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समता समानता स्वतंत्रता एकता बन्धुता आपसी भाईचारा बौद्धिक तार्किक एवं अम्बेडकरवादी विचार धारा को आगे बढाना।
जय भीम नमो बुद्धाय
पूना पैक्ट क्या है पढ़िए.
बाबा साहेब ने अछूतों की समस्याओं को ब्रिटिश सरकार के सामने रखा था....और उनके लिए कुछ विशेष सुविधाएँ प्रदान किये जाने की मांग की....
बाबा साहेब की तर्कसंगत बातें मान कर ब्रिटिश सरकार ने विशेष सुविधा एँ देने के लिए बाबा साहेब डा. अम्बेडकर जी का आग्रह मान
18 विद्यालय खोले। 1854 ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले ने एक अनाथ-आश्रम खोला, यह भारत में किसी व्यक्ति द्वारा खोला गया पहला अनाथ-आश्रम था। साथ ही अनचाही गर्भावस्था की वजह से होने वाली शिशु हत्या को रोकने के लिए उन्होंने बालहत्या प्रतिबंधक गृह भी स्थापित किया।
समाजोत्थान के
@ScienceJourney2
शायद भारत मे ही ऐसा संभव है पुरखों के नाम पर तरह तरह की अन्धभक्ती की जाती।
साथियो किसी भूखे इंसान के पेट में भोजन जाने से भूख मिटती केवल नाम लेकर उसके नाम से भोजन निकाल कर रख दे और भूखे आदमी से कहे कि आपने तो भोजन कर लिया है तब हमे यह सुनने को मिलेगा कि नही यह सम्भव नही है तो फिर
मान० कांशीराम साहब इस सदी के महानायक हैं ! जिन्होंने बाबा साहब के अधूरे कारवाँ को मंज़िल तक पहुँचने के लिये अथक संघर्ष किया ! उनके योगदान को ध्यान में रखते हुए उनको भारत रत्न अब तक की केंद्र सरकारों को देना चाहिए था !!
बाबा साहेब का मिशन आधूरा हम सब मिलकर करेंगे पूरा। मान है सम्मान है जय भीम के नारों। जब तक जुल्मी जुल्म करेगा सत्ता के गलियारों में चप्पा चप्पा गूंज उठेगा जय भीम के नारों से।
@Profdilipmandal
Sir ICS coaching की online classes में babita mam के द्वारा पढाया गया कि ब्राह्मण अध्यापक ने अपना सरनेम बाबा शाहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को दिया। मुझे भी waiting for visa पढना पडेगा #जयभीम
आज के दिन इन्द्र मेघवाल जो दलित छात्र विद्यालय में प्रतिदिन पढ रहा था प्यास लगी तो उसने सार्वजनिक मट��े से पानी निकाल कर पी लिया तभी मनूवादी आध्यापक ने बच्चे को पानी पीने के जुर्म में डंडे से पीट पीट कर अधमरा कर दिया जिस कारण बालक की म्रत्यु हो गयी
विनर्म श्रद्धांजलि।
बाबा साहेब की तर्कसंगत बातें मान कर ब्रिटिश सरकार ने विशेष सुविधा एँ देने के लिए बाबा साहेब डा. अम्बेडकर जी का आग्रह मान लिया.....और 1927 में साइमन कमीशन भारत आया,
मिस्टर गांधी को साइमन कमीशन का भारत आना पसंद नहीं आया,
अतः उन्होंने जबर्दस्त नारे लगवाया, "साइमन कमीशन गो बैक"
साथियों 5 सितंबर को हम शिक्षक दिवस के रूप में हर साल मानाते देश में सर्वप्रथम शिक्षा के द्वार खोलने वाले महानायक महानायिका को सत सत नमन जिन्होंने सर्वप्रथम सन 1848 में देश का पहला विद्यालय खोला वह भी अपने निजी पैसों से जिसमें नि:शुल्क शिक्षा दी जाती थी शिक्षा की देवी सावित्री बाई
24 सितम्बर 1932 को आँखों में आंसू लिए हुए बाबा साहेब ने पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर किये इस संदर्भ में बाबा साहेब का नाम अमर रहेगा क्योंकि उन्होंने मिस्टर गांधी को जीवन दान
मनुवाद की रीड की हड्डी को जूते की नोक से ठोकर मारकर उखाड़ फेंकने वाले रामास्वामी पेरियार के शिष्य रामास्वामी ललई सिंह यादव की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन
साथियों ललई सिंह यादव बहुजन हित के लिए बहुत कार्य किये। उन्होंने सच्ची रामायण नाम की एक पुस्तक लिखी जो सच का आईना दिखाती है
@Imran_Shakeel_
बसपा के खिलाफ़ दुस्प्रचार चलाया जा रहा यह प्रत्येक चुनाव में मीडिया अपनी तरफ से नेगेटिव नरेटिव बनाती है है बसपा को बदनाम भी करती है यह काम करने मे कामयाब भी रहे है वह लोग बसपा को चाहिए कि अपना खुद का आईटी सेल तैयार करे ताकि अफवाहों का खंडन हो सके।
लडने के लिए पढना होगा पढने के लिए लडना होग
किताबें तो बहुत सी पढी होगी तुमने हक और अधिकार जानने के लिए संविधान पढना होगा।
बाबा शाहब डा भीम राव अम्बेडकर जी
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को कोलकाता में स्थापित किया गया था जिसको 1937 को स्थायी रूप से मुम्बई में मुख्य कार्यालय बना दिया गया भारत के स्वत्रंत होने के बाद 1 जनवरी 1949 को भारतीय रिज़र्व बैंक का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया डॉ बाबा साहब भीमराव आंबेडकर जी के दिशा
3 जनवरी सावित्रीबाईफुले जयंती एक राष्ट्रीय उत्सव की तरह मनाना चाहिए हर गांव गली चौक मोहल्ले मे सावित्रीबाईफुले की तश्वीर लगाकर उनके सम्मान मे इकठ्ठा होकर उनकी तश्वीर को माल्यार्पण करना चाहिए
उनके जीवन दर्शन पर चर्चा करनी चाहिए और महात्माफूले की किताब गुलामगिरी गिफ्ट करनी चाहिए
EWS का जमकर विरोध होना चाहिए. EWS संविधान विरोधी है. आरक्षण का आधार जातिवाद छुआछूत और शैक्षणिक पिछड़ापन है ना कि गरीबी.
EWS आरक्षण ने आरक्षण को गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम बना दिया है
मा. श्री चन्द्रशेखर आजाद
दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण करवाने वाली सरकार बताते कि डीडी पर धारावाहिक "डा.अम्बेडकर" का प्रसारण कब से किया जायेगा ?
#दूरदर्शन_पर_अम्बेडकर_धारावाहिक_कब
ब्राम्हणवाद का आस्तित्व केवल दो बैसाखी में जुडा है जिस दिन यह बैसाखी छिन गयी उसी दिन से भारत विकास के पथ पर दौड़ पडेगा
ब्राम्हणवाद अंधविश्वास दंगा पर टिका हुआ है
बाबा शाहब अम्बेडकर
किसानों को न्याय दे सरकार बर्फीली ठंढ में देश के अन्नदाता सड़कों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं रात दिन मेहनत करके किसान फसलों की सुरक्षा करके, देश के लिए अनाज सुरक्षित करता है किसानों के साथ नइनसाफी हमें मंजूर नहीं है। #जयभीम
स्वाभिमान आत्मसम्मान वह भी गरिमा से सुसज्जित समाजिक स्तर का सम्मान हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है हमे विचारों की स्वतंत्रता है साथ मे किसी की गरिमा पर ठेस न पहुंचे राष्ट्रीय एकता अंखणता बनी रहे इसका भी ध्यान रखना पडेगा अभिव्यक्ति की आजादी हर नागरिक को समान संवैधानिक आधिकार हैं
मिस्टर गांधी कम्युनल एवार्ड के विरोध में थे....वे नहीं चाहते थे कि अछूत समाज हिन्दुओं से अलग हो....
वे अछूत समाज को हिन्दुओं का एक अभिन्न अंग मानते थे....
लेकिन जब बाबा साहेब डा. अम्बेडकर ने गांधी से प्रश्न किया कि...
Q~अगर अछूत हिन्दुओं का अभिन्न अंग है तो फिर उनके साथ जानवरों
साथियों बाबा साहब ने संविधान बना कर सबको समता स्वतंत्रता आपसी भाई चारा न्याय छुआ छूत जैसी प्रथा को समाप्त करने का काम किया हमे गर्व होना चाहिए आज हम जो भी है वह बाबा साहब की बदौलत हैं विश्व में जिन्हें ज्ञान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है जय भीम दोस्तो x परिवार
@ScienceJourney2
बौद्ध सभ्यता दुनिया की सर्वश्रेष्ठ महान सभ्यताओं मे शुमार है यूरोप ईरान से चलकर भारत मे कुछ विशेष लोगों का आगमन हुआ भारत की सरलता उन्हें पसन्द आयी और वह देश में परयटक के रूप में घूमते रहे लोगों से सहायता माग कर जीवन व्यतीत करने लगे फिर धीरे-धीरे भारत पर कब्ज जमा लिए और छल कपट से
@ScienceJourney2
मनुस्मृति बहुजनो के खिलाफ रचा गया साजिश व उनको बिना किसी गलती के दंड देने की की किताब तभी तो तभी बाबासाहब ने अग्नि दहन कर दिया था मनुस्मृति को 25दिसमाबर 1927 को।
ऐसा चाहूं राज मैं जहां सभी को मिले अन्न छोटे बड़े सम बसैं रविदास रहें प्रशन्न।
उच्च कोटि के विद्वानों के विद्वान संत कवि
शिरोमणि रविदास जी महाराज
इन्होने अपने लेखों के जरिए मनुवाद जातिवाद की रीड की हड्डी उखाड़ दिया था इनके सामने ब्राम्हणवाद घुटने टेक दिया था। नमन म���ामानव
@KraantiKumar
कोई भी कानून असंवैधानिक रूप लागू करना उचित नहीं है संसद को चाहिए कि मूलकानून sc ST रिजर्वेशन विल लाकर सांसद के माध्यम से वापस कराये। #जयभीम
👉 #बाबासाहब द्वारा दिया हुआ हिन्दू कोड़ बिल...✍️
1.महिलाओ को पुरुषो के बराबर का क़ानून आधिकार
2. महिलाओ को अपनी मर्जी से बच्चा गोद लेने का अधिकार।
3.किसी भी जाति के लडके या लड़की से विवाह करने
का अधिकार,,,
4.पति और पत्नि का एक ही समय मे एक ही विवाह
करने का अधिकार
सावित्रीबाई फूले ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। अपने जीवनकाल में पुणे में ही उन्होंने 18 महिला विद्यालय खोले। 1854 ज्योतिबा फूले और सावित्रीबाई फूले ने एक अनाथ-आश्रम खोला, यह भारत में किसी व्यक्ति द्वारा खोला गया पहला अनाथ-आश्रम था। साथ ही अनचाही गर्भावस्था की वजह से होने वाली
@KraantiKumar
देश में दंगा होना सभी के लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए विना जाति मजह देखे सबको मिलकर जातिवाद का विरोध करना चाहिए
न्याय सभी के लिए बराबर है।
यह सत्य है सलमान खान, शारूखखान देश के सुपरस्टार हैं।
रुतबा मेरे सर को तेरे संविधान से मिला है
यह सम्मान भी तेरे संविधान से मिला है
औरों को जो मिला मुकद्दर से मिला होगा
हमे तो मुकद्दर भी तेरे संविधान से मिला है
#जयभीम_नमोबुद्धाय
कौशांबी लोकसभा सीट चुनाव लड़ रहे छेददू जी को पहले नामांकन वाले दिन अपमानित किया गया था और आज उनका पर्चा खारिज कर दिया गया यह लोकतंत्र की हत्या है ऐसे देश देशद्रोही अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें
@ECISVEEP
#JusticeForChhedduChamar
संत रविदास कबीर दास ज्योतिवारावफूले सावित्रीबाई फूले संभूक रिषि तुकाराम गोराकुम्हार विरसा मुंडा आदि ने जातिवाद को खत्म करने के संघर्ष किया रविदास कबीरदास ने तो दोहे चौपाइयों के माध्यम से जातिवाद की नीव हिला कर रख दिये समाज प्रभावित तो हुआ लेकिन पूर्णतया परिवर्तित नहीं हो सका कारण
डॉ0 भीमराव अम्बेडकर को लोग सिर्फ संविधान निर्माता और Sc st obc की आजादी के मसीहा के रूप में जानते है। उनके द्वारा किये गए वो अविस्मरणीय कार्य जो sc st obc के लिए नहीं अपितु प्रत्येक भारतीय के लिए थे ।
1. तीव्र विरोध के बावजूद उन्होंने महिलाओं सहित सभी को वोट का संवैधानिक अधिकार
देश में समाजिक कुरीतियों के चलते समाज के निम्न तपको को समाजिक बराबरी न मिलने की वजह से समाज पिछड़ता चला गया यह बात समान्य बात नही है की समाजिक गैर बराबरी के चलते लोग कितना पिछडे।
महात्मा ज्योतिवारावफूले, सावित्रीबाई फूले, तुकाराम, गोराकुम्हार, विरसा मुन्डा, सन्त रविदास, गुरु घसीट
@KraantiKumar
फाइटर जातियों की वजह से एसी एसटी आरक्षण जिंदा है। यह सच्चाई है और इतिहास भी है। हमें आलग करने वाले लोग। अलग करने के बाद चुपके से हमारे आरक्षण को ही खतम कर देंगे।
वेरोजगारो को रोजगार तथा शिक्षा स्वास्थ्य उपलब्ध कराना सरकार का दायित्व व कर्तव्य है इसे पाना नागरिकों का संवैधानिक अधिकार है युवाओं के भविष्य के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना असंवैधानिक है जागो युवाओं जय भीम नमो बुद्धाय
#Nation_Hate_Modi
भगत सिंह (जन्म: २८ सितम्बर १९०७ मृत्यु: २३ मार्च १९३१) इन्होंने देश की आज़ादी के लिए अभूतपूर्व साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया। पहले लाहौर में साण्डर्स की हत्या और उसके बाद दिल्ली की केन्द्रीय संसद में बम-विस्फोट करके अंग्रेजों को भयभीत कर दिया।
शत शत नमन 🙏
कांशीराम मानते थे देश की इस विशाल आबादी को राजकाज अपने हाथ में लेना चाहिए. इसे वे सामाजिक लोकतंत्र की स्थापना और देश के विकास के लिए अनिवार्य मानते थे. इसके लिए वे सामाजिक वंचितों के आर्थिक सबलीकरण के भी प्रबल पक्षधर रहे.
इस विचार को मूर्त रूप देने के लिए कांशीराम ने अपना ध्यान