कितने ज़ालिम हो आप लोग आज पता चला पहले तो गौमाता गौमाता बोल कर अपना कटुवा मुसल दिखाते हुए ले गए वहाँ और वहां ले जा के सब के सब ऐसे बजा रहे थे जैसे में किसी इज़्ज़तदार घर की बहू नही बल्कि कोई सड़क छाप बाजारू औरत हूँ
@aayan_khan_2
@abdul_diwa
@Akanksha1987
@aru8168
@ashleel_aarif
पहले जब भी बकील मोहम्मद कासिम जलाली सहाब के दफ्तर में जाती थी तो लगता था कि पता नही कितनी काम की किताबें रखी रहती होंगी लेकिन आज पता चला 🙈🙈🙈 कितने क़िस्से छुपे पड़े उन पन्नों में
@RichaBhabhi
संस्कार तो उस दिन ही नीलाम हो जाते हैं जिस दिन किसी गैर मर्द की इज़्ज़त हम पति से भी ज्यादा करने लगते हैं उसके बाद तो नए से नए मर्द को रिझाने में मज़ा आता है अपने मादक जिस्म से