हम तमाम मुसलमान भाईयों से ये कहते हैं कि वो हमारे मुज़ाहिदीन के लिए दुआ करें, जिन्होंने अमेरिकी ज़ायोनी दुश्मन को शिकस्त देने की क़सम खाई है।
- अबू 'उबैदा
#طوفان_الاقصى
तुम (रुमी) अपनी तादाद पर न जाना, अपने असलहों पर न जाना, तुम्हारा मुक़ाबला आज उस क़ौम (मुस्लिम) से है जिसे मौत उतनी ही अज़ीज़ है, जितनी तुम्हें ज़िन्दगी अज़ीज़ है।
- हज़रत ख़ालिद बिन वलीद
ज़मीन, हवा, समुद्र सब तरफ़ से जो कुछ भी तुम इकट्ठा करने पर क़ादिर हो, इकठ्ठा कर लो, हमने तुम्हारे लिए ऐसी मौत तैयार कर रखी है जो तुमको खुद को कोसने पर मजबूर कर देगी।
- अबू ओबैदा
#أبوعبيدة
अलहम्दुलिल्लाह, मैदान-ए हर्ब में 118 दिन गुज़ारने के बाद भी अहल-ए फ़लस्तीन साबित क़दम हैं, फ़लस्तीनी मुज़ाहमत कारों का हौसला बढ़ाते हुए फ़लस्तीनी अवाम।
#طوفان_الأقصي
सलामती हो उन मुज़ाहिदों पर जो 123 दिनों से मैदान-ए हर्ब में भूखे प्यासे इस्लाम का 'अलम थामें हुए हैं और मस्जिद-ए अक़्सा की हिफाज़त में अपनी जान व माल क़ुर्बान कर रहे हैं।
#طوفان_الأقصى
अगर हम उम्मत बन जाएँ तो, टीपू सुल्तान भी हम, सुलतान सलाहुद्दीन अय्यूबी भी हम, नूरुद्दीन जंगी भी हम, एर्ताग्रूल गाज़ी भी हम और महमूद गजनवी भी हम ही होंगे इंशाअल्लाह।
#طوفان_الأقصى
हम सरेंडर नहीं करेंगे बल्कि हम तुम्हें ज़िन्दगी के आदाब सिखाएंगे, हम या तो फतह हासिल करेंगे या फिर शहीद हो जाएंगे, हम नहीं मानते कि यह अंजाम है, हम यह जंग आने वाली नस्लों और फिर उसके बाद की नस्लों के साथ जारी रखेंगे। अल्लाह मु'आमलात का बेहतरीन इंतेज़ाम करने वाला है।
#غزة_تنتصر
ग़ाज़ा पट्टी में आज सुबह से मूसलाधार बारिश जारी है।
ऐ अल्लाह, ग़ाज़ा में हमारे भाइयों के लिए ख़ैर व बरकत, फ़त्ह व नुसरत और इस्तेहकाम की बारिश फ़रमा।
#Gaza
रसूल-अल्लाह की उम्मत कट रही है और तुम अपने एटमिक ताक़त के साथ तमाशा देख रहे हो, जुर्रत करो और ऐलान-ए जेहाद करो।
सेनिटर मुस्ताक़ अहमद का जनरल आसिम मुनीर को पैग़ाम।
अगर तुमने शरीअत का हक़ अदा कर दिया तो अल्लाह का वादा है कि वह तुम्हें ज़मीन पर ख़िलाफ़त अता कर देगा जैसे कि अल्ल���ह ने तुमसे पहलों को अता फरमाया।
- Al Quran Kareem
ग़ाज़ा शहर के लोगों की इस्तिक़ामत, सब्र और ईमान को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में मीडो हाइट्स मस्जिद में दर्जनों ख़्वातीन ने इस्लाम क़ुबूल कर लिया।
#غزة_الآن
इस्लाम जंग को पसंद नहीं करता, लेकिन अगर जंग मुसल्लत हो जाए तो दुश्मन को गिरफ़्तार करने की इजाज़त तबतक नहीं देता जबतक कि ख़ून रेज़ी न हो जाए और दुश्मनों की क़मर न टूट जाए।
- मुफ़्ती तारिक़ मस'ऊद
हमनें मुसलमानों की बहादुरी के कारनामें अबतक सिर्फ़ तारीख़ की किताबों में पढ़ा था लेकिन अलहम्दुलिल्लाह अल्लाह ने दौर-ए जदीद के इन मुज़ाहिदों के कारनामों से कन्द हुए हमारे क़ुव्वत-ए ईमानी को रौशन कर दिया है।
#فلسطين_تنتصر
बाबरी मस्जिद विध्वंस मु'आमले पर इंडियन सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला अदल व इंसाफ़ पर मबनी फैसला नहीं है बल्कि यह फ़ैसला मज़हब और ताक़त के बिना पर दिया गया है।
- मौलाना अरशद मदनी
#BabriMasjid
यमन ने ऐलान किया है कि जब तक ग़ाज़ा पर घेराबंदी जारी रहेगी तब तक वह लाल और अरब सागर के रास्ते से इज़राइली ऑक्यूपेशन की ओर जाने वाले सभी जहाजों को रोक देगा।
#غزة_العزة
आज अगर इस मुल्क़ में अमन क़ायम है तो वह मुस्लिम नौजवानों की की वजह से क़ायम है, जिस भी दिन मुस्लिम नौजवान, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे आतंकी संगठनों को जवाब देने पर आमादा हो गया उस दिन मुल्क़ के हालात ख़राब हो जाएंगे।
- मौलाना तौक़ीर रज़ा
अल क़साम ब्रिगेड की सी फोर्स समुंद्र के ज़रिए इज़राइली ऑक्यूपाईड अश्केलोन के साऊथ में मौजूद ज़िकिम तट पर पहुंचने में कामयाब हो गई है, अभी भी इज़राइली सिपाहीयों के साथ लड़ाई ज़ारी है।
#Gaza
इज़राइली ऑक्यूपेशन के बमबारी के नतीजे में अपने तमाम अहल-ए ख़ानदान के लोगों की शहादत के बाद भी फर्द-ए ग़ाज़ा ने अल्लाह का शुक्र अदा किया और अपने रब की तहबीह बयान की। यक़ीनन मर जाना अंत नहीं है, सज़ा और जज़ा का दिन मुक़र्रर है और हरगिज़ अल्लाह किसी के 'आमाल में नाइंसाफी नहीं करता।
जिस मुल्क़ को भी मुसलमानों ने फतह किया हो उस मुल्क़ की ज़मीन मुसलमानों की इज़्तेमाई मिल्कियत है, और वो ज़मीन सिर्फ उस वक्त के मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि आने वाले मुसलमानों के लिए भी वक़्फ़ है।
- हज़रत 'उमर इब्न-ए ख़त्ताब
जब इंकलाब आता है तो वह किसी एक मुल्क़ तक महदूद नहीं रहता, अफ़ग़ानी मुसलमानों की फतह के बाद अब अहल-ए ग़ाज़ा अपनी फतह की तैयारी करते हुए। यक़ीनन ये दौर, मुसलमानों के उरूज़ का दौर है।
#Gaza
अरबी और इस्लामी मुमालिक के लोगों, इकठ्ठे हो कर सभी दारुल हुक़ूमतों और शहरों में निकलो ताकि ताकि दुश्मनान-दीन पर ज़र्ब लगाया जा सके।
- शहीद इस्माईल हनीया
#IsmailHaniyeh
इस्लामी शरीयत के मुताबिक़ हुक्मरान हुकूमतों और सरकारी फ़ौजों पर शर'ई ज़िम्मेदारी है कि वह ग़ाज़ा को नस्ल कुशी से बचाने के लिए फ़ौरी तौर पर फ़ौजी मुदाख़िलत करें।
ग़ाज़ा और फ़लस्तीन को तबाह व बर्बाद होने के लिए छोड़ देना, अल्लाह और उसके रसूल (PBUH) से ख़्यानत है और अल्लाह त'आला के
बैतुल हुनून के शुमाल में अल क़साम ब्रिगेड के मुजाहिदों ने एक मकान को निशाना बनाया जिसमें इज़राइली घुसपैठिये छिपे हुए थे, एक भी ज़ायोनी घुसपैठिया बाक़ी (ज़िन्दा) न बचा।
#طوفان_الأقصى
मैदान में हमारी बहादुरी, दुनिया के हर आज़ाद शख्स का फ़क़्र है। हमें एक एसी ताक़त (आतंक) का सामना है जो सिर्फ़ अंधाधुंध क़त्ल करने में माहिर है।
- अबू 'उबैदा
#كتائب_االقسام
हमारे टेरीटरीज़ से तेल अवीव, यरुशलम, डिमोना, अश्कलान, अशदोद, बेर्शेबा और जो भी उससे पहले और बाद में हैं, पर बमबारी करने का फैसला हमारे लिए पानी के एक घूंट पीने से भी ज़्यादा आसान है।
- अबू 'उबैदा
#تل_أبيب
टल न सकते हैं जब जंग में अड़ जाते हैं
पाँव शेरों के भी मैदाँ से उखड़ जाते हैं
तुझ से सरकश हुआ कोई तो बिगड़ जाते हैं
तेग़ क्या चीज़ है हम तोप से लड़ जाते हैं
नक़्श-ए-तौहीद का हर दिल पे बिठाया हम ने
ज़ेर-ए-ख़ंजर भी ये पैग़ाम सुनाया हम ने
#غزة_الآن
फ़लस्तीन के ख़िलाफ़ जंग छेड़ना, यक़ीनन 57 से ज़ायद मुल्क़ों में मौजूद लगभग 2 बिलियन मुसलमानों के ख़िलाफ़ जंग छेड़ने जैसा है।
बेतुल मुक़द्दस, मुसलमानों की नज़र में मानिंद-ए हरम पाक है।