@RebornManish
नेहरू के समय सरकारी और प्राइवेट नौकरी करने वालों की तनख्वाह और आज के समय में सरकारी और प्राइवेट नौकरी करने वालों की तनख्वाह की भी तुलना कर ले मूरख!
मोबाइल शाॅप,बाइक शोरूम,चिकन,मटन शाॅप, शराब की दुकान पर भीड़ देख,मंहगाई से कोई परेशान नहीं है तुचिये।
क्युं नकारात्मकता फैला रहा है?