मैं ही शिव हूंँ मैं ही शंकर, मैं ही भोला मैं ही भयंकर
मैं ही सृष्टि हूंँ मैं ही कंकर, मैं ही शुरू मैं ही प्रलयकर
मैं ही शान्ति मैं ही शोक हूंँ, मैं ही कृपा मैं ही क्रोध हूंँ
मैं ही जीवन मैं ही मृत्यु हूंँ,मैं ही तपस्या मैं ही मोक्ष हूंँ
#हर_हर_महादेव
#ॐ_आदियोगी🔥🙏
#बज़्म
@rhinosorous
@jazjasleen
Punjab ko khali-stan banane ka sapna dekhne walo jald nikal lo Pakistan ya canada kyonki bharat me tumhara koi stan nahi..
Waheguru ji ka khalsa
Waheguru ji ki fateh 🚩
व्योम में है सूर्य एक।
परा शक्ति अतिरेक।।
पोषता नित पालता।
ब्रह्माण्ड के प्राण को॥
अणु अणु के कोष में।
जीवन के उद्घोष में।।
फूँकता उत्साह नव ।
सींचता है घ्राण को ॥
कीटक विषाणु मरें ।
सह नहीं पाते जरें।।
रश्मिरथी मार्तण्ड के ।
तीक्ष्ण तीखे बाण को।।
#ॐ_सूर्याय_नमः
समय की तेज धार पर
रखकर पाँव कटार पर
स्वयं के ही आधार पर
शरीर के थके भार पर
रजत रेतिले यूँ थार पर
चला हूँ स्वप्न संवारकर
निर्भर श्वास के तार पर
जीवन ज्ञान के सार पर
समन्दर के उस पार पर
दृष्टि बाण आर पार कर
बढ़ा हूँ अंतिम लक्ष्य पर
जीवन्त साक्षात्कार पर!
#बज़्म
सनातन से जुडें रहों और जन्म जीवन कल्याण के मार्ग चलों
क्योंकि तुम्हारा आरंभ और अंत दोनों ही ईश्वर के हाथों में हैं
और सनातन धर्म की स्थापना स्वयम् उन परमात्मा ने की हैं!
#जयतु_सनातन 🚩
#बज़्म
Sachhe yaaron ke liye RT , Likes , followers ya blue tick mayne nahi rakhti ,
Jo kal the wahi aaj bhi hai mere dost aur main unka dost ❤️
#FriendsForever
जीवन का ये शेष समर है
अनुज तू किस ओर चला
मृत्यु के अवशेष अमर है
मनुज तू किस भेष जला
अक्षु की ऊर्जा तीव्र तेरी
बटोही तू काहे को है ढला
दीर्घायु है तेरी नश्वर काया
निहत्था रण में क्यों छला
खोल रहें मृदंग है भुजबल
शौर्य तू क्यों है शान्त भला
#बज्म
"ईश्वर" आपके कर्मों को हर तरफ से देखता है
और वहीं दूसरी तरफ "समय" आपके कर्मों को शुट करता है और उचित समय आने पर उन कर्मों का फल आपकों देता है..
शुभरात्रि ❤️
सूरज की रौशनी में चमकने लगीं चेहरों की रौनके
चढ आया फिर दिन और खिल गयें हर तरफ दिल
सजने लगीं फिर नयीं उमंगों , उम्मीदों से महफिल
बजने लगीं मन में सितार और धडकने लगे ये दिल
#बज्म
#सुप्रभात 🌞
आँखों से मुझें बात करना अच्छा लगता है
साँसो से मुलाक़ात करना अच्छा लगता है
कौन सुन पाता है जज़्बात ए दिल जहान में
की ख़ामोशी से याद करना अच्छा लगता है
बे-शक रास्तें थोडे़ अनजान से लग रहें मुझें
मगर अजनबी बनके चलना अच्छा लगता है
#बज़्म
अम्बर की छत पर
सुन्दर स्वप्न सूख रहे है
धरती की गोद मे
परिजात ख���ल रहे है
अग्नि की आँच पर
नव आशाये पक रही है
सूर्य की किरणो मे
तन परिश्रम तप रहे है
चाँद की सतह पर
उमंगो के दीप जल रहे है
समय की गति पर
चित्त के अश्व दौड रहे है
मेघो की गरज पर
प्रेमियो के द्वीप बस रहे है
#बज्म
दिल पे लगें जख्म भी इक दिन भर जायेंगे
मुस्कुराते हुए हम तेरे शहर से गुजर जायेंगे
याद करोगी मेरी मोहब्बत मेरी इबादत तुम
नाम-ए-इश्क कुछ ऐसा तेरे हम कर जायेंगें!
#बज़्म
हाथरस केस का काला सच
कोर्ट मैं गैंग रेप झूट निकला मगर सवाल जरूर खड़े हो गए
माननीय
@narendramodi
जी तीनो नवयुवको का जीवन बर्बाद हो गया कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा
SC/ST का कानून पलट के क्या अनर्थ किये हो
क्या उनको न्याय नहीं मिलना चाहिए
@myogiadityanath
सरकरी नौकरी और आर्थिक
साँसो से साँसे आ मिली
बन गयीं प्रीत की माला
जपता फिरूँ सुबह-ओ-शाम
एक नाम तेरा
आँखों से आँखें जा मिली
बन गयीं प्रेम की पर्वतमाला
तकता फिरूँ सुबह-ओ-शाम
एक जाम तेरा
एतबार तेरा मुझकों
उस सात समंदर पार ले जायें
इंतज़ार तेरा मुझकों
पल-पल मन को खायें जायें रे
#बज़्म 🩷️
एक दीवार सी दूरियो की जो बीच हमारे खड़ी है
ना जानें कैसे तूफ़ान कैसी आँधिया बीच अडी है
यूँ तो सावन का समा है मगर पतझड़ सी झडी है
भीगना चाहूंँ संग तेरे मगर ये कैसी निराश घड़ी है
इस बरसात मे तेरे ख़्वाबो की बिजली सी गिरी है
तेरे इन रेशमी ख़्यालो मे मेरी सुबहो-शाम घिरी है!
#बज्म