देश के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क TV9 में News Director। बाबरी ध्वंस के वक्त विवादित इमारत से कोई सौ गज दूर था। कारसेवा, शिलान्यास, विवादित ढांचा खुलने का चश्मदीद
अयोध्या का मतलब है, जिसे शत्रु जीत न सके। युद्ध का अर्थ हम सभी जानते हैं। योध्य का मतलब जिससे युद्ध किया जा सके। मनुष्य उसी से युद्ध करता है, जिससे जीतने की संभावना रहती है। यानी अयोध्या के मायने हैं, जिसे जीता न जा सके।आज अयोध्या जीत गयी।यह आस्था की जीत है।आभार
@narendramodi
ji.
अर्णव से आप असहमत हो सकते है। पर अर्णव से पुलिसिया बदसलूकी और गिरफ़्तारी अभिव्यति की आज़ादी पर हमला है।इतिहास ने पहले भी साबित किया है कि गिरफ़्तारी से अभिव्यक्ति की आज़ादी का गला नही घोंटा जा सकता है। हम इसकी निंदा करते है।
@republic
@YRDeshmukh
अब सॉंसे नही,भरोसा टूट रहा है।सिस्टम से,सरकार से,रिश्ते नातो से।कोई कामका नही सिर्फ़ बीमारी से नहीं लड़ना है।पहले जॉंच के लिए लड़िए।अस्पताल के लिए लड़िए।बेड के लिए लड़िए।आक्सीजन के लिए लड़िए।रेमेडिसिवर के लिए लड़िए।फिर आत्मीयजनों से दूर एकॉंत से जूझते नियति का फ़ैसला मंज़ूर कीजिए
दुनिया की सबसे बड़ी ‘वेडिंग सेरिमनी।’ सबसे लम्बा वैवाहिक कार्यक्रम,सबसे ज़्यादा शामिल होने वाले लोग,सबसे ज़्यादा जगहों पर होने वाला रिसेप्शन।बिना किसी इंवेट मैनेजमेंट कम्पनी के यही महाशिवरात्रि की ताक़त है। महाशिवरात्रि यानी भोलेशंकर का पार्वती से विवाह।मंगलकामनाएँ
#Mahashivratri
लॉकडाऊन में मिठाई की तलब न सही गयी तो बेसन लड्डू बनाया। साढ़े सत्रह लड्डू बने, आधे खुद ही खा गया।लड्डू बेजोड़ थे क्योंकि मिठाई के गुर मैंने बचानू से सीखे थे। बचानू साव काशी के ‘मिष्टान्न पुरुष’ थे।भारतछोड़ो आंदोलन में तिरंगा फहराना जुर्म था तब उन्होंने तिरंगी बरफी का ईजाद किया।
कौन शंकराचार्य ? अविमुक्तेश्वरानंद ! जिनका शंकराचार्यत्व अभी न्यायालय के विचाराधीन है।
इन अविमुक्तेश्वरानंद ने बनारस में
@narendramodi
के खिलाफ वोट देने की अपील की थी।इस विरोध की अपील में महत्व की भूख नहीं तो क्या थी? क्या ऐसी अपील शंकराचार्य परम्परा का काम है।आदरणीय संपादक जी
दुर्भाग्यपूर्ण टिप्पणी। शंकराचार्य परंपरा, उसकी गुरुता से सुपरिचित विद्वान शंकराचार्यों को महत्व का भूखा कहे बहुत विचित्र बात है। वैसे धर्मावतार के अवतरण के पश्चात् अधिकतर धर्मगुरु तो दंडवत् हैं ही लेकिन जो कुछ शास्त्रीय मर्यादाओं की बात उठा रहे हैं उनका उपहास तो न किया जाए।
कृष्ण विसंगतियों के साधक है।वे रागी भी है विरागी भी।योगी भी है भोगी भी।नर भी है नारायण भी।वे इकाई हैं और अनंत भी।रण दुर्मद भी है रणछोड़ भी।विराट भी है सूक्ष्म भी।चक्रधर भी है मुरलीधर भी।वे नाचते है गाते है और रौद्र रूप भी दिखाते है।ऐसे विसंगतियों के साधक का जन्मदिन मुबारक।
अयोध्या में 6 Dec को जो कुछ हुआ वह किसी भी हिंदू परंपरा में मान्य-प्रतिष्ठित नही पर वह हुआ क्यों इस पर विचार करने को भी कोई तैयार नही। कोई इसे बूझने को तैयार नही कि इस आक्रोश की जड़ें कहां हैं।सिवाए इसके कि राजनैतिक दल ध्वंस के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हैं
#ayodhyakasach
ये है हमारे संवाददाता कुमार कुंदन। जिन्होंने कोरोना की पहली ट्रायल वैक्सीन 8 सितम्बर और दस अक्टूबर को ली।कुंदन तीन महीने से स्वस्थ है कोई प्रतिकूल प्रभाव भी नही है।वैक्सीन के लिए तैयार रहे अफ़वाहों पर न जाए। वैज्ञानिकों और
@BharatBiotech
का शुक्रिया।
@PMOIndia
@HMOIndia
@AmitShah
22 जनवरी को मैंने भी देखा:
१)बाबर ने तलवार के बूते जिस आस्था का ध्वंस चाहा था।वह आस्था पॉंच सौ साल बाद देश के आहत स्वाभिमान की पुनर्स्थापना करते फिर से उठ खड़ी हुई है।
२)छद्म धर्मनिरपेक्षता की छाती पर सिर्फ़ एक मंदिर नहीं हमारी सनातनी आस्था का शिखर दिखा।
३) जिस देश में राम
कल हमने देखा: १) हिंदू धर्मावतार सम्राट मोदी का राज्याभिषेक, २) धर्मसत्ता और राजसत्ता का संपूर्ण एकीकरण, ३) सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का धार्मिक राष्ट्रवाद में रूपांतरण, ४) धर्मगुरुओं का पंक्तिबद्ध-करबद्ध होकर एक 'राजा' के आगे समर्पण, और ५) हिंदुराष्ट्र भारत की ओर एक निर्णायक कदम।
बनारसी होने के कारण विकट आम प्रेमी हूँ लॉकडाउन की मर्यादाओं का पालन करते हुए जितना भी हो सके आम का रस लीजिए।आम के इतिहास को समझिए।उसकी परंपरा से वाकिफ होइए। उसकी किस्मों को जानिए।जिंदगी में मिठास भरिए और जिंदगी में कितना भी खास होने के बावजूद 'आम' होने के जमीनी अहसास को बनाए रखिए
कश्मीर में हुर्रियत नेताओं को मिली सुरक्षा वापस होगी। केन्द्र सरकार ने जम्मू कश्मीर प्रशासन को दिए निर्देश। हुर्रियत नेता सरकारी सुरक्षा में देश विरोधी काम कर रहे थे।
ये बालक शानदार है।गर्व है हमें
@upadhyayabhii
पर।जिस एसाईनमेन्ट पर जाता है नए प्रतिमान गढ़ता है।तैंतीस रोज तक युद्ध भूमि में कभी रेल प्लेटफ़ार्म पर सोया कभी पार्क में।गिरती मिसाइलो और फटते बमों के बीच शानदार रिपोर्टिंग की।जान की चिन्ता किए बिना।सैल्यूट,अभिषेक।
#Tv9BharatvarshNo1
जिसको निज भाषा और निज देश का अभिमान है वह नर नही पशु निरा और मृतक समान है। ( राष्ट्रकवि से क्षमा सहित)
@DrKumarVishwas
आप ही इस पशु निरा का तर्पण कर सकते थे।
हे चिर मुख अतिसार व्याधि पीड़ित ! अपनी अज्ञानोत्पादित अंखड अहमन्यताओं के इस अविरल मलप्रवाह में मेरे ट्वीटर को अकारण टैग करने की इस नव्य निकृष्टता हेतु मैं श्राद्ध के प्रथम दिन आपके इस जन्म में असफल पदार्पण का विधानपूर्वक तर्पण करता हूँ 🙏 स्वीकार करें
मेहनत और हिम्मत का कोई विकल्प नहीं होता।जो लोग टीवी रेटिंग को रोकने की साज़िश में लगे थे। वे चित्त हुए है। दर्शकों के प्यार और भरोसे ने
@TV9Bharatvarsh
को देश का नंबर एक चैनल बनाया है।आप सबका आभार।
टीका-टिप्पणी से बचता हूँ पर जान है तो जहान है। टीका ही सुरक्षा कवच है। कोरोना से निपटने के वावजूद मैंने आज टीके की पहली डोज़ ली। सुरक्षित और आसान है। इसलिए डर छोड़ें, अफ़वाह को अनसुना करें और टीका ज़रूर लें।
@dr_maheshsharma
#Covishield
#LargestVaccineDrive
साथियों, आज से मैं अपनी आने वाली किताब 'युद्ध में अयोध्या' और 'अयोध्या का चश्मदीद' को लेकर हर रोज आपसे रूबरू रहूंगा। इस किताब की रचना प्रक्रिया से लेकर तमाम अनसुनी बातें आपको बताऊंगा।
मेरा ट्विटर हैंडल है
@hemantsharma360
, आप मुझे फॉलो कर सकते हैं। मुझसे सवाल पूछ सकते हैं।
होली खेले मसाने में...
महादेव को समर्पित मेरी इस होली पर नाचते झूमते औघड़ साधुओं को देख कर लगा, मेरा गाना सार्थक हो गया। हर बार बनारस में शमशान की होली में जब यह होली बजती है, जीवन धन्य लगता है। सब महादेव की कृपा है। इस वीडियो के लिए आभार
@samritisd699
#Holi2021
#HoliCelebration
बनारसी मृत्यु का उत्सव मनाते हैं.उनकी यमराज के प्रतिनिधि डोम से सहज निकटता रहती है.उनकी उत्सवधर्मिता मानती है कि मृत्यु जीवन का अंत नहीं वह जीवन का उत्थान है.परम शिखर है.जीवन का चरम है.अगर आपने जीवन ठीक से जिया है.उसका रस निचोड़ लिया है तो मृत्यु परम सुखकारी होगी.पढ़िए पूरी कथा।
सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही आज से देश के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क टीवी 9 का छठा चैनल बांग्ला शुरू हो गया।गोखले ने कभी कहा था जो बंगाल आज सोचता है।भारत को कल सोचना पड़ता है।उसी सोच को रफ़्तार देने के लिए हम बंगाल पहुँचे हैं।टीवी ९ बांग्ला यानी पत्रकारिता का जड़ों की ओर लौटना।
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@hemantsharma360
's 'Ayodhya: The Battleground' is an intellectual effort to measure the depth and arrive at the truth of the lingering issue of the
#Ayodhya
temple.
Available Now:
ऐसे थे डीपी त्रिपाठी! ”बीमारी का पता चला तो दोस्तों को पार्टी दी, जब ठीक होकर आए तो बोले-कैंसर हो गया था। उसे हरा दिया। उस रोज़ की दावत में यूँ ही एक दोस्त ने ये वीडियो बना लिया था।
लालक़िला हमारे गौरवशाली लोकतंत्र का प्रतीक है। उसे कंलकित करने वाले किसान नही हो सकते। ये स्वार्थजनित अराजकता है,राष्ट्रीय पर्व के दिन राष्ट्रीय शर्म है। ये उपद्रवी सब कुछ हो सकते हैं पर अन्नदाता नहीं हो सकते।
होली समाज की जड़ता और ठहराव को तोड़ने को त्यौहार है।होली प्रेम की वह रसधारा है जिससे समाज भीगता है।सांस्कृतिक लिहाज़ से दरिद्र आदमी होली नहीं खेल सकता।हमारे भीतर के बंधनों,कुण्ठा और भीतर जमे अवसाद को खोलने का’सेफ़्टीवाल्व’है होली।वह हमें भीतर तक शुद्ध करती है।पर शुद्धतावादी नही।
न त्वहम् कामये राज्यम् न स्वर्गम् न पुनर्भवम्।
कामये दु:खतप्तानम् प्राणिनामार्तिनाशनम्।।
हे प्रभु न तो मुझे राज्य की कामना है और न ही स्वर्ग चाहिए,न ही पुनर्जन्म चाहिए।मुझे तो दु:ख में जलते हुए प्राणियों की पीड़ा का नाश करने की शक्ति और सामर्थ्य चाहिए।
अयोध्या में एक और ऐतिहासिक घटना का चश्मदीद बनूगॉं।अपने जीवन के सबसे बडे सॉंस्कृतिक क्षणो का चश्मदीद । 22 जनवरी 24 को जब रामलला अपने जन्मस्थान के भव्य और दिव्य मंदिर में लौटेगे तो उसका चश्मदीद।प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए आज निमंत्रण मिला।
@RSSorg
के अखिल भारतीय सह
जान ले ली
@richaanirudh
बंदे ने जब कहा कि “मैं चला गया तो बनारस सूना हो जाएगा..!” 😍😍उफ़्फ़ इतनी ख़ुदपसंदगी के बिना कला सधती भी तो नहीं 😍 शंकर की अहर्निश चेतना का रास-रंगमंच है बनारस🙏
@hemantsharma360
हिन्दी के कालजयी उपन्यासकार।आधुनिक सन्दर्भो में रामकथा कहने वाले अद्भुत शिल्पकार, तुलसी के बाद रामकथा को नयी पीढ़ी तक पहुँचाने वाले कथाकार,नरेन्द्र कोहली नही रहे।कोरोना के क्रूर हाथों ने उन्हें हमसे छीन लिया।जब तक रामकथा पढ़ी जायेगी।नरेन्द्र कोहली जीवित रहेंगे।विनम्र श्रद्धांजलि।
मित्रवर
@asadowaisi
मानते हैं कि बाबरी मस्जिद अभी ज़िन्दा है।उन्हे यह बताने के लिए कि इस देश की पहचान राम से है न की बाबर से मैंने अपनी किताब ‘राम फिर लौटे’ उन्हें भेंट की ।बहुत से लोगों को इस तस्वीर पर ताज्जुब हुआ।मुझे ताज्जुब इस बात पर हुआ कि इसमें ताज्जुब की क्या बात
वाल्मीकि ने अपनी रामायण में हनुमान को तीन वेदों का ज्ञाता कहा है।तुलसी उन्हें ‘ज्ञानियों में सर्वश्रेष्ठ कहते हैं।अध्यात्म रामायण में हनुमान को भाषिक चातुर्य का महारथी और एकादश रूद्र का अवतार बताया है।ऑक्टेवियो पॉज जैसे महान लैटिन अमेरिकी विश्व कवि ने हनुमान जी को वानर
एक बात हमारे मीडिया के दोस्त समझ ही नहीं पा रहे हैं कि पत्रकारिता में न तो चेहरा महत्वपूर्ण होता है और न ही चैनल।पत्रकारिता की सबसे महत्वपूर्ण चीज है “सवाल”। दुर्भाग्य से वही पूछना हमारे मीडिया के दोस्त भूलते जा रहे हैं।इसी हफ़्ते तीखे सवालों के घेरे में मिलता हूँ एक बड़े चैनल पर
बनारसी होने के कारण आम प्रेमी हूँ।आजकल जीवन’आम’पर ही चल रहा है।चचा गालिब भी आमों के मुरीद थे।उन्होंने एक रोज देखा,एक गधा आम के ढेर तक गया और सूंघ कर वापस लौट आया।इस पर गालिब के दोस्त बोले "देखा, गधे भी आम नहीं खाते”ग़ालिब का जवाब था,"बिल्कुल,केवल गधे ही आम नहीं खाते।"सुनिए इन्हे।
'युद्ध में अयोध्या' और 'अयोध्या का चश्मदीद' की पांडुलिपि फाइनल हुई थी। डॉ. नामवर सिंह अक्सर पूछते थे- किताब कहां तक पहुंची? जिस रोज उन्हें किताब दिखाई उनकी आंखों में आंसू थे। ये उनका स्नेह है
@DrKumarVishwas
@maliniawasthi
@YRDeshmukh
नेहरू अयोध्या के मामले में अपनी ही पार्टी को सांप्रदायिक करार देते हैं। UP के तत्कालीन CM गोविंद बल्लभ पंत को लिखते हैं -“यह उस कॉंग्रेस के कामकाज का तरीक़ा नहीं है जिसे मैं जानता हूँ। बल्कि ये वह है जिसका मैंने जिंदगी भर विरोध किया है।
#ayodhyakasach
#amarujala
में प्रकाशित अंश
बेहद ज़रूरी फ़ैसला।यह समय विपत्ति का है। विपत्ति में ही धैर्य और संयम की परीक्षा होती है।
@TV9Bharatvarsh
आपके साथ है। हम करोना से लड़ेंगे और जीतेगें।
@PMOIndia
@narendramodi
आज रात 12 बजे से पूरे देश में, ध्यान से सुनिएगा,
पूरे देश में,
आज रात 12 बजे से पूरे देश में, संपूर्ण Lockdown होने जा रहा है: PM
@narendramodi
#IndiaFightsCorona
भारतीय संगीत का एक और सितारा टूट गया।लय, सुर और भाव के एक युग का अन्त हो गया।कालिकाबिंदादीन घराने के आख़िरी वारिस कथक सम्राट पं ब्रजमोहन मिश्र ‘ बिरजू महराज’ नहीं रहे।अलविदा पंडित जी।
कश्मीर बदला है।अंधेरा छँटा है।उम्मीद की किरणें रौशन हुई हैं।इन उम्मीद की किरणों में एक दीया
@TV9Bharatvarsh
का भी।तो देखिए आतंक के अंधेरे से लड़ते इस नन्हे दीए का अदम्य साहस,चलिए हमारे साथ पहली बार देखिए कश्मीर की दिवाली बेहद गौरवशाली।
@PMOIndia
@AmitShahOffice
@rajnathsingh
दोस्तों, मेरी आने वाली किताब “युद्ध में अयोध्या” का एक अंश
@firstposthindi
ने प्रकाशित किया है। ये वो अंश है जब मेरी आँखों के सामने ध्वंस हो रहा था
#ayodhyakasach
46 एकड़ का पूरा इलाका ध्वंस के जुनून में था
सदियों इन्तज़ार के बाद आज से राम मंदिर का निर्माण शुरू।हम सौभाग्यशाली हैं कि इस घटते हुए इतिहास का हिस्सा बने। किसी ने हमसे पूछा कि आपने अपना योगदान दिया? मैंने कहा हम 1986 में ताला खुलने के वक़्त से योगदान कर रहे हैं, पढिए हमारी किताब
@DrKumarVishwas
@YRDeshmukh
@maliniawasthi
आज शाम साढ़े चार बजे दिल्ली के अम्बेडकर इंटरनेशनल सेन्टर ,15 जनपथ नई दिल्ली में इस किताब का लोकार्पण है।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर कार्यवाह माननीय दत्तात्रेय होसबाले द्वारा आप भी पधारें।
पं रामचंद्र द्विवेदी यानी कवि प्रदीप ने 1961 में जब यह गीत लिखा और गाया तो उन्हें यह अहसास भी नहीं रहा होगा कि साठ बरस बाद भी यह गीत अपने समय की भयावहता का दस्तावेज बनेगा।
बनारस में एक ‘तवायफ़ संघ’ भी था।इसे गांधी जी ने बनवाया था।महात्मा गांधी जब बनारस आए तो इन गाणिकाओं ने उनसे मिलकर अपनी समस्याएं रखीं।तब बापू ने उन्हें ‘तवायफ़ संघ’बनाने की प्रेरणा दी।काशी की हुस्नाबाई इसकी पहली अध्यक्षा चुनी गयीं।इस मौक़े पर गांधी जी का भाषण भी हुआ था।
@YRDeshmukh
अयोध्या प्रतीक था भारत के आहत स्वाभिमान का,संकल्प था प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर से हर कीमत पर जुड़े रहने का।अयोध्या शमशीर से निकली उस विचारधारा का प्रतिकार है,जो सर्वपंथ समादर,सर्वग्राही,उदार सहिष्णुता के भारतीय आदर्शों को स्वीकार नहीं करती
@narendramodi
जी ने इसकी प्रतिष्ठा लौटाई
मैंने हिमालय नीति पर डॉ. राम मनोहर लोहिया को पढ़ा था। उनका दिमाग साफ था। उन्होंने इस सवाल पर नेहरू से पूछा था, ‘‘कौन कौम है, जो अपने बड़े देवी-देवताओं को परदेश में बसाया करती है। छोटे-मोटे को बसा भी दे, लेकिन शिव-पार्वती को विदेश में बसा दें। यह कभी हुआ नहीं, हो भी नहीं सकता।’’
"खींचो न कमानों को न तलवार निकालो
जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो"
का ऐलान करने वाले अकबर इलाहाबादी का नाम आज उत्तर प्रदेश में बदल दिया गया।
उत्तर प्रदेश में अकबर इलाहाबादी को अब अकबर प्रयागराजी कर दिया गया है।शिक्षा विभाग की वेबसाईट पर उनका नाम बदला गया।
आज से सावन शुरु। सावन का पूरा महीना उत्सव है।इस बार सावन पर #कोरोना का असर है।सोशल डिस्टेशिंग के साथ सावन का साहित्य में विधान नहीं है।कवियों ने कुछ लिखा नहीं है। प्रेम के महाकवि
@DrKumarVishwas
को ढूँढ रहा हूँ।कोई तरीक़ा हो तो बताएँ। इस खोज के दौरान
@maliniawasthi
का सावन सुनिए
क्या आप सोच भी सकते हैं कि आज़ाद हिंदुस्तान में सिर्फ़ चालीस मिनट के भीतर लागू हो सकता है एक बहुत बड़ा अदालती फ़ैसला
#ayodhyakasach
राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित पुस्तक अंश
किताबें ज्ञान का सबसे सशक्त ज़रिया है।गृहमंत्री
@AmitShahOffice
का पुस्तक प्रेम जगज़ाहिर है वे गजब के पढाकू हैं।आर्ष ग्रन्थों के वे गहन अध्येता हैं।2006 के बाद से अब तक वे कभी विदेश यात्रा पर नहीं गये हैं।काम के बाद का समय पढ़ने में जाता है।इतिहास के अध्ययन में उनकी खास रुचि
"अयोध्या एक मथनी की तरह थी। इस मथनी पर एक नहीं अनेक हाथों के निशान हैं। मंथन में क्या निकला, अमृत या विष, यह बहस अब सनातन हो चुकी है पर इन्हें मथने वाले हाथों की शिनाख्त अब भी बाकि है"
युद्ध में अयोध्या और अयोध्या का चश्मदीद इन सभी पक्षों पर विस्तार से लिखा गया है
#ayodhyakasach
पद्मविभूषण उस्ताद गुलाम मुस्तफ़ा खान नही रहे। हिन्दुस्तानी संगीत का एक सितारा चला गया।जिसने सिनेमा में गायकों की एक पीढ़ी तैयार की वे रामपुर सहसवान घराने की आख़िरी कड़ी थे।एआर रहमान ,सोनू निगम, हरिहरन और शान में एक समानता है। तीनों के गुरु गुलाम मुस्तफा खान थे।विनम्र श्रद्धांजलि
Congrats everyone.. left with the final frontier only ... let us keep our head down and stick to basics .. I remember an industry veteran and highly respected personality asking me last november "what is TV9 bharatvarsh , what is TV9 group and what are you doing there Barun ?"
प्रधानमंत्री
@narendramodi
ने पहली बार चुनाव बाद की राजनीति के पत्ते खोले।
@tv9Network
के इन्टरव्यू में कहा “ आज मैं पत्ते खोल ही देता हूँ।” देश के सबसे बडे न्यूज़ नेटवर्क पर अब तक का सबसे बड़ा इंटरव्यू।
देखिए आज रात 8 बजे से लगातार।
@TV9Bharatvarsh
सहित
@Tv9Network
की सभी सात
टीवी 9 What India Thinks Today सम्मेलन के ऊर्जा केंद्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी थे।ये तस्वीरें उसी ऊर्जा की चश्मदीद है।कार्यक्रम स्थल पर आते ही हमने प्रधानमंत्री जी का स्वागत किया और मैनें अपनी पुस्तक ‘राम फिर लौटे’ उन्हें भेंट की।फिर क्या बात हुई वो क़िस्सा इसी हंसी में छिपा
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी कहते थे।जिस साल आम नहीं खाया उस साल को उम्र से कम कर देना चाहिए। एक बार गुरुदेव रवीन्द्रनाथ चीन गए,उन्हें आम खाने को नहीं मिला। उन्होंने कहा, 'देखिए, मेरे जीवन से एक साल कम कर दीजिएगा, क्योंकि जिस साल आम खाने को नहीं मिला उसको मैं व्यर्थ समझता हूं।'
जो मामा सुबह सुबह अपने भांजे का आर्तनाद वाला ट्वीट पढ़ते ही पसेरी भर आम शाम तक घर भिजवा दे, उसे मामा नहीं मामा - मेरी - जान कहा जाता है । मामा
@HarrishMishrra
जो भेजा है, मिठास में मेरे, साइज़ में संपादक भांजो जैसे, और शक्ल ओ सूरत में कविता लिखने वाले भांजो की टक्कर में है..
देखो हमरी काशी’ के लोकार्पण उत्सव को सोमा जी ने महोत्सव में तब्दील कर दिया।सोमा घोष की आवाज़, बनारस के लोक रंग और शास्त्रीयता के गहरे बोध का संगम है।वे बागेश्वरी देवी के संगीत की सच्ची उत्तराधिकारिणी हैं
@DrSomaGhosh
@YRDeshmukh
@rahuldev2
“कंकर कंकर मेरा शंकर,
मैं लहर-लहर अविनाशी हूँ
मैं काशी हूँ..मैं काशी हूँ…मैं काशी हूँ !!”
आज वरिष्ठ पत्रकार-लेखक श्री हेमंत शर्मा जी
@hemantsharma360
पुस्तक “देखी हमरी काशी” पर पुस्तक मेले में चर्चा की। गला पूरा ठीक नहीं हुआ था पर युवकों के उत्साहजनक प्रतिभाग बहुत अच्छा लगा❤️🙏
दिल्ली के डॉ. आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 20 सितंबर को
@RSSorg
प्रमुख श्री मोहन भागवत, केंद्रीय गृहमंत्री श्री
@rajnathsingh
और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष श्री
@AmitShah
ने युद्ध में अयोध्या और अयोध्या का चश्मदीद का विमोचन किया। आप सभी का शुक्रिया
#AyodhyaKaSach
Meet
#TeamBharatvarsh
: जिस दौर में पत्रकार राजनैतिक दलों के बीच बँटे हुए हैं, ऐसे ख़तरनाक वक्त में इक्का दुक्का आवाज़ें हैं, जो निष्पक्ष हैं, निर्भीक हैं और एक ऐसी ही आवाज़ है
@ajitanjum
. टीवी पत्रकारिता का सबसे विश्वसनीय नाम. आप इन्हें बहुत जल्द
@TV9Bharatvarsh
पर देखेंगे.
अयोध्या पर मैं नहीं लिखूंगा तो कौन लिखेगा? मैं उन चुनिंदा लोगों में हूं जो आजाद भारत के इतिहास में अयोध्या की पांच बड़ी घटनाओं में से चार के वक्त वहां मौजूद था
#AyodhyaKaSach
साठ का तो पिछले साल ही हो गया था पर मित्रों के संस्मरणों की किताब छपने में एक साल लग गए।इसके पीछे मंशा शायद यही रही होगी कि मैं सठिया गया हूँ।इस बात पर मुहर एक किताब छाप कर लगवा दी जाय।संगीत की भाषा में कहूँ तो यह मेरे जीवन का उत्तर राग है।उत्तर राग यानी दिन के उत्तरार्ध में गाए
बनारसी मस्ती का पर्याय है अहीर।बनारस का अहीर धर्मभीरू है,रामलीला का नेमी है।भरत मिलाप का रथ उसके कंधे पर चलता है।काशी विश्वनाथ का भक्त है।गंगा का प्रहरी है,गोपालक है।मलाई रबड़ी चांपता है।जोड़ी नाल फेरता है।उसकी अपनी बोली और गाली है।दुनिया को अपने ठेगें पर रखता है।पढ़िए पूरी कथा।
बहुत बहुत आभार धर्मेन्द्र जी।आपका अभिनंदन।
आपने सही कहा।हो तो गया हूँ साठ का पर भारतीय चिंतन परम्परा आयु को महत्व नहीं देती। क्योंकि भारतीय दर्शन में अमरता कि नहीं मुक्ति की साधना होती है। हमारी ऋषि परम्परा कभी आयु की परवाह नहीं करती। वह यश:शरीर और यश:काय की साधना में रहती है।
आभार महाकवि,इस समारोह को उत्सव बनाने के लिए।अब जो होना था वह तो हो ही गया। आप सबने मुझे साठ का घोषित कर ही दिया।बुढ़ापा एक मनोदशा है। उम्र का सम्बन्ध बुढ़ापे से नहीं होता है। बूढ़े भी युवा हो सकते हैं। और युवा भी बूढ़े जैसा व्यवहार कर सकते हैं। असल में युवा होने का अर्थ ही ‘चित्त
काशी में कल वरिष्ठ पत्रकार श्री
@hemantsharma360
पर केंद्रित पुस्तक के विमोचन में “काशी की स्वीकार परम्परा का समकालीन महत्व” विषय पर अपनी बात रखने का अवसर मिला। इस अवसर पर योग-गुरु
@yogrishiramdev
जी, वरिष्ठ समाजवादी नेता श्री
@proframgopalya1
जी, प्रिय भाई व उप मुख्यमंत्री
बनारस की पहचान।पान और मिष्ठान।और इनका ठिकाना कचौडीगली।अब आपको इन मशहूर मिठाईयो के लिए गलियों में दुकानें नही ढूढनी पड़ेगी।मशहूर दुकानों की मिठाइयों का पहला मिठाई कोर्ट कचौड़ीगली खुल गया। यहॉं यह भी पता चलेगा कि कब,कौन और कैसी मिठाई खानी है।
आधुनिक हिन्दी के जन्मदाता भारतेन्दु हरिश्चन्द्र का आज जन्मदिन है। जिन्होंने निजभाषा के सम्मान और गौरव की सबसे पहले याद दिलायी। बनारस पर उनका लिखा पढे।
“देखी तुमरी कासी, लोगो, देखी तुमरी कासी।
जहाँ विराजैं विश्वनाथ विश्वेश्वरी अविनासी ।।
आधी कासी भाट भंडोरिया बाम्हन औ संन्यासी।
निज भाषा उन्नति अहै,
सब उन्नति को मूल !
बिन निज भाषा-ज्ञान के,
मिटत न हिय को सूल !!
आधुनिक हिंदी साहित्य के पितृपुरुष भारतेन्दु हरिश्चंद्र की जन्म जयंती पर उन्हें सादर नमन् 🙏
21 था विषम
पर 22 हो बम बम
इच्छाएँ न हों कम
हड्डियों में रहे दम
उम्र का क्या ग़म
दिल जवाँ हरदम
पर याद रहे क़सम
मास्क में खैरमकदम
21 का हर जखम
बाबा कर दें भसम
चलता रहे धरम-करम
मिलता रहे नरम-गरम
बाक़ी सब झमाझम
22 में हो बम बम।
नव वर्ष की मंगलकामनाओ के साथ.
हिन्दुत्व का अर्थ हिन्दूपन तो हो ही नहीं सकता।हिन्दूपन लौण्डपन,हरामीपन जैसा हल्का शब्द है।हिन्दुत्व विराट अवधारणा है।सम्यक् जीवन शैली है।हिन्दू व्यक्ति के सभी गुणों,लक्षणों और विशेषताओं की घनीभूत अभिव्यक्ति है हिन्दुत्व।
एक अपेक्षाकृत नया शब्द जिसका सही अर्थ होना चाहिए हिंदूपन, हिंदू होने की स्थिति। वैसे ही जैसे इस्लाम, ईसाईयत आदि। सावरकर ने उसे एक संकीर्ण, राजनीतिक अर्थ दिया।अब आधुनिक अंग्रेज़ी 'विद्वानों' ने उसे Hinduism की जगह Hindutva बना कर एक घोर नकारात्मक, भ्रामक, घातक अर्थ दे दिया है।
मित्रों, आज मेरी किताबों के विमोचन का एक महीना पूरा हुआ। एक अच्छी ख़बर साझा कर रहा हूँ। इन पुस्तकों को पाठकों का इतना प्यार मिला है कि दोनों ही किताबें रीप्रिंट के लिए जा रही हैं। मैंने लेखन में जो मेहनत की थी उसे तमाम पाठकों ने सार्थक कर दिया। आप सभी का आभार।
#AyodhyaKaSach
सब देखिए।सब समझिए।भाषा के प्रति सजग रहिए।नहीं तो अनर्थ होगा।निर्मलाजी से सजगता छूटी और समस्या खड़ी हुई।परसों उन्होंने अपने सहायक से चुनाव को देखते हुए प्याज़ के रेट कम करने को कहा और उसने ब्याज के रेट कम करने का आदेश निकाल दिया।सावधानी हटी दुर्घटना घटी।
@YRDeshmukh
@PushpeshPant
किसी को ब्लॉक नहीं करता, न करूँगा। अपने समाज में रहने वाले सब अपने हैं चाहे वे मानें न मानें। हम सबके भीतर जो भी है: अमृत/विष-सुंदर/कुरूप-उदात्त/संकीर्ण-प्रेम/घृणा-गंगा/नाली-ज्ञान/गाली-उदार/अनुदार-करुणा/क्रूरता-प्रज्ञा/मूर्खता...सब देखना है समझना है। आँख नहीं मूँदनी। यही हम हैं।
देश की रक्षा के लिए जिन्होंने अपना बलिदान दिया है उन सैनिकों की स्मृति में
@TV9Bharatvarsh
द्वारा ‘मैं शहीद हूँ’ कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। यह एक अच्छी पहल है। इस कार्यक्रम को आज सुबह ११ बजे ज़रूर देखिए।
टीवी इंडस्ट्री के इस अद्वितीय समूह से खबरों में पारदर्शिता आएगी।एकाधिकार टूटेगा।समूह खबरो की प्रतियोगिता को स्वस्थ बनाने में कारगर होगा।एनबीएफ में देश के सबसे बड़े न्यूज़ नेटवर्क टीवी 9 का प्रवेश सब के लिए हर्ष की बात है।
@ianuragthakur
@tweetsnbf
@Anurag_Office
@Republic_Bharat
It was a pleasure to be a part of the NBF delegation to meet the h'ble I&B minister. The highly competitive news TV genre surely needs a level-playing field for promising players both in the national arena and regional markets. We felt extremely assured after our meeting today.
तीन दशकों से भारतीय जनमानस को सतत उद्वेलित करने वाली अयोध्या की राजनीति पर इतना सटीक आख्यान पढ़ना पूरे विमर्श से गुज़रने जैसा था ! एक तटस्थ प्रत्यक्षदर्शी की तरह
@Hemantkiayodhya
ने तथ्यों की मेज़ पर अयोध्या विवाद का पूरा मंज़र बिछा सा दिया है ! अद्भुत आख्यान 👍
महफ़िलें रोज़ उजालों की सजाए रखिए
साल भर जश्न का माहौल बनाए रखिए
इन अँधेरों की हँसी यूँ भी उड़ाए रखिए
एक दीपक से कई दीप जलाए रखिए
आप सभी को दीपपर्व की मंगलकामनाएँ
#HappyDiwali2019
#Deepavali
इतिहास निष्ठुर होता है।लडाई लम्बी थी।पर सामाजिक न्याय के वीपी सिंह पहरूए बने।आज उनका जन्मदिन है।पर सबने उन्हे भुला दिया।वीपी सिंह को इसका अहसास था।अपनी एक कविता में वे लिखते है।”मैं और वक्त
काफिले के आगे-आगे चले,चौराहे पर …
मैं एक ओर मुड़ा,बाकी वक्त के साथ चले गये।”
#VPSingh
मशहूर पत्रकार, चिन्तक, विचारक ,अन्तराष्ट्रीय मामलों के गम्भीर अध्येता और आचरण से समाजवादी डॉ वेद प्रताप वैदिक नहीं रहे।मेरे लिए यह निजी हानि है।उनके जाने से देश की मेधा को नुक़सान पहुँचा है।उन्हे विनम्र प्रणाम।
तुलसी अपने समाज के साहित्य में एक लोक रचते हैं. रामचरितमानस उसी एक पूरे बनते-बिगड़ते समाज की कथा है. आज रावण या समुद्र जैसे खलनायकों के संवाद भी तुलसी के खाते में जा रहे हैं.