यूपी पुलिस की नाकामी को यूं नजरअंदाज नहीं कर सकते , घटना के बाद से सारी सीमाएं सील होने पर भी, वो पुलिस से बचता रहा, उसके आत्मसमर्पण
को गिरफ्तारी का नाम दिया जा रहा है, एमपी की पुलिस उसे गिरफ्तार करने का श्रेय ले रही , परंतु एमपी में दाखिल होते ही, पुलिस को खबर क्यों नहीं हुई?