@shivaydv_
@sarkari_result
अबे लोकतंत्र है, सबको अपनी बात कहने का अधिकार है,
तब कहां था जब संसद में कोई जय फिलीस्तीन का नारा लगाता है, तब कहां था जब सर तन से जुदा का कोई नारा लगाता है, तब कहां था जब कोई अफजल हम शर्मिन्दा है त��रे कातिल जिंदा है का नारा लगाता है, जब भारत तेरे टुकड़े होंगे, अलुहा लहसुन।