घमंड चूर-चूर कैसे होता है देखिए.!
कल तक जो दूसरों को धमकाते थे धौंसाते थे, आज अपने लिए संरक्षण मांग रहे है। समय बड़ा बलवान होता है,वह तो चोरी चकारी से जीतकर वापस गए,अगर चुनाव निष्पक्ष हुआ होता तो आज इनको भागने का भी जगह नहीं मिलता......!!
#RobinMichael_youthleader
@RebornManish
@JM_Scindia
सर आपका पोस्ट 9 दिसंबर के बाद आज आया बहुत घबराहट हो रही थी,महराज के साथ तो बहुत गलत हो गया,न घर का रहा और न घाट का,लोक सभा का भी टिकट भी मिलने से रहा,महराज का बदला अब महारानी ही ले सकती है राजस्थान में।
@RebornManish
जो 35 बरस भीख मांग कर खाया हो,जो पार्टी ऑफिस में झाड़ू लगाता रहा हो,जो लडकियो की जासूसी करवाने में माहिर हो,जो झूठ और नफरत फैलाने में माहिर हो,जिसमे मक्कारी कूट कूट कर भरा हो,जो ड्रामेबाजी में माहिर हो,जिसकी इंटरव्यू से फटती हो,वही प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री का पात्र है।
@RebornManish
सचिन पायलट भी तो बीजेपी के तरफ से ही बैटिंग किया,जब पंचायत या निकाय चुनाव होता है तो गद्दार लोग अपना वोट अपने दोस्त को दे देते है कसम खाने के लिए,बाकी परिवार के सदस्य का वोट दूसरे को जाता है,लालच तो सब के अंदर है,सिर्फ गांधी परिवार को छोड़कर।
@RebornManish
ये लोग न राम के है और न ही किसी काम के है,ऐसे लोगो से सावधान रहे सतर्क रहे,वोट के अलावा इनलोगो को कुछ भी नहीं सूझता,जो शहीदों के नाम पर भी वोट ले ले,उससे बड़ा मक्कार शातिर कोई नहीं हो सकता,ये लोग राम के नहीं नाथू राम के अनुयाई है।
तुम कहो दास्तान, हम सुनेंगे..
रवीश को एनडीटीवी से आजाद हुए एक बरस हो गया। यह पोस्ट, उस दिन
@ravishndtv
के नजर की थी।
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आजादी का दिन है रवीश,
अब प्राइम टाइम का शो, रात के नौ बजने का मोहताज नहीं। दौर के सबसे बड़े मंच पर माईक और कैमरा, दोनो रवीश के हाथों में है।
हम दम
प्रधानमंत्री से ये नही पूछते कि आप काम कब करते हैं, आप तो दिन भर रैली में नज़र आते है,प्रधान मंत्री या तो पार्टी का काम करते है या फिर मन की बात करते है,ये जनाब कुछ करते है नहीं सिर्फ दिखावा करते है।
@RebornManish
विचारधारा से कभी समझौता नहीं करना चाहिए,आज की कांग्रेस बागेश्वर धाम से जीत का मंत्र लेने से भी नहीं कतराते,एक नेहरू थे जो मुसोलिनी तक से मिलने से इंकार कर दिये,सलाम है आधुनिक भारत के निर्माता को!
जो बात कहते डरते हैं सब,तू वह बात लिख,,
इतनी अंधेरी थी न कभी पहले रात लिख,,
जिनसे क़सीदे लिखे थे,वह फेंक दे क़लम
फिर खून-ए-दिल से सच्चे क़लम की सिफ़ात लिख,,
जो रोज़नामों में कहीं पाती नहीं जगह,
जो रोज़ हर जगह की है, वह वारदात लिख,,
"_जावेद अख्तर_"
@RebornManish
आएगा तो मोदी ही,एक अकेला सब पे भारी है तो बैलेट पेपर के नाम से बिलबिला क्यों उठते है बीजे पार्टी,अगर संशय की स्थिति है,जब विश्वगुरु पर इतना ही भरोसा तो एक अदद चुनाव क्यों न बैलेट से हो जाए,दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।
तार्रुफ़ रोग हो जाये तो
उसको भूलना बेहतर !
ताल्लुक बोझ बन जाये
तो उसको तोड़ना अच्छा !!
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक
लाना ना हो मुमकिन !
उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर
छोड़ना अच्छा !!
@RebornManish
एक चौकीदार ने वादा किया था,अगर मेरा फैसला जरा भी गलत निकला,अगर हमसे जरा भी चूक हुई,अगर मेरे नियत में जरा भी खोट निकला,तो मुझे आप किसी भी चौराहे बुलाए तो मैं आने को तैयार हूं,फैसला और नियत सब गलत निकले उसके,मगर वो किसी भी चौराहे पर नहीं निकला,उत्तर पूर्व और मणिपुर तो छोड़ दीजिए।
@_DilS3Rahul_
जो काम विपक्ष और राहुल गांधी को करना चाहिए,वो काम हमारे वकील साहब
@MehmoodPracha
कर रहे है,आखिर ईवीएम के खिलाफ इस मुहिम में विपक्ष क्यों अलग थलग होकर सिर्फ सीट शेयरिंग के लिए लड़ रहे है,अगर चुनाव बैलेट पेपर से नही हुआ तो विपक्ष का हारना तय है,शायद ये चुनाव भी आखिरी ही हो।
@RebornManish
गांधी कभी नहीं मर सकते, वो इस देश की नींव का वो पत्थर है जिसके ऊपर कितनी ही इमारतें टिकी हुई है, गांधी इस देश का विचार है, भाव है, पैगाम है, आत्मा है,गांधी अजर अमर थे और रहेंगे।गांधी के बिना इस देश की कल्पना करना भी बेमानी है,महात्मा को शत शत नमन।
@RebornManish
विपक्ष अगर ईवीएम से चुनाव का बहिष्कार नहीं करेगी,तो फिर हारना भी तय है,जो लड़ाई दिल्ली की सड़को पर ईवीएम के खिलाफ वकील लड़ रहे है वो लड़ाई विपक्ष को लड़ना चाहिए,कोई भी यात्रा निकाल ले राहुल गांधी, आएगा तो मोदी ही,क्योंकि उसके पास चुनाव आयोग और गोदी मीडिया है।
आज से 65 साल पहले कौन से स्टैपल चलते थे 🤔
अगर मान लीया चलते भी होंगे तो शादी में स्टैपल लेकर कौन जाता है बे 🙄
यानी के कुछ भी बोलो इन्हें पता है अंधभक्तों के दिमागों में गोबर भरा हुआ है वो तो मास्टर स्ट्रोक हीं बोलेंगे..!!😜😜
@RebornManish
कुल मिलाकर बाबरी ध्वंस में कल्याण सिंह का कोई दोष नहीं था,एक अदृश्य भीड़ के जमा हो जाने से पुरानी और जर्जर इमारत अदृश्य भीड़ के मात्र जयकारे लगाने से ही गिर गई,सुप्रीम कोर्ट के निर्णय में भी स्पष्ट हो गया कि कल्याण सिंह का बाबरी ध्वंस में कोई दोष नहीं।
कस्टोडियल डेथ नहीं ये सिस्टम का हत्या है, सरकार इकबाल से चलता है,कुंठा से नहीं। मोदी योगी विरोधियों के लिए एक अच्छा उदाहरण पेश कर रहे है, सनद रहे कभी गाड़ी पर नाव तो कभी नाव पर गाड़ी।
@ECISVEEP
क्या यह आपके क्षेत्राधिकार में आता है कि नहीं??
चुनाव के दौरान जब्त किया हुआ पैसा गरीबों में बांटना मास्टर स्ट्रोक गोदी मीडिया के अनुसार...क्या ईडी अब सरकार के तरफ से जबरन लोगो के पैसे जब्त कर गरीबों को पैसे बांटेगी,,क्या यह आचार संहिता का उलंघन नहीं?
@RebornManish
शायद राजीव से क्या किसी से भी इतनी ड्रामेबाजी और मक्कारी नहीं हो पाती,जितना विश्वगुरु ने कर दिया,अच्छा लगता है ढिठपना देखकर,शायद लोगो को वर्षो से इन्ही की तलाश थी।