सरिता Profile Banner
सरिता Profile
सरिता

@sarita_dangi1

7,308
Followers
27
Following
1,132
Media
31,552
Statuses

Doctor| Dreamer|Dogs|Poetry|Nature| #सरूँ … "Poetry gives voice to my soul."

Joined February 2020
Don't wanna be here? Send us removal request.
Pinned Tweet
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
——— सैंकड़ों कारण हो सकते हैं किसी रिश्ते को तोड़ने के लिए मगर, प्रेम अकेला ही काफ़ी है किसी से …जुड़े रहने के लिए। #सरूँ ———-
Tweet media one
67
87
289
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
कोई बेहद …….ख़ूबसूरत और गहरी कविता साझा करे प्लीज़ । #सरूँ
170
109
1K
@sarita_dangi1
सरिता
4 years
तपस्या के आईने में, मै संवर जाऊँगी। ज़िंदगी,जितना तड़पाएगी तू मै उतना निखर जाऊँगी। ———————— डा सरिता डांगी✍️✍️
Tweet media one
267
200
883
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
हमारा भी …एक ज़माना था मेडिकल का आख़िरी साल …मैं और मेरी किताबें
Tweet media one
99
31
626
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
प्रेम करके भी यदि किसी में अहंकार शेष है, तो उसने प्रेम किया ही नहीं। ~सरिता डांगी
59
150
602
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
किसी ने हमें …..सम्भाला ही नहीं मुफ़्त में मिल गए थे हम ….शायद । #सरूँ
23
77
406
@sarita_dangi1
सरिता
4 years
@Satyend11371050 @RekhaSharma1511 @NavinBharatIND @IRBMishra @YadavAnja सारे दिए बुझा के सोती हूँ दर्द की लौ को बढ़ा के सोती हूँ चाँद कब सोने देता है तनहाई में तेरी कपड़ों को तेरे बिस्तर बना के सोतीं हूँ। ✍️✍️✍️✍️
32
28
372
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
“उदासियाँ …सच लिखवाती हैं”…
24
72
375
@sarita_dangi1
सरिता
10 months
———- तुम्हें पाना मेरा मक़सद नहीं … तुम्हें ना खोना …मेरा मक़सद है । ———- ~सरिता~
20
93
326
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
नज़रों में जो,उतरे थे कभी उतर रहे है वो नज़रों से अब। #सरूँ
17
58
291
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
प्रेम प्रतिज्ञा भी हैं और …अनंत प्रतीक्षा भी #सरूँ
Tweet media one
34
52
285
@sarita_dangi1
सरिता
10 months
————— प्रेम के बीज कुछ इस तरह बोओ कि तुम बेशक पानी पीना भूल जाओ …मगर उन्हें सींचना नहीं। ————— ~सरिता #सरूँ
Tweet media one
75
83
286
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
मेरे हिस्से की यात्राएँ अब तुम करना…. जो सिर्फ़, तुम से ……तुम तक ही थी । #सरूँ
21
71
288
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
……उसने मुझे ……..कई बार तोड़ा मैं भी ढीठ सी …..जुड़ती चली गयी । #सरूँ
21
51
261
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
कोशिश करते थे कभी मिलने की जिनसे अब कामना है कि उनसे सामना ही ना हो । #सरूँ
16
47
262
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
खुशनसीब ……..होती है वो रूहें जिन्हें अपने ……मुक़ाम मिलते है । #सरूँ
10
49
251
@sarita_dangi1
सरिता
8 months
: सुनो , तुम बहुत ख़ूबसूरत हो इसलिए नहीं कि तुम सूरत से ख़ूबसूरत हो बल्कि इसलिए कि तुम पाकीज़ा इश्क़ हो शराफ़त हो इबादत हो कुछ हद तक …मेरी आदत हो तुमने छुआ है मुझे कई बार …बार-बार “अपनी अदाओं से नहीं बल्कि …मर्यादाओं से” सुनो …तुम …बहुत ख़ूबसूरत हो : ~सरिता~ #सरूँ
Tweet media one
39
80
247
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
——- रंगों से खेलिएगा … किसी के हालात या जज़्बात से नहीं। ——-
25
51
242
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
मेरा तुमसे स्पर्श एक मुलायम कविता के सिवाय कुछ भी नहीं ……. #सरूँ
24
52
238
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
प्रेमी यदि पीपल का पेड़ भी हो जाए …. तब भी,मन्नत के धागे, सभी प्रेमिकाएँ नहीं बांध पाती। ~सरिता डांगी~
29
43
236
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
मेरा आकाश हो तुम, तो मेरा काश भी तुम । #सरूँ
12
36
224
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
उम्र गुज़ार दी , जिन किताबों में हमने, उन्होंने मुझे, तुझे पढ़ना नहीं सिखाया। ✍️✍️✍️
Tweet media one
35
34
219
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
नाराज़गी तो बहुत ज़्यादा है तुमसे इतनी कि अब कही भी नहीं जाती। #सरूँ
13
40
218
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
गले तो हमें …………..बहुतों ने लगाया थाम कर रखने का हुनर विरले ही पाया #सरूँ
25
43
216
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
मुझे कभी भी …तुमसे …जीतना नहीं था। #सरूँ
Tweet media one
33
43
228
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
डूबते काग़ज़ को मैंने …लिख कर बचाया। #सरूँ
Tweet media one
56
68
217
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
मानती हूँ, कि मैं प्रेम लिखती हूँ ……क्योंकि मैं, ‘प्रेम में पड़ी’ से ज़्यादा, प्रेम से खड़ी हुई स्त्री हूँ ~सरिता डांगी #सरूँ
28
40
202
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
———— आगे बढ़ने का मतलब…हमेशा तरक़्क़ी या ऊँचाई नहीं होता …कुछ …पीछे छोड़ना भी होता हैं। ————
16
70
190
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
——— मैं पुरुष हूँ …रोता नहीं हूँ …ऐसा कहने वाले, अक्सर छुप-छुप कर रोए …और …बहुत रोए। ———-
18
47
197
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
हमारी तरक़्क़ी …………उसी दिन रुक जाती है जिस दिन हम दूसरों की तरक़्क़ी से ईर्ष्या करने लगते है। #सरूँ
15
32
189
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
————- प्रेम में मेरी पहचान केवल ये है कि अब …जब भी तुम … किसी से प्रेम करोगे तो मुझे …ज़रूर याद करोगे … हार कर भी …मेरी यही जीत है। —————- ~सरिता डांगी~
22
68
187
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
थोड़ी सी मोहब्बत आज खुद से की जब चेहरे पे पड़ती बैरन झुर्रियाँ देखी …… #सरूँ #बस यूँ ही …..,,
Tweet media one
43
15
186
@sarita_dangi1
सरिता
2 months
——— कभी-कभी हम किसी का प्रेम नहीं …बल्कि, उनके किसी अतीत की रिक्तता को भरता हुआ केवल… एक …विकल्प होते है। ———- ~सरिता~
18
60
187
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
प्रेम अदृश्य है निशब्द है मगर उसकी अनुभूति बहुत ही गहरी, विशाल और विस्तृत है। #सरूँ
14
49
184
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
———— किसी से प्रेम करना गुनाह नहीं मगर, प्रेम करके …गुनाह करना ..प्रेम नहीं । ———— ~सरिता~ ०१/०२/२४
20
58
180
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
— प्रसव पीड़ा में चीखती स्त्री कई तूफ़ानों से एक साथ गुज़रती है कभी देह की पीड़ा, तो कभी शिशु की चिंता तो कभी ख़ुद के अंगों से कुछ अलग हो जाने का डर इन तूफ़ानों से निकल कर वो कुंदन सी होकर बाहर आती है। बस फिर वही बिखरी निखरी सी स्त्री …माँ कहलाती है। —— सरिता
Tweet media one
50
55
185
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
ज़िंदगी को कितना और कहाँ जीया से ज़्यादा ज़रूरी है कि …उसे कैसे जीया। #सरूँ
21
38
182
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
किसी स्त्री की उदास आँखों के पीछे कई समंदर सूखे होते है।……… #सरूँ
Tweet media one
34
55
179
@sarita_dangi1
सरिता
6 months
—- प्रेम की तलाश नहीं होती वो तो बस हो जाता है कभी अचानक …तो कभी दूसरे का व्यवहार, समर्पण या प्रेम देखकर प्रेम कभी भी सही या ग़लत देखकर नहीं होता क्योंकि …वो तो बस हो जाता है बिना किसी नफ़ा या नुक़सान को देखे यही प्रेम की पराकाष्ठा है …विडंबना नहीं #सरूँ ——- ~सरिता~
22
49
178
@sarita_dangi1
सरिता
10 months
प्रेम में …ख़ुद को …मिटाना ज़रूरी है। …#सरूँ
Tweet media one
37
48
171
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
——— क्या-क्या पनपता है …एक छोटे से दिमाग़ में … मलाल ये है कि हम उन्हें “हरा”रखते है जिन्हें दरअसल “सूख”जाना चाहिए ।….#सरूँ ———-
Tweet media one
56
59
171
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
————- भ्रम का टूटना भी …उतना ही दुखदायी है जितना की किसी के विश्वास का टूटना … ————- ~सरिता~
13
56
173
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
प्रेम में पड़ी स्त्री जितनी खुश होती है उतनी ही डरी हुई भी ……., #सरूँ
19
32
170
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
प्रेम पनपने और पलने के साथ परवरिश माँगता है। #सरूँ
10
30
172
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
——- मलाल ये रहा ..कि कुछ मलाल रह गये ना कह सके ना सुन सके …कुछ सवाल रह गये। ———- #सरूँ
Tweet media one
19
48
172
@sarita_dangi1
सरिता
6 months
————— कितना विचित्र होता है प्रेम जिसके प्रेम से मन व्यथित हो …पीड़ा में हो या जिसकी वजह से …मन में कोई टीस हो उसे भी खुलकर …मन व्यक्त नहीं कर पाता कि कही …उसे दुःख ना हो…. —————- ~सरिता~
24
52
170
@sarita_dangi1
सरिता
3 months
——— कौन सी नज़र से देखूँ तुम्हें कि तुम …पराए लगने लगो… कि तुम्हें अपना समझकर हम रोए बहुत है। ———— ~सरिता~
18
60
171
@sarita_dangi1
सरिता
4 years
शुभ दीपावली🙏🙏
Tweet media one
62
12
155
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
————— किसी को …ख़ास बनाने के लिए, प्रेम किसी ख़ास दिन का मोहताज नहीं … ये तपस्या हैं…पूजा है…समर्पण हैं उम्र भर का… ————— ~सरिता डांगी
24
43
156
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
सुनाने की धुन में,किसी को सुनना ना भूलें टूटे है ग़र सपने तो फिर से बुनना ना भूलें। #सरूँ
15
41
166
@sarita_dangi1
सरिता
8 months
———- कोई खोया …गुजरते साल में तो कोई …आने वाले साल में हम ने ख़ुद में ही ख़ुद को खोया इतना खोये …किसी की याद में ———— ~सरिता~
26
56
165
@sarita_dangi1
सरिता
9 months
——— मैंने तुमसे केवल …तभी झूठ बोला जब-जब मैंने तुम्हें ख़ुद की ज़िंदगी से चले जाने को कहा … ———- ~सरिता~
12
41
162
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
बोलते रहना ….देखो थोड़ा बहुत हमसे ज़्यादा खामोशियों के चर्चे बहुत होते है। #सरूँ
15
36
156
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
तनहा हुए तो क्या हुआ हमने मुस्कुराना नहीं छोड़ा टूट गए खुद कतरा कतरा किसी और का दिल नहीं तोड़ा …. #सरूँ
Tweet media one
39
20
158
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
परिचय के बाद अपरिचित होना पीड़ा देता है।
22
32
158
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
ये रहस्य केवल रेलगाड़ियाँ जानती हैं... किस तन का ट���कट कहाँ का था.... और कौन सा मन... कौन से स्टेशन पर‌ उतर गया……( अज्ञात) #सरूँ
22
35
151
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
मत आइए अब क़रीब भी देखा न जाएगा हम वो नहीं रहे जिसे छोड़ा था आपने #कश्फ़_नालंदवी
14
34
152
@sarita_dangi1
सरिता
6 months
———- किसी ने किसी को शब्दों से खोया तो किसी ने किसी को खामोशी से। ———- ~सरिता~
22
45
154
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
वियोग पर खुद का नियंत्रण ही योग हैं। ~सरिता डांगी~
6
28
155
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
यूँ तो उसने मुझे…………आज तक नहीं छुआ मगर रोज़ उसके अल्फ़ाज़, मेरी रूह को छूते है । #सरूँ
18
31
148
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
——— प्रेम में इज़हार के मुझे तरीक़े नहीं आते चॉकलेट और फूलों से मन लुभाने नहीं आते हर घड़ी पूछ लेती हूँ बस … “कि तुम ठीक तो हो ?” ———-
21
45
153
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
———- पीड़ा को ना ही …शब्द दिये जा सकते है और ना ही कोई अर्थ… ———-
17
30
149
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
——— तुम आस-पास होते …तो मन ख़ुद ही गुलाब होता … ———
12
37
146
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
मेरी उड़ान में आज तुम शामिल नहीं मगर ध्यान से देखना, पंख तुम्हारे हैं। ~सरिता डांगी~
16
25
146
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
………जिस भी मौसम के हो तुम बस, मुझे साथ ले जाना।…… #सरूँ
10
28
144
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
पूछ लेते वो बस मिज़ाज मिरा कितना आसान था इलाज मिरा (not mine)
11
29
145
@sarita_dangi1
सरिता
6 months
———— इतनी नज़ाकत से भी …ना …रूठे कोई जो मालूम ही ना पड़े कि ख़फ़ा है कोई ———— ~सरिता~
22
44
143
@sarita_dangi1
सरिता
5 months
——— चले जाएँगे …तेरी महफ़िल से किसी रोज़ हम वो अलग दौर होगा …फिर तेरा कोई और होगा ——— ~सरिता~
10
46
141
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
——— प्रेम …मौन की मर्यादाएँ …बखूबी जानता है। ———-
7
48
144
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
प्रेम की अभिव्यक्ति जब किसी को शब्दों का ग़ुलाम करदे …तब समझो …कही …कुछ तो रिक्तता हैं।
Tweet media one
18
24
144
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
———- कभी-कभी हम वो सब लिख जाते है …जो हम कह नहीं सकते …और कभी वो कह जाते है जो हम कहना नहीं चाहते … “बस प्रेम भी ऐसा ही कुछ है” —————- ~सरिता~
12
42
138
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
मुझे साज़िशें नहीं आती और तुमने, कोई साज़िश नहीं छोड़ी। ⁦ @sarita_dangi1 ⁩ #सरूँ #PoetryOnPaper
Tweet media one
23
39
137
@sarita_dangi1
सरिता
5 months
———- ख़ूब खेला कोई जज़्बात से हम समझते रहे कि होली है । ———- ~सरिता~
13
37
138
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
शाम से मन …कुछ …रात सा हैं …
14
29
137
@sarita_dangi1
सरिता
3 months
——— कौन मानेगा …कि …वो उदास है कि वो अक्सर हँस के मिलता है। ———- ~सरिता~
11
38
142
@sarita_dangi1
सरिता
8 months
——— प्रतीक्षाएँ …संयम …माँगती है … ———
16
48
141
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
——— बहुत आसान था …हमको मना लेना मगर आसान रास्ते उसे पसंद कहाँ थे। ———
15
35
136
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
पेड़, पहाड़, पानी और थोड़ा सा पागलपन…… पुष्पक सी खिल उठती है इनसे ज़िंदगी मेरी #सरूँ
Tweet media one
33
24
139
@sarita_dangi1
सरिता
2 months
———- किसी के द्वारा …की गई उपेक्षा से कही ज़्यादा हमें अपनी …अपेक्षायें आघात करती है। ———- ~सरिता~
11
40
141
@sarita_dangi1
सरिता
3 months
———- आधे -अधूरे से लोग … अक्सर …सभी कुछ पूरा निभाते है। रिश्ते, प्रेम …और ज़िम्मेदारियाँ … ———- ~सरिता~
19
54
136
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
सैंकड़ों चुप्पियों के बाद बोलती हैं एक कविता…
26
41
135
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
————- सैंकड़ों बेचैनियों के बाद की स्थिरता हो तुम राह ताकती आंखों की, समीक्षा हो तुम। कैसे बताऊँ कि निष्प्राण हूँ तुम्हारे बग़ैर मेरे जीवन की सुंदर अपेक्षा हो तुम। उम्र भर की पूँजी हो मेरी, निश्छल सी एक प्रतीक्षा हो तुम । —————- ~सरिता डांगी~पार्ट ४ #सरूँ
Tweet media one
19
31
133
@sarita_dangi1
सरिता
2 months
———- जल्दबाज़ी में पढ़े जाने वाला, किरदार नहीं हूँ मैं … मुझे जानना हो तो एक जमाने के साथ, एक ज़माना और भी लाना … ———— ~सरिता~
21
50
137
@sarita_dangi1
सरिता
10 months
———- बस यूँ ही हुआ था …कुछ हमें भी गुमान कि किसी ख़ास के बहुत …ख़ास है हम ———- ~सरिता~
8
45
139
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
मै वो नहीं जो आप सोच बैठे थे मैं वो भी नहीं जो सोचते हो मगर, मैं वो ज़रूर हूँ जो आप की कल्पना से बाहर है... ✍️✍️
Tweet media one
43
26
129
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
लिखने के बाद भी भीतर कुछ छूट जाता है। #सरूँ
Tweet media one
17
25
130
@sarita_dangi1
सरिता
8 months
———— इल्ज़ाम है आज हम पर यूँ ही बदल जाने का कोई पूछता नहीं …कि इश्क़ के गुनाह क्या है? ———— ~सरिता~
16
43
136
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
कैसे कह दूँ के उदास हूँ मैं तेरी उदासियाँ देखने के बाद। @sarita_dangi1 #सरूँ
9
24
131
@sarita_dangi1
सरिता
5 months
———— कौन कहता है लोग मर जाते है जुदाई में तुम भी ज़िंदा हो ..फ़क़त हम भी ज़िंदा है। ———— ~सरिता~
18
37
131
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
——— कितना कुछ बदल जाता है किसी एक के बदलने से … ———
13
38
129
@sarita_dangi1
सरिता
1 year
————- मैं नहीं जानती कि तुम मुझमें कही अटके हो या मैं …तुममें कही भटकती हूं किंतु इतना जानती हूँ कि इस बंधन से मैं मोक्ष नहीं चाहती लेकिन तुम्हें …बांधना नहीं चाहती तुम्हें ख़ुद से आज़ाद करके बस तुम्हें खुश देखना चाहती हूँ । ————— सरिता डांगी #सरूँ
Tweet media one
20
38
131
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
———- लिखते रहना भी …एक तरह की बेचैनी हैं … क्या …क्यों और कितनी कोई नहीं जानता ————
12
36
132
@sarita_dangi1
सरिता
7 months
———— प्रेम कहने को …यूँ तो आज़ादी देता है ….मगर ..कही ना कही …हम बंधते चले जाते है …अटूट से …गहरे से ————- ~सरिता~
10
39
131
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
दिसंबर की …सुन्न करती …एक तारीख़ हो तुम।
21
39
128
@sarita_dangi1
सरिता
3 years
अधूरी सी कुछ बातें अधूरी सी मुलाक़ातें ……… अधूरी सी यादें ….,, आदमी को ही अचानक आधा सा, अधूरा ….कर देती है ……… #सरूँ
10
30
128
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
आशा की एक किरण के साथ…तुम सूरज की सैंकड़ों किरणों से लड़ सकते हो।…#सरूँ
Tweet media one
35
24
129
@sarita_dangi1
सरिता
2 years
राह ताकती आंखों की …उत्सुकता हो तुम।
17
33
126
@sarita_dangi1
सरिता
17 days
———— बहुत कम लोग होंगे …जो तुम्हें तुम्हारी ज़िंदगी की धुँध …से बाहर ले आयेंगे ————
19
40
131
@sarita_dangi1
सरिता
2 months
———— यूँ तो …बहुत से मर्ज़ की दवा है मेरे पास तुम्हें जो भुला दे उसका हुनर मुझ में नहीं ———— ~सरिता~
14
40
128
@sarita_dangi1
सरिता
6 months
———— इक सुबह इंतेज़ार की तुम …मेरे भी नाम रखना। भूल जाना चाहे नाम मेरा तुम मुझे पर याद रखना। ———— ~सरिता~
16
31
125