@SambitRSS
@SamarZodiac
संबित जी,कांग्रेस को अब दिखने लगा है कि २०२४ के बाद भी इस देश का नेतृत्व नरेंद्र मोदी जी ही सम्हालने वालें हैं. इसलिए सनातन धर्म की बातों से वे भयभीत हो रहे हैं.
@akhileshsharma1
अखिलेश जी,लॉकडाउन की अवधि बढ़ाया जाना सुरक्षा की दृष्टि से सुदृढ़ कदम साबित होगा.इसके साथ केंद्र की तरह राज्य सरकारों को भी मंत्री विधायकों का ३० फिसदी वेतन काटौती का अनुशरण कर लेना चाहिए.
@PriyankaJShukla
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में गरीबों को शिक्षा की ऊंचाइयों पर पहुंचाने में तत्कालीन कलेक्टर डा.प्रियंका शुक्ला की मिसाल अमिट स्याही से लिखी जा चुकी है.
@akhileshsharma1
अखिलेश जी, स्व.दिलीप सिंह जूदेव का कोई भी मुकाबला नहीं कर सकता है. चुनाव परिणाम से पहले उन्होंने ही उस्तरा लेकर नाई को बुला लिया था. मैं उस वक्त जूदेव जी के साथ में ही जशपुर में था. वंहा देश भर के मिडिया वाले उपस्थित थे.
किसी भी संवाददाता की साख के लिए उसकी खबर के आधिकारिक खंडन से बड़ा झटका कुछ नहीं होता। कोरोना संकटकाल में ऐसी कई अफ़वाह रूपी खबरों का सरकार की ओर से खंडन किया गया है। राज्य सरकारें इस महामारी का इस्तेमाल पत्रकारों पर FIR कर पुराना हिसाब चुकता करने के लिए न करें।
@akhileshsharma1
अखिलेश जी,बस्तर में माओवादियों की समस्या को विकराल रूप बनाने में राजनीतिक दल के जिम्मेदार लोगों का ही हाथ है. हर बार एक दूसरे पर दोषारोपण करके इस समस्या को ठंडे बस्ते में रख दिया जाता है. चार दशक से यंहा कोई बदलाव नहीं आ पाया है.
@akhileshsharma1
अखिलेश जी, हिंदी पत्रकारिता में ऐसी दरिद्रता पंजाब आतंकवाद के वक्त भी मैंने देखी थी. उस वक्त अखबारनवीस " आतंक 13 " 15.23, जैसी हैडिंग देने लगे थे.ये खबरें पहले पन्ने परहोती थी.
कोरोना के वक्त यह व्यवहार बेहद दुखद है.
@brijmohan_ag
@BJP4India
आपके जैसे जमीन से जुड़े लोगों के चलते ही इस राजनैतिक दल को भारतवर्ष के साथ पूरे विश्व में अलग पहचान मिली है. हमारे बृजमोहन भैया को हार्दिक बधाई.
@AnupamPKher
अनुपम जी.आपको शिमला के नजदीक की पहाड़ी वाले ज्ञानचंद जी नहीं पहचानते तो कोई बात नहीं. लेकिन कश्मीर के सभी मक्कार आपको अच्छी तरह पहचानते हैं. जिन्होंने साजिश के तहत कश्मीरी पंडितों को वंहा से हटाया था.
@SanataniPurnima
लाल ईमली की गरम चद्दर ओढ़ने वालों ज्यादातर उम्र दराज लोगों को शायद इस कम्पनी के बारे मे इतनी विस्तृत जानकारी नहीं होगी. अच्छी जानकारी।
@AwanishSharan
सर,आपको लगातार सफलता, यश सम्मान मिले.
आपका जशपुर , बलरामपुर का कार्यकाल मैंने देखा है. IAS के बावजूद आपने कभी घमंड हावी नहीं होने दिया. मुझे नहीं लगता कि आप में कभी भी ऐसी बुराइयों को लेकर बदलाव आ पाऐ. आप सदैव सफलता की उचाईयों को प्राप्त करते रहें.
@AwadheshMishra_
हद नहीं, निर्भिक, निष्पक्ष और बेबाक ग्राउंड स्टोरी है.पोर्टल ने तो यह काम काफी आसान कर दिया है. एक ईंट उठाईये, सैकड़ों जिला प्रतिनिधि, ब्यूरो चीफ और सनदापक जैसे कीड़े मकोड़े देखने को मिल सकते हैं. इनकी बयाकरन हमसे अच्छी है.
@HarshPandey2019
कॉश, एक बार हाईकोर्ट की नजर कटनी गुमला NH 43 पर भी पड़ जाती तो देश के सामने सिस्टम की बदहाली का नजारा सामने आ जाता. पिछले दिनों ही इस बदहाली को रायपुर भास्कर ने प्रमुखता से उजागर किया था .लेकिन सिस्टम शून्य है.