Mrit Kavi Sanstha Profile Banner
Mrit Kavi Sanstha Profile
Mrit Kavi Sanstha

@MritKaviSanstha

227
Followers
46
Following
90
Media
465
Statuses

विश्व भर के साहित्य की कुछ अनमोल क्षणिकाएं हिंदी में सभी के सामने लाना यही हमारा लक्ष्य है. Carpe Diem!

Joined October 2020
Don't wanna be here? Send us removal request.
Pinned Tweet
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
विनोद कुमार शुक्ल
Tweet media one
0
0
12
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
वो लड़के भाग्यशाली होते हैं जो किसी लड़की के पहले प्रेमी होते हैं और वो लड़कियां भाग्यशाली होती हैं जो किसी लड़के का आखिरी प्यार होती हैं. ~चार्ल्स डिकेन्स
3
39
220
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
एल्डस हक्सले
Tweet media one
3
14
173
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
दूसरी बार प्रेम में पड़ना ठीक वैसा है जैसे दुबारा वर्णमाला सीखना। इस बार बस फर्क इतना होता है कि वर्णमाला के सभी अक्षरों को देखकर हमें देजा वु का अहसास होता है। ~George Curran
4
18
114
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
मेरी ताबूत में लगाना वो कीलें, जो मेरे शरीर के लोहे से बनी हैं. ~निरंजन कुमार
0
7
59
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
अल्बर्ट कामू
Tweet media one
0
4
50
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
वही मछलियाँ सबसे ज्यादा बड़ी होती हैं जो हमारे जाल में नहीं आती. ~कोबो अबे
0
1
27
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
हर रोज़ कोई मेरे भीतर कहता है, तुम मृत हो. यही एक आवाज़ है, जो मुझे विश्वास दिलाती है, कि मैं अब भी जीवित हूँ. ~निर्मल वर्मा
0
4
21
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
शब्दों का ईजाद इसलिए नहीं हुआ था कि इंसान अपने विचारों और भावनाओं को छिपाने लगे. ~होजे सरमागो (पुर्तगाली लेखक)
0
1
18
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
वो तुम्हें मारने के लिए तुम्हारे प्याले में ज़हर नहीं घोलेंगे. वो धीरे-धीरे अपनी बातों से तुम्हारे दिमाग में ज़हर भरेंगे और तुम्हें मरणासन्न या जानलेवा बना देंगे . ~एमिली हेम्सवर्थ (ऑस्ट्रेलियाई लेखिका)
0
5
16
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
कविता ही हमारी आत्मा है. इसे हम इस तरह भी कह सकते हैं कि जबतक हमारे भीतर कविता है मृत्यु हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पायेगी. ~गीत चतुर्वेदी @GeetChaturvedi
0
1
17
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
मैं तीन साल से एक फैक्ट्री में काम करता हूँ। हम यहां नकली मुस्कुराहट तैयार करते हैं। एक बार गलती से मैंने एक पैकेट में अपने असली दुख पैक कर दिए। मुझे अब उस व्यक्ति की चिंता हो रही जो यह पैकेट खोलेगा। जल्द ही इस फैक्ट्री में वो मजदूर की भूमिका में नजर आएगा। ~ @Araahann
0
0
15
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
प्रेम एक ऐसा दर्पण है जिसमें भयानक से भयानक शैतान भी मनोहर और मनमोहक दिखाई देता है. ~अल्बर्टो मोराविया
0
3
15
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
अगर तुम अपनी लेखनी से सांस नहीं लेते, अपनी लेखनी में रोते या गाते नहीं हो तो मेरी मानो लिखना छोड़ दो. ऐसी लिखाई का हमारी संस्कृति में कोई इस्तेमाल नही है. ~अनाईस नीं
0
1
14
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
Tweet media one
0
1
11
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
There may be times when we are powerless to prevent injustice, but there must never be a time when we fail to protest. ~Elie Wiesel
@kavitaaayein
कविताएँ और साहित्य
4 years
ऐसा समय भी आ सकता है, जब हम अन्याय को रोकने में असमर्थ हो जाएं। लेकिन ऐसा समय कभी नहीं आना चाहिए, जब हम उसका विरोध करने में असफल हो जाएं। ~ एली विसेल #FranceTerrorAttack @hussainhaidry @MANJULtoons @Ashok_Kashmir @Arjun_Mehar
Tweet media one
0
10
59
0
3
11
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
वो लोग जिनके पास कुछ होता है वो उसे खोने से डरते हैं। वो लोग जिनके पास कुछ नहीं होता वो इस बात से डरते हैं कि उनके पास कभी कुछ नही होगा। यही डर सबको समान बनाता है। ~हरुकी मुराकामी
1
0
12
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
ये हंसता खेलता लड़का किसी दिन आह भर लेगा, लिखा जायेगा तख्ती पर 'उदासी खा गई इसको ' ! ~ फैसल खयाली
0
3
12
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
आईने ईश्वर द्वारा भेजे गए जासूस हैं। ~गीत चतुर्वेदी (हिंदी लेखक) @GeetChaturvedi
0
3
11
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
8 months
@umda_panktiyaan रात नहीं ख्वाब बदलता है, मंजिल नहीं कारवाँ बदलता है; जज्बा रखो जीतने का क्यूंकि, किस्मत बदले न बदले , पर वक्त जरुर बदलता है
0
2
11
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
कुछ लोग कभी इस बात पर विश्वास ही नहीं कर पाते की वो बदल चुके है, उन्हें हमेशा यही लगता है कि ये दुनिया है, जो बदल चुकी है. Ryu Murakami (Japanese Filmmaker and Writer)
0
3
10
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
लड़के जब अपना सारा आत्मसम्मान भुलाकर लड़कियों के सामने रोते हैं तो उन्हें बचाकर किसी सुन्दर दुनिया में ले जाने का मन करता है। वे लड़के जो बहुत से बेहतर काम कर सकते हैं, प्यार कर बैठते हैं और ख़त्म हो जाते हैं। ~गौरव सोलंकी (हिंदी लेखक) @sirfgaurav
0
5
10
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
जब हम प्यार करते हैं, तो स्त्री को धीरे-धीरे उस दीवार के सहारे खड़ा कर देते हैं, जिसके पीछे मृत्यु है; हम दीवार के सहारे उसका सिर टिका कर उसे सहलाते हैं, चूमते हैं, बातों में उसे बहलाते हैं, बराबर यह आशा लगाए रहते हैं—कि वह कहीं मुड़कर दीवार के पीछे न झाँक ले. ~निर्मल वर्मा
1
2
8
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
मेरे लिए वही है दुनिया का सबसे बड़ा चित्रकार जो बच्चे के मुंह से एक लोरी सुनकर उसकी मां का चित्र बना दे ~खलील अबादी (सीरियाई लेखक)
0
0
9
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
कक्षा के सबसे उद्दंड लड़कों को कक्षा की सबसे शांत लड़कियों से प्रेम होता है. सबसे शांत लड़कियां प्रेम में पड़कर उद्दंड हो जाती हैं. सबसे उद्दंड लड़के प्रेम में पड़कर शांत हो जाते हैं. ~देवेन्द्र दांगी @iamdevendradang
1
1
9
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
ब्रह्मांड के दो अलग अलग ग्रहों में एक एक इंसान ऐसे जरूर होंगे जो आसमान को ताकते हुए किसी और ग्रह में जीवन होने की बात सोच रहे होंगे। इन दो लोगो के बीच जितनी जान पहचान है न मैं तुमको उतना जानता हूँ । ~अरहान
0
3
7
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
5 months
आदमी ने मधुमक्खियों से शहद तक छीन लिया आदमी की ज़ुबान फिर भी मीठी ना हुई - भास्कर कविश
0
1
7
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
कह दो उनसे जो ख़रीदने आये हों तुम्हें हर भूखा आदमी बिकाऊ नहीं होता है ! - धर्मवीर भारती
Tweet media one
0
3
7
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
3 years
Emily Hemsworth <3 अनुवाद: मृत कवि संस्था @Hindinama2 @Hindi_panktiyan @kavitaaayein @hindwiOfficial
Tweet media one
0
3
6
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
रात भर कर रहे थे तेरी तारीफ चाँद से, चाँद इतना जला की सुबह तक सूरज हो गया। ~ आयुष्मान खुराना ( @ayushmannk )
0
0
7
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
रंग आंखों का स्पर्श है, बहरों का संगीत तथा अंधेरे से काढ कर निकाला गया एक शब्द है ! ~ओरहान पामुक (तुर्क लेखक)
0
0
6
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
5 months
बाँधे जाते इंसान, कभी तूफान न बाँधे जाते हैं, काया जरूर बाँधी जाती, बाँधे न इरादे जाते हैं। ~ गोपालप्रसाद व्यास
0
1
6
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
जिनका कोई भविष्य नहीं है, उन्हें भी भविष्य फल पढ़ना चाहिए। कभी-कभी फल में से भविष्य निकल पड़ता है, जैसे अकाल में से राहत कार्य अधिकारियों के बँगले निकल पड़ते हैं। ~ हरिशंकर परसाई
0
0
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
प्यारी लड़की… तुम्हारे पास अधिकतर दो ही विकल्प होंगे लड़ना या चुप रह जाना तुम कोई भी चुनाव करो भीतर कुछ मर जाएगा ~ समृद्धि मनचंदा @samridhi85 "
0
1
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
किसी को बेइंतहा प्यार करने की प्रक्रिया में खुद के वजूद को खोते जाना दुनिया की सबसे दर्दनाक घटना है. ~अर्नेस्ट हेमिंग्वे
0
2
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
सीढ़ियाँ चढ़ते हुए जो उतरना भूल जाते हैं वे घर नहीं लौट पाते। ~ नरेश सक्सेना #hindi
0
0
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
जिसे हम जागृतावस्था कहते हैं—वे सिर्फ़ पीड़ा के क्षण हैं—दो प्रेम-स्वप्नों के बीच. ~निर्मल वर्मा
0
2
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
जब हम जवान होते हैं, हम समय के खिलाफ भागते हैं. लेकिन ज्यों-ज्यों हम बूढ़े होते जाते हैं, हम ठहर जाते हैं, समय भी ठहर जाता है, सिर्फ मृत्यु भागती है, हमारी तरफ. ~निर्मल वर्मा
0
0
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
पुराने देवताओं की मृत्यु/हत्या के बाद नए धर्म का जन्म होता है। ~खलील अबादी
0
1
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
@thepoetichouse ज़िन्दगी स्वर्ग हो सकती है अगर अकेलापन ख़ुशी से अपनाया गया हो न कि किसी के छोड़ जाने से पनपा हो.
0
1
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
7 months
वे डरते हैं किस चीज़ से डरते हैं वे तमाम धन-दौलत गोला-बारूद पुलिस-फ़ौज के बावजूद ? वे डरते हैं कि एक दिन निहत्थे और ग़रीब लोग उनसे डरना बंद कर देंगे। गोरख पांडेय
0
2
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
मनुष्य की इकलौती समझ से यह संसार नहीं चल सकता, उसे समस्त चराचर से मशविरा करना चाहिए। — विजयदान देथा
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
भाषा के ईजाद से पहले लंबा पत्र किसी को मुस्कुरा कर देख लेने भर से लिखा गया था. ~कैसर मुज़फ्फरपुरी #mritkavi #quote #life #love #shayri
0
0
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
विश्व भर के साहित्य की कुछ अनमोल क्षणिकाएं हिंदी में सभी के सामने लाना यही हमारा लक्ष्य है. Carpe Diem! हम ज्यादा लोगों तक विश्व साहित्य की कुछ अनमोल बातें हिंदी भाषा में पहुंचा सकें इसके लिए आप इस ट्वीट को RT करें. धन्यवाद.
0
2
5
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
Maya Angelou
Tweet media one
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
छोटी उम्र में सभी लोग आदर्शवादी होते हैं। ~ भीष्म साहनी
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
कौन सी बात है जो उस में नहीं उस को देखे मिरी नज़र से कोई — शहरयार
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
हमको तहज़ीब सिखाती है मुहब्बत करना और दुनिया हमें नफ़रत पे लगा देती है — नदीम मलिक
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
3 years
सुबह माथे पर दिया गया चुंबन दिन भर पेड़ बनकर साथ चलता है। उसने आदतन चूमा। मैं उठा। उसे छोड़कर नहीं जा सकता। बाहर जाना, छोड़कर जाना नहीं होता। मेरा एक हिस्सा हमेशा उसके आँचल में बँधा रहता है; ज़रूरी बात की तरह। ~नीरव @jholachhapmemer
Tweet media one
0
2
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
यह आपकी सड़क है, और आप अकेले हैं, अन्य लोग आपके साथ चल सकते हैं, लेकिन कोई भी आपके लिए नहीं चल सकता है।"" ~ रुमी
1
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
जब तक हम समय का प्रबंधन नहीं कर सकते, हम कुछ और नहीं कर सकते। ~ पीटर एफ. ड्रकर
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
दुख के साथी को मन अपना सबसे कमजोर हिस्सा सौंप देता है। ~एकता नाहर
0
2
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
ओशो
Tweet media one
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
लोग भूल जाएँगे तुमने क्या कहा, लोग भूल जाएँगे तुमने क्या किया लेकिन लोग ये कभी नहीं भूलेंगे कि तुमने उन्हें कैसा महसूस करवाया। ~ माया एंजेलो
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
एक छींक की तरह आ जाएगी मृत्यु जेब में - रूमाल नहीं होगा... -बाबुषा कोहली @Baabusha
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
5 months
परवरिश बताती है संस्कार, वरना अंगूठा दान देने वाला ' अंगूठा दिखा भी सकता था। ~ सेजल
1
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
Tweet media one
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
बहुत मुश्किल है बंजारा-मिज़ाजी, सलीक़ा चाहिए आवारगी में। ~ निदा फाज़ली
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की ~गुलज़ार
0
1
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
"मृत्यु सब कुछ चुरा लेती है, सिवाय हमारी कहानियों के।" ~ जिम हैरिसन
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
यह सत्य है कि सब ऐसे भाग्यशाली नहीं होते हैं कि उन्हें कोई प्यार करे, पर यह तो हो सकता है कि वह स्वयं किसी को प्यार करे। ~जयशंकर प्र��ाद
0
0
4
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
सबसे ताक़तवर जैसा कोई आदमी नहीं होता सबसे चालाक ही दिखने लगता है सबसे ताक़तवर जब कोई घोषित करता है कि वह कभी डरता नहीं, कभी घबराता नहीं है तो परिचय देता है वह सरल मनुष्य नहीं है। ― कुमार अम्बुज
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
वो जो दुनिया बदलने वाले थे, नौकरी में अपना शहर नहीं बदल पा रहे हैं। ~ शिवपाल सिंह ठाकुर
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
झर जाने की प्रतीक्षा में नहीं है कोई फूल मिट जाने की प्रतीक्षा में नहीं है कोई प्यार हम नश्वरता को साक्षी बना अमरता की प्रतीक्षा में थे जबकि इस सृष्टि का कोई क्षण अगले क्षण की प्रतीक्षा में नहीं है। - राकेश रोहित
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
जीवन में जब सब कुछ बुरा ही होता चला जाए तो फिर आदमी चिंता करना छोड़ देता है। ~ ज्ञान चतुर्वेदी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
"जीत जाना और सीख जाना दोनों प्रयास करने पर ही संभव हैं। ~ अंकुश कुमार @AnkushkKumar "
1
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
मृत कवि संस्था अब टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है.
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
हम प्यार करते हुए भी सच को,गंदगी को, अँधेरे को,पाप को भूल नहीं पाते हैं। — राजकमल चौधरी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
प्रतिभा जाति पर निर्भर नहीं करती। जो परिश्रमी है, वही सब कुछ प्राप्त करता है। -महादेवी वर्मा
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
वो परेशाँ हो तो सुनता है मेरी बातें भी रात के वक़्त फटा नोट भी चल जाता है -आशू मिश्रा
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
कविता पढ़ना सौ मीटर की दौड़ नहीं। कविता अच्छी तभी होगी जब वह सरपट न दौड़ाए। बाधा दे, रोके। ~ केदारनाथ सिंह
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
भोजन के बाद कलंक-चर्चा का चूर्ण फाँकना जरूरी होता है। उन्होंने चूर्ण फाँकना शुरू कर दिया– आपने सुना, अमुक साहब की लड़की अमुक लड़के के साथ भाग गयी और दोनों ने इलाहाबाद में शादी कर ली। कैसा बुरा जमाना आ गया। मैं जानता हूँ कि वे बुरा जमाना आने से दुखी नहीं, सुखी हैं। ~हरिशंकर परसाई"
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
अगर तुम इसलिए लिखना चाहते हो कि अपने लिखे से किसी औरत के बिस्तर में उतर जाओ, तो मत लिखो. ~चार्ल्स बुकोव्स्की #bukowski #mritkavi #quote #life #love #koboabe
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
अगर तुम इसलिए लिखना चाहते हो कि अपने लिखे से किसी औरत के बिस्तर में उतर जाओ, तो मत लिखो. ~चार्ल्स बुकोव्स्की
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
होता है एक शख़्स तुम्हारी खुशी पे खुश तुम जितने खुश हो इससे सिवा खुश रहा करो !! ~ अब्बास ताबिश
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
10 months
अब्राहम लिंकन
Tweet media one
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
सहज जीवन बड़ी कठिन साधना है। — हजारीप्रसाद द्विवेदी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
7 months
कुछ भी बचाया नहीं जा सकता रात में हम जो सपने देखेंगे वे भी सुबह यहीं छूट जाएँगे — मंगलेश डबराल
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
कुछ किताबें तब ज़्यादा सुंदर थीं, जब वे पेड़ थीं। ~ गीत चतुर्वेदी
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
जो जितना ऊँचा होता है उतना ही एकाकी होता है, हर भार स्वयं ही ढोता है चेहरे पे मुस्कानें चिपका मन ही मन रोता है। ~ अटल बिहारी वाजपेयी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
मौत ही इंसान की दुश्मन नहीं ज़िंदगी भी जान ले कर जाएगी! — अर्श मलसियानी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
गले लगा कर ऐसे रुखसत करता हूं जैसे सारे जाने वाले अच्छे हों ~ शारिक कैफ़ी
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
फूल की पंखुड़ियाँ तोड़कर, तुम फूल की सुंदरता नहीं बटोरते। — रवीन्द्रनाथ टैगोर
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
चीज़ों को जितना ज़्यादा वर्जित किया जाता है वो उतनी ही लोकप्रिय हो जाती हैं। ~ मार्क ट्वेन
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
Tweet media one
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
स्वयं को जानना सभी ज्ञान की शुरुआत है। ~ अरस्तू
0
0
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है तुम्हारे बा'द ये मौसम बहुत सताएगा ~बशीर बद्र
0
1
3
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
3 years
माँ ने बहुत हँस के टाल दी वे बातें जिन बातों पर बर्तन बंट जाते. ~देवेन्द्र दांगी @iamdevendradang
Tweet media one
0
1
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
8 months
@JaikyYadav16 रिंकू सिंह की भी अंतिम दो कैच भी लिए
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
अगर यह आपकी शांति की कीमत चुकाता है तो यह बहुत महंगा है। ~ पॉलो कोएल्हो
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 years
प्रेम क्या होता है? ज़मीन में आधा दफ़न लहराता हुआ दुपट्टा ही तो होता है। ~गीत चतुर्वेदी @GeetChaturvedi
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
Tweet media one
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
हम इस दुनिया को सिर्फ एक ही बार देखते हैं, फिर तो सिर्फ स्मृतियाँ ही होती हैं। ~लुइस ग्लुक
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
प्रेम खींचने की नहीं, सींचने की चीज़ है। जो खिंचता है, वह एक दिन टूटता ज़रूर है। -आशुतोष दुबे
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
2 years
दुनिया में कुछ धंधे जो बहुत मज़े के हैं, उनमें लोगों को ज्ञान देना भी एक है। ~राजेन्द्र धोड़पकर
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
7 months
Tweet media one
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
5 months
मुझे दुख नहीं मैं किसी का नहीं हुआ, दुख है कि मैंने सारा समय हर एक का होने की कोशिश की। — श्रीकांत वर्मा
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
5 months
दुख पर ध्यान दोगे तो हमेशा दुखी रहोगे, सुख पर ध्यान देना शुरू करो। तुम जिस पर ध्यान देते हो वह चीज सक्रिय हो जाती है। ~ ओशो
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
4 months
Tweet media one
0
0
2
@MritKaviSanstha
Mrit Kavi Sanstha
1 year
बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए ~ डॉ. भीमराव अम्बेडकर
0
0
2