देश में युवाओं की आत्महत्या चिंताजनक है, पिछले दशक में जबकि 0-24 आयु के बच्चों की संख्या 58.20 करोड़ से घटकर 58.10 करोड़ हो गई,आत्महत्या दर 6,654 से बढ़कर 13,044 हो गई है।
भारत आज सबसे युवा आबादी वाला देश है,
महंगी शिक्षा, पेपर लीक और भयंकर बेरोजगारी युवाओं के लिए शाप बन चुका है।