RT बाबा (पटिया वाले)
3 years
😢😢😢😢😢😢
दास्तान-ए-दर्द, यूं लिखना..!
खुद के खूं से, खूं लिखना..!!
रंग-ए-खूं सबका जुदा तो नहीं,
जिसके हक़ में है,हुकूक आपका
इंसान है वो...कोई खुदा तो नहीं.
खत्म, 4 साल का बनवास कीजिये
14000 बचे है 'मामा' पास कीजिये
💐💐💐💐💐💐
उम्मीद है,
'मामा जी' जल्द सुनेंगे.😊
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