खत्म हो चुकी है तो #मेधा। जिससे शहर पहले ही कंगाल हैं। जरा गूगल कर पंचगव्य गौ घृत का मूल्य देखिए ना।
आदि शंकराचार्य ने पुरी जगन्नाथ मंदिर में दो परंपरा डाली। नित्य मिट्टी के नए बर्तन में भोग बने। दूसरे, हर वर्ष नया रथ। सहस्र वर्ष से ये दो नियम करोड़ों कुम्हार और काष्ठकारों को #जीविका दे रहा है। संसार में कोई कॉरपोरेट यह संभव कर सका? कोई एक उदाहरण?
#रथयात्रा
जब तक भारतीयों ने #घी (गौ वंश का) खाया, #डायबिटीज से बचे रहे। जैसे ही अमेरिकी कंपनियों ने #हेल्दी_ऑयल के नाम से रिफाइंड, सोया बीन, सनफ्लावर ऑयल परोसा। भारतीय मधुमेह, थायरायड की गिरफ्त में आ गए। #गोरी_चमड़ी को समझ आ गया। पर #भूरे_अंग्रेज अड़े हुए हैं।
टीवी बहस में एक राष्ट्रवादी पत्रकार बक रहे थे, #जनसंख्या_नियंत्रण_कानून को "बहुसंख्य बनाम अल्पसंख्यक" नहीं बनाना चाहिए। क्यों नहीं बनाना चाहिए भाई? जब #बजटीय_प्रावधान और #आरक्षण इस आधार पर तय हो सकते हैं तो जनसंख्या कानून क्यों नहीं?
यह कौन सा #उदारवाद है? कौन सी #बौद्धिकता है?
बंगाल की #राजनीतिक_चेतना भले वामपंथी हो, लेकिन #सांस्कृतिक_चेतना में #हिंदुत्व कूट-कूट कर भरा हुआ है। डीजे और भौंडे प्रदर्शन की आवश्यकता नहीं, हर जन सक्षम है।
#RGKarProtest
में #मां_दुर्गा का #रणचण्डी_नृत्य। सौंदर्य और कला का अदभुत संगम। मुक्त कंठ से प्रशंसा योग्य।
समस्या यह है, हिन्दू-मुस्लिम नफरत का हाहाकार मचा रहे #लेफ्ट_लिबरल गिरोह के एक भी बुद्धिजीवी ने दिल्ली में मुस्लिम बहुल इलाकों में घर नहीं खरीदा, ना किराए पर लिया। कोई एक तो पहल करे। हमें #नीचा दिखाओ!
#जनसत्ता के एक पुराने मित्र को बोला।
खुद #सेपरेटिस्ट हैं, झंडा उठा रहे हैं ?☺️
धनबाद की सरस्वती देवी अग्रवाल। उम्र के 72वें वर्ष में हैं लेकिन पिछले 30 सालों से मौन हैं। व्रत लिया था, जब श्रीराम मंदिर बनेगा तभी बोलूंगी। वाकई मुझे अचरज होता है, ऐसे दृढ़ संकल्प पर। क्योंकि मेँ स्वयं किसी संकल्प पर बहुत दिन टिक ना पाया। वाकई! संकल्पों का है देश है भारत।
परंपरा के इस विज्ञान का सफल प्रयोग स्वयं देखा है। चंबल की चट्टानी जमीन पर जब गौपालक अर्जुन गुर्जर के ट्यूबवेल की बोरिंग कराई। हाथ में नारियल लेकर पूरे खेत घूमा सिद्ध। एक जगह नारियल झुकने लगा। मुझे लगा, हाथ की सफाई है। पर सात घण्टे की बोरिंग के बाद पानी फूटा तो निरुत्तर हो गया।
#MCD
नतीजे आशान्वित करने वाले है।
@AamAadmiParty
के पक्ष में मत प्रतिशत का गिरता स्तर बता रहा है, आगे राह और रपटीली है। सुकून इस बात का भी है, दिल्ली के सबसे #अभिजात्य_क्षेत्रों में बीजेपी जीती है। यह अभिजात्य चेतना में बदलाव के संकेत है। भाई
@KapilMishra_IND
बधाई के पात्र हैं।
केरल में मानसून आने के 15 दिन पहले #कानपुर में भगवान जगन्नाथ मन्दिर की छत से बूंदे टपकने लगती हैं। संभव है, प्रथम दृष्टया इसे #अन्ध_विश्वास बोल आप आगे निकल जाएं। दूसरा पक्ष है, रुक कर "टाइम टेस्टेड विज्ञान" के मूल तक पहुंचा जाए, आधुनिक विज्ञान से।
यह आदमी मुझे रोमांचित करता है। जब करियर के शिखर पर था, तब इंडस्ट्री को लात मारी। अमिताभ बच्चन से ज्यादा फीस थी। आज
@nanagpatekar
का #नाम_फाउंडेशन अहमदनगर के सुदूर इलाकों में जल संरक्षण कर रहा है। हरियाली ला रहा है हजार
@RakeshTikaitBKU
इस व्यक्ति के चरण को धो कर पी लें।
बख्तियार खिलजी के अविस्मरणीय योगदान के लिए 1953 के बाद कांग्रेस ने #नालन्दा स्टेशन का नाम #बख्तियारपुर किया।
फिल्म्स डिवीज़न ऑफ़ की फिल्म "LAND OF ENLIGHTNENMENT" देखिए।
मैं चाहता हूं,
@ajeetbharti
गिरफ्तार हो। जेल जाए। #देशद्रोह पर कोर्ट में मुखरता के साथ बात रखे। #कांग्रेस को #कानून से परास्त कर लौटे और #संवैधानिक_नेता बने। अजीत का दूसरी और महत्वाकांक्षी पारी खेलने का समय आ गया है। निसन्देह, मेरे जीवन में ना सोशल मीडिया था ना परिवेश।
#समर्थन
चरक ऋषि ने #चरक_संहिता में लिखा है, "गौ के #पंचगव्य_घृत से शरीर के समस्त विकार दूर होते हैं, #बुद्धि तीक्ष्ण होती है और घर से #दरिद्रता का पलायन होता है।" रवाना होने से पहले पटना आयुर्वेद कॉलेज के विभागाध्यक्ष प्रो. श्याम सुंदर शर्मा जी का यह सन्देश रिकार्ड कर लिया।
भारत की पहली महिला राजदूत विजय लक्ष्मी पंडित थीं। जवाहर लाल नेहरू की बहन। लेकिन बिना IFS परीक्षा पास किए राजदूत बनीं। फिर भी इसे #लेटरल नहीं कह सकते। पाप लगेगा।
#सन्देशखाली ने कुछेक मित्रों के प्रति मेरी धारणा बदल दी है। बंगाल काडर के कुछेक IPS मित्रों से बात करने की इच्छा नहीं होती। साथ पढ़े हैं ऊंचे ओहदों पर हैं ममता के प्रिय हैं। लगता है, कथित सफल जीवन भी क्या इतना #नपुंसक हो सकता है? यदि यही सफलता है तो नहीं चाहिए ऐसी #सफलता।
गौपालक की चार वर्ष की बिटिया की दुःखद मृत्यु हुई तो अगले दिन बोला, "दादा! सूतक लग गया, घी नहीं बनेगा।" कारण पूछा तो बोला, "..लोग घृत का प्रयोग पूजा में करते हैं, उन्हें धोखा नहीं दे सकते।"
स्वतः प्रेरणा के इसी भाव को #धर्म_अनुशासन कहते हैं। धर्म शास्त्र में नहीं, जीवन में है।
दो पटरियों के बीच लोहे की छड़ डालकर रेलवे सिग्नल को लाल किया जा सकता है। बिहार में ऐसा हो चुका है। राजधानी को 40 मिनट रुकना पड़ा था। साजिश करने वाले तकनीक के जानकार होते हैं। आशंका है, कल का ट्रेन हादसा 2024 की तैयारी हो। कैसे भी हो, सरकार की साख खत्म करनी है?
@RailMinIndia
एक रिपोर्ट के अनुसार, बिहार-उप्र में कुल 70 लाख कां���रिए निकलते हैं। और इन कांवरियों से केवल बिहार में सावन महीने में 20 हजार करोड़ का कारोबार होता है।समझ आया...नाम/लाइसेंस डिस्प्ले होने के आदेश पर इतनी बेचैनी का सबब क्या है? आप ही बताएं, आखिर #परजीवी क्यों ना बिलबिलाए?
मनोज मुन्तशिर मेरी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के जूनियर हैं। जीएन झा हॉस्टल में रहे। इस संबन्ध से एक सवाल, किस कथावाचक और अपनी दादी-नानी से ऐसी भाषा सुनी भाई? खुद तो दूषित हो ही चुके हो, परिवार और कुल को भी दूषित कर दो? अपने घटियापन की जिम्मेदार दादी-नानी और कथावाचकों पर क्यों?
बाँदा के एक यादव फौजी भाई से गांव का व्यक्ति जूझ गया। दलित को पुजारी बनाना चाहिए। फौजी अपनी बंदूक लेकर आए, तान कर बोले, कल से तू मेरे मंदिर का पुजारी..महीने के 20 हजार, भोजन-निवास भी। सुबह चार बजे उठेगा, विग्रह की सेवा करेगा, दारू-मुर्गा बंद। नहीं तो 72 गोली। व्यक्ति भाग गया।
केंद्रीय मंत्री और आठ राज्यों के राज्यपाल रहे भीष्म नारायण सिंह जी ने एक बार निजी बातचीत में बताया था, "...प्रधानमंत्री इंदिरा जी के कमरे में सिर्फ एक कुर्सी लगती थी, स्वयं उनकी...बाकी कोई कितना बड़ा मंत्री या नेता हो, खड़े रहकर बात करता था।"
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कांग्रेस का विनम्र लोकतंत्र।
सभल DM ने शिक्षक को इसलिए सस्पेंड नहीं किया कि मोबाइल पर था। बल्कि पांच घण्टे में मात्र छह पेज कॉपी चेक की। जब DM ने दुबारा चेक किया तो उनमें भी 35 गलतियां छोड़ आगे बढ़ गए थे शिक्षक महोदय। गलत प्रचार ना करें।
प्रशांत किशोर की बात याद रखिएगा, देश की 18 प्रतिशत #मुस्लिम_आबादी ने एकजुट होकर #कांग्रेस को वोट किया। और कांग्रेस का वोट प्रतिशत मात्र 21.96% रहा। तो संघर्ष मात्र 4% का है। बकिया #लोकतंत्र के नाम पर #लफ्फाजी और #आदर्शवाद! समय नष्ट ना करें। स्वयं को संगठित कीजिए।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में रिसर्च कर रहे एक छात्र से बात हुई। निर्णय हुआ, समाज से 10-10 ₹ दान लेकर प्रयागराज स्थित महामना की जन्मस्थली का जीर्णोद्धार वैसे ही होगा, जैसे विश्वविद्यालय का निर्माण महामना ने किया। किसी संस्था या सरकार से मदद नहीं लेंगे।
निर्णय पर सहमत हैं?
इसराइल की जनता अपनी-अपनी बालकनियों पर खड़ी होकर समवेत स्वर में गा रही है। स्वयं के एक होने का संदेश। हर सभ्य/सुसंस्कृत समाज #साझापन को ऐसे ही अभिव्यक्त करता है। ताली बजाकर या बालकनियों पर खड़े हो एक साथ थाली बजाकर। STSJ के नारे लगा सड़क पर बलवा नहीं करता।
लज्जा के साथ बताना पड़ रहा है, बंगाल के DGP मनोज मालवीय हैं। और इससे भी ज्यादा लज्जित हूं यह बताने में है कि मनोज मालवीय #महामना_मदनमोहन_मालवीय के पड़पोते हैं। दुर्भाग्य से मेरी इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के सीनियर हैं। बंगाल में नारियों के साथ हुए कुकृत्य पर मनोज की चुप्पी शर्मनाक है।
भारत के पूर्व चीफ जस्टिस वीएन खरे ने बिल्कुल सही कहा, "..यदि अकूत धन नहीं है तो #न्याय की लड़ाई मत लड़िए।"
@ArvindKejriwal
ने साबित कर दिया कि उसके पास #अकूत_धन है।
यह बात तो छिपा ली गई, उत्तर प्रदेश में 12वीं परीक्षा में टॉप करने वाला छात्र शुभ चपरा #सरस्वती_विद्या_मंदिर का छात्र था। 12वीं की परीक्षा में 97.8 प्रतिशत अंक लाया। यही अगर किसी #मदरसे का #तालिब होता तो #जयकारो से आसमान गुंजा देते?
#सिलेक्टिव क्यों हो भाई?
चंबल में किसी भी गांव में देर रात पहुंच कर किसी भी घर की कुंडी खटखटा दें। बस घर हिन्दू का होना चाहिए। गृह स्वामी सोने का प्रबंध करेगा। भोजन पूछेगा, और हां बोला तो बनवाएगा। उस चंबल को संभ्रांत/शिक्षितों ने अपयश का पात्र बना रखा है।
पधारे कभी। स्वयं परख कर देखें।
#भारत_एक_खोज
भारत के प्रधानमंत्री
@narendramodi
से निवेदन है , NEET परीक्षा कराने वाली सस्था NTA के मौजूदा चेयरमैन प्रदीप जोशी की कुंडली खंगाले। आज कुछ सीनियर ब्यूरोक्रेट्स मित्रों से चर्चा में जोशी के
#UPSC
चेयरमैन रहते किए कुछ कारनामों पर चर्चा हुई। थोड़े में बहुत समझिएगा।
अजान में घोषणा की ज��ती है, "...अल्लाह का एकमात्र नबी मोहम्मद है और अन्य कोई नहीं।" सवर्ण मन्दिर में पढ़ी नमाज में भी यही एलान हुआ। यानी गुरु नानक देव भी ईश्वरीय सन्देशवाहक (नबी) नहीं स्वीकार हुए। खारिज हो गए।
"दिल्ली सरकार बनाम लेफिनेन्ट गवर्नर" के बीच अधिकारों के बंटवारे विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला. "लोकतंत्र में वास्तविक शक्ति चुने हुए हाथों में हो।"
"केवल #कोलेजियम को छोड़कर।" यह कहना भूल गया सुप्रीम कोर्ट।
चन्द कदम के फासले पर हैं। चन्द सांसों के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं..बीच में कमजोर तार की दीवार। चाह कर भी मदद नहीं कर सकते। क्योंकि मुल्क की मजहबी सियासत को मंजूर नहीं..क्योंकि देश की संसद खामोश है।
आज वो आपकी पानी की सप्लाई काट रहे हैं। बिजली चुरा रहे हैं। बोझ आप पर बढ़ता जा रहा है। कल यही आपकी खिड़की-दरवाजे बंद कर देंगे। फिर घर पर कब्जा करेंगे। धन-संपति से इतना ही मोह है तो उसी के लिए जाग जाओ। लड़ लो। या नपुंसक की मौत मरने की तैयारी कर रखी है? तिजोरी से लिपट कर?
पत्रकार यदि पलट कर बोल देता, "...अब आप मिशनरीज और जॉर्ज सोरेस के लिए राजनीति मत करो..बहुत कर लिया।"
तब शायद पत्रकारिता की गंगा मैली हो जाती? मुतमइन रहिए..बहुत जल्द यह दिन भी आने वाला है। और याद रखें, मर्यादा राजनेता तोड़ रहे हैं, पत्रकार नहीं।
एक साधारण सी महिला का दृष्टिकोण सोचने को बाध्य करता है। कह रही हैं, "...जब कभी हॉस्पिटल की बात करेंगे तो राममन्दिर ही क्यों? नेताओं के घरों में जमा करोड़ों के कालेधन पर बात क्यों नहीं?"
हाशिए पर खड़ा समाज कहीं ज्यादा जागरूक है शिक्षित समाज के मुकाबले।
अजोध्या जी में उजाड़े गए परिवारों की संख्या करीब 3200 है। समझ से परे है, #रामलला_ट्रस्ट के
@ChampatRaiVHP
क्यों नहीं ट्रस्ट के धन निकाल इनकी बसाहट करते? हिन्दू समाज ने रोका है क्या? या साथ नहीं देगा? सत्ता से अनुमति को लाचारी भी नहीं है। धन की कमी भी नहीं।
@myogioffice
आज जीवन के 60 वर्ष में प्रवेश कर गया। पर एक बात कह सकता हूं, शरीर का धर्म है, वृद्ध होना लेकिन मन, मनोभाव, चेतना, मूल स्वभाव कभी वृद्ध नहीं होता। आज भी पद, प्रतिष्ठा की चिंता किए बिना 'अपने हिस्से' का सच बोलता हूं। भोगता हूं। तब दूर किसी युवा के ऐसे शब्द फ��र नई ऊर्जा देते हैं।
मुद्दा यह नहीं है कि साबिर अली रेलवे कर्मचारी हैं और डेटोनेटर लगाकर आर्मी की स्पेशल ट्रेन उड़ाने की साजिश की। मुद्दा यह है, एक भी आलिम-फाजिल ने इसे #इस्लाम के खिलाफ नहीं कहा। चौतरफा सन्नाटा। इस्लाम के #शोर को नहीं, इस्लाम की #खामोशी को सुनने का अभ्यास कीजिए।
नए साल के पहले दिन 6000 से ज्यादा नामी-गिरामी संस्थाओं को विदेशी मदद मिलने के रास्ते बंद हो गए। क्योंकि इन्होंने FCRA के तहत नवीनीकरण नहीं कराया। जल्द ही कानून को जूते की नोक पर रखने वाले ये संगठित, ताकतवर गिरोह
@narendramodi
पर साझा हमला बोलेंगे।
वामपन्थी इतिहासकार #रोमिला_थापर ने शिगूफा छोड़ा, #हिन्दू शब्द अरबों का दिया हुआ है, क्योंकि #अरबी में #सिंधु_नदी के लिए उन्होंने #स की बजाय #हि का प्रयोग किया। जबकि #वैदिक_शास्त्रों में #हिंदुस्थान शब्द का स्पष्ट उल्लेख है। धन्य हैं! भारत के #क्रीतदास_बोधिकजन!
चंबल में मुझसे मिलने कोलकाता से वैद्य सूर्य प्रकाश शर्मा जी और पटना आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य रहे प्रो.श्यामसुंदर शर्मा जी पधारे। वैद्य जी "विश्व आयुर्वेद परिषद' के बंगाल के अध्यक्ष हैं और पुरी शंकराचार्य श्री के चिकित्सक भी हैं। आज इनसे #पंचगव्य_घृत बनाना सीखा।
उत्तराखण्ड के वीरान पड़े घर। आओ! बनाते हैं, सक्षम हिंदुओं के साथ मिलकर #ग्रीष्म_निवास। हजारों घरों को सींचते हैं चलकर। उत्तराखण्ड की बेटियां करें नेतृत्व। हो सकता है, विचार अनगढ़ लगे..पर विचार पर विचार करने की शुरआत तो हो।
यकीन मानिए,
@myogioffice
सरकार के उठाए इस कदम से सबसे ज्यादा खुश कथित दलित और पिछड़े हैं। क्योंकि यही वह समाज है, जो सबसे निष्ठावान #भक्त है और इन्हीं की संख्या #कावंड़ियों में सबसे अधिक है। काम-धंधे से महीने भर की छुट्टी लेने की क्षमता बाकियों में ना बराबर है।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मित्रों से कहता हूं, एक पुलिस का अदना सा कांस्टेबल #हिन्दू गांव या मोहल्ले में घुसेगा तो..तेरी मां का! तेरी बहन का..!
वही जब #मुस्लिम_बस्ती में पुलिस का बड़ा अफसर भी घुसेगा..फलाने भाईजान! ठिमकाने भाईजान!
सालों से यही करते आ रहे हो! और कितना अपमानित करोगे?
कोई डेढ़ सौ वर्षों तक जिस #वंदे_मातरम के गायन, उदघोष पर ब्रिटिश पुलिस हम पर डंडे बरसाती रही, जेल में ठूंसती रही। उसी "वंदे मातरम" की प्रस्तुति में गौरवबोध महसूस कर रहा है आज का #ब्रिटेन!
#इस्कान वाले आज यह बता रहे हैं, "...सन 71 में भूख से मरते बांग्लादेशियों को इत्ते-इत्ते मिलियन डॉलर की मदद की थी, और आज देखों, हमारा क्या हाल करके छोड़ा है?'
संभवतः आचार्य चाणक्य ने कहा, "जब तक धरती पर एक मूर्ख जिंदा है, सयाना कभी भूखा नहीं मरेगा।"
मेवात से लगे गुर्जरों के गांव में खूब रहा हूं। मोनू मानेसर मुद्दा नहीं है, मुद्दा है गौ हत्या। मेवात से सटे गांवों के जाट, यादव और गुर्जर युवाओं ने गौहत्या पर नकेल कस रखी है। मेवाती गांव घासेड़ा के सरपंच मोहम्मद असद भी परिचित हैं। वो भी इस सच्चाई को मानते हैं। मुद्दा #गौ है।
पत्रकार रहे व्यक्ति से ऐसी प्रतिक्रिया हैरान करती है। गांजा, चरस की खरीद, बिक्री, सेवन NDPS ACT 1985 के तहत उम्र कैद की सजा की हकदार है। जबकि शराब पर ऐसा कोई प्रतिबन्ध नहीं। जो वस्तु पहले से ही दंडनीय, प्रतिबन्ध है, उस पर सरकार को क्या फैसला करना चाहिए? कुछ भी लिखो?
ग्वालियर में बाल कटवाने निकला। रास्ते में एक व्यक्ति से पूछा, इधर किसी #हिन्दू का सलून है? तपाक से बोला, बाल कटवाने में #हिन्दू_मुसलमान क्यों कर रहे हैं? कहीं कटवा लें। अपन बोले, #मुसलमान तो आपने किया, अपन ने तो सिर्फ #हिन्दू पूछा। क्या बतौर #उपभोक्ता मेरा कोई अधिकार नहीं?
जैकी श्रॉफ मंदिर में सफाई करता है। जब विमान में यात्री साझा स्वर में हनुमान चालीसा पाठ करते हैं। तब लगता है, #श्रीराम ने #अभिजात्य_चेतना को कुचल डाला है। करोड़ो निर्धन तो पहले ही #राममय हैं। रोड़ा तो यह अभिजात थे। निःसन्देह, श्रेय #नेतृत्व को दूंगा। गढ़ ध्वस्त हो रहे हैं।
सन्दीप कहता है,"..खुद को आरएसएस का प्रचारक कहते हो, थोड़ी सभ्यता बनाए रखो।" साफ है, सभ्यता की आशा मात्र संघ से रखिए, बाकी सबको खुली छूट है, बदत्तमीजी करने की। संपादक राजेन्द्र माथुर कहते थे,"पत्रकार सामने वाले को नहीं, स्वयं को भी एक्सपोज करता है।"
हार यशवंत सिन्हा की नहीं हुई। जीत नरेंद्र मोदी की भी नहीं हुई। हार हुई है #अभिजात्य_चेतना की। जीत हुई है #देशज_चेतना की। विजित हुआ है, सनातन का #सामाजिक_न्याय।
बेशक..इस विजय में
@PMOIndia
के नेतृत्व में देश के बहुसंख्यक समाज का #साझा_योग है।
संघ का सशक्त होना आवश्यक है। वरना भाजपा के सांसद बेलगाम हो जाएंगे। संघ के पास ही जमीनी कार्यकर्ता हैं, जो जन प्रतिनिधि की वास्तविक रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं। नेतृत्व को समय रहते सतर्क कर सकते हैं। मुझे छिटपुट जानकारी है, इन दस वर्षों में भाजपा पर संघ का नियंत्रण कमजोर किया गया।
राजधानी दिल्ली में पटाखे नहीं फोड़े गए। बहुसंख्य समाज ने #सुप्रीम_कोर्ट को सामाजिक मर्यादा में रहने का सख्त आदेश सुनाया। इस अहिंसक प्रतिकार से समाज ने यह भी कहा, "...पशु हिंसा के #रक्त_उत्सव पर तुम्हारी चुप्पी से न्याय का दम घुट रहा है। तुम न्यायाधिपति नहीं, टपोरी राजनेता हो।"
बिहार के मकसूदन यादव। करीब 15 गांवों में सत्य नारायण पूजा, मुंडन समेत अन्य कर्मकांड कराते हैं। साल की दक्षिणा 50 हजार तक मिल जाती है। #ब्राह्मण विरोध में गले तक डूबे बुद्धिजीवी चाहे तो मकसूदन भाई को #मुफ्तखोर_यादव बुला सकते हैं।
पात्र बदलते हैं, व्यवस्था चलती रहती है।
सुप्रीम कोर्ट के जज भाटी साहब ने केरल के दो होटल्स का जिक्र कर ही दिया तो होटल्स के नाम भी सार्वजनिक करें। कौन सा होटेल "अंतरराष्ट्रीय मानक" का है, कौन सा नहीं? जनता को भी तय करने का अवसर दें। या फिर जज साहब का मकसद सिर्फ ख्याली कहानी छोड़ कल्पनाओं को ट्रिगर करना है? क्या समझें?
#भारत इनसे है। गांधी या नेहरू से नहीं। इस भारत को नमन कीजिए। ह्रदय से लगाइए। यह तभी संभव है जब आप स्वयं को #व्यक्ति_इबादत से मुक्त कर पाएंगे। इस भारत को
@narendramodi
ने जीवित किया। सम्मान दिया। और इसी भारत के लिए अपन ने मोदी को बिना संकोच समर्थन दिया।
इतिहास महज कागज के पन्नो पर ही दर्ज नहीं होता। अजोध्याजी के आसपास के डेढ़ लाख सूर्यवंशी क्षत्रिय 22 जनवरी को पगड़ी, पैरों में चमड़े के चप्पल पहनेंगे। ना जाने कितनी पीढियां गुजर गई नंगे पांव और खाली सिर। इस #जीवंत_इतिहास को कौन से रोमिला थापर, डीएन झा या इरफान हबीब दर्ज करेगा?
@StutiNMishra
आपकी भाषा में होंगे उर्दू शब्द। हमारी भाषा में तो भोजपुरी, अवधी, बुंदेली के शब्द प्रचुर हैं। और अपन प्रयागराज के हैं। भाषा की बैसाखी आपको चाहिए, हम उत्तर भारतीय अपनी देशज भाषा से भरपूर समृद्ध हैं।
मजेदार है, कावंड़ मार्ग पर लाइसेंस,मालिक का नाम दुकान/ढाबे के सामने डिस्प्ले करने का आदेश सबके लिए बराबर है। हिन्दू-मुसलमान, सिख, ईसाई, पारसी..हरेक के लिए। लेकिन हल्ला/बेचैनी के शिकार मुसलमान हो रहे हैं। "निजाम-ए-मुस्तफा" का कोई रुक्का आया क्या?
याद रखें, बंगाल का युवा तीन फुटबाल क्लब में से किसी एक का समर्थक जरूर है। आज
#MoumitaDebnath
की नृशंस हत्या पर ममता सरकार के खिलाफ सड़क पर #मोहन_बागान और #ईस्ट_बंगाल के समर्थक साझा होकर उतरे। साझा झंडे लहराए। पर गायब रहा #मोहम्मडन_स्पोर्टिंग क्लब।
इनकी खामोशी को ध्यान से सुनिए।
संभवतः #नदिया_के_पार वह आखिरी हिंदी फ़िल्म थी, जिसमें "विवाह समारोह" को वास्तविक ग्रामीण संस्कृति के अनुरूप फिल्माया गया था। खासकर, अवध प्रान्त की संस्कृति में। इसके बाद तो ऐसी कोई फ़िल्म कोई याद नहीं पड़ती।😢
नीदरलैंड में एकाएक #सायकल_चोरी का सैलाब आ गया। नीदरलैंड सरकार ने पड़ताल की तो पता चला, यह तो उन #शरणार्थियों की कारगुजारी है, जिन्हें #इंसानियत के नाम पर पनाह दी गई। इंसान ही नहीं आते! साथ में अपनी #तहजीब भी लाते हैं।
इटली का पित्जा सबसे महंगा और स्वादिष्ट क्यों? क्योंकि #ड्यूरम_गेहूं है। बुंदेलखंड का #कठिया भी ड्यूरम है।
@PMOIndia
ने जैसे ही #श्रीअन्न शुरू किया। कठिया का भाव आसमान छू रहा है।
@RahulGandhi
ने क्या-क्या ना छुआ, पर उठने की बजाय बैठ गए। यूंही नहीं
@narendramodi
का समर्थक हूं।
यह व्यक्ति जिया अपनी शर्तों और मुक्त वैचारिकी के साथ। जन्मा जरूर मजहबी बंदिशों में, लेकिन इसी जीवन में तोड़ कर गया हर बंधन। कम्युनिस्ट होते हुए भी इतिहास का पाठ सिलेक्टिव होकर नहीं किया। ना भारत के लंपट कम्युनिस्टों की तरह समर्पण किया कभी।
ह्रदय से सम्मान है कॉमरेड।
मेरा तो मानना है, आरक्षण से डॉक्टर बने डॉक्टर्स के नेमप्लेट पर वैधानिक सूचना लिखी होनी चाहिए, "आरक्षण प्राप्त चिकित्सक।"
यह जानने का #उपभोक्ता_अधिकार है। अब यह उपभोक्ता का संवैधानिक विवेक है, जोखिम ले या नहीं?
ममता बनर्जी ने #रामकृष्ण_मिशन पर हमला बोल भयंकर गलती कर दी। ऊपर से #बंगाल कितना भो लिबरल लगे, पर अपनी #आस्था को लेकर बेहद दृढ़ है। लेफ्ट या कांग्रेस को भी कभी यह साहस नहीं हुआ। रामकृष्ण-मां शारदा बंगाल की #रक्त_वहिका है और
@narendramodi
ने इस रक्त वहिका को थाम रखा है।
करोड़ों खर्च कर #नालन्दा तो खड़ा कर लोगे। पर क्या नालन्दा को सुरक्षित रखने की #सेना तैयार कर सकोगे? या फिर कोई #बख्तियार_खिलजी आएगा। #बख्तियारपुर बसा देगा?
म्यूजियम में "नेहरू जी की छड़ी" नाम से 75 साल से पवित्र #सेंगोल धूल खाता रहा। और ठीक बगल इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के तीन-तीन इतिहास विभाग के प्रोफेसर 75 साल से पगार लेते रहे। लेकिन एक किलोमोटर का शोध नहीं कर पाए। तभी कहता हूं, इन बौद्धिकों को अपने दस किमी दायरे का ज्ञान नहीं।
कुछ #मूर्ख_विद्वान लिख रहे हैं,
@narendramodi
के साथ खड़ी #गौ, भारतीय नहीं विदेशी हैं। क्या समय आ गया है, #भारतीयता की पहचान सकने की क्षमता भी खो चुके हैं कथित अंग्रेजी पढ़े-लिखे।
ट्विटर पर अंगुलियों पर गिनने लायक उन चंद मुस्लिम्स की प्रतीक्षा है, जो बाबर-औरंगजेब से अपना रिश्ता तोड़ कहें, #ज्ञानवापी हिन्दू तीर्थ है..इस्लाम पर बदनुमा दाग धोने का समय आ गया है।
हालांकि मेरा अटल विश्वास है, आखिर में नाउम्मीदी ही हाथ लगेगी। 20 करोड़ की सोच एक है।
सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी छह वर्ष की आयु में पटना से काशी आ गए। ज्योतिष और आयुर्वेद का अध्ययन करने। आयुर्वेद का योग से नाभि-नाल का संबन्ध है। आज उन्ही के स्वर्ण मंदिर में #योग को सिख पंथ के विरुद्ध करार दे FIR करा दिया गया?