आखिरकार पेरियार चले गए--मंडलजी की डीपी से। ये स्वागतयोग्य कदम है और मंडलजी के हिसाब से, मैं तो उन्हें जानता ही था! इसीलिए मैंने करीब चार महीने पहले ही लिख दिया था, लेकिन वे मान नहीं रहे थे। हालाँकि मंडलजी मानते हैं--और उचित ही मानते हैं-- कि परिवर्तन संसार का नियम है। उस हिसाब से
मीडिया पसंद नहीं है तो उसके मालिक या ऑफिस के सामने धरना दे दीजिए। एंकर को मत डराइये, वो तो नौकरी बजाता है। मालिक नहीं मिलता, तो वो चैनल मत देखिए। वो अखबार मत खरीदिए। सरकार से शिकायत है कि ऐसे चैनलों को लाइसेंस क्यों दिया, तो सरकार की आलोचना कीजिए। लेकिन डराना धमकाना ठीक नहीं।
एंकर महोदय कह रहे हैं कि चंदौली के किसान गेंहू काटते वक्त करेंगे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन। अरे परम ज्ञानियों, किसान वैसे ही फसल काटते हैं। फसल काटना महानगरों की मस्ती वाली पार्टी नहीं है।
मेरा दावा है कि अधिकांश एंकरों ने फसलों की कटाई नहीं देखी होगी।
#anger
#CoronaLockdown
राहुल गांधी को छोड़कर सारे छोटे छोटे राहुल गांधी बीजेपी ज्वॉइन करते जा रहे हैं। वंश और जाति ऐसे ही अनुकूलित होती है। हे अर्जुन! मैं गायों में कामधेनु, गुरुओं में बृहस्पति और वृक्षों में पीपल और राजनीतिक दलों में बीजेपी हूं, सब मुझ में हैं और मुझ ही में समाहित हैं।
अपने पेड़ का मालदह है। एक पेड़ से टोटल 340 किलो निकला है। इसके आगे दुनिया जहान फीकी है। जिसने एक बार खा लिया, बुढ़ापे तक याद रखेगा।
ये बाग बाबा ने सन 50 के दशक में लगाया था।
#mango
आरक्षण का जिन्न इतना ऊँचा हो चुका है कि आज के दिन अगर लालू-मुलायम या करुणानिधि भी लैटरल एंट्री की बात करेंगे तो उन्हें मनुवादी करार कर दिया जाएगा।
जाहिर है, नैरेटिव इतना मजबूत है कि कोई भी उसका विरोध करने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। राहुल गांधी का क्या है, वे तो इस देश को सोवियत
एक समय था कि पैसे नहीं होते थे किताबें खरीदने के लिए, लेकिन समय काफी था। मन मसोसकर रह जाते थे। कई दिन तो फालतू में, ऊब में कट जाते थे।
एक समय है कि घर में अनपढ़ी किताबों की भरमार है, लेकिन पढ़ने को ज़्यादा समय नहीं मिलता।
#WATCH
| Delhi: "Main samajhta hoon ki kabhi-kabhi hum logo ko prateek muhavaro ke andar jaakar ke sochna hoga...", Rajya Sabha MP and RJD leader Manoj Jha reacts on Tamil Nadu Minister Udhayanidhi Stalin's 'Sanatana Dharma should be eradicated' remark.
Not a problem that
@TwitterIndia
is raided by police; prob is: Indian police is so ill-trained that it could hardly prove its case. Don't know how it stands in the court.
Yes, Politically BJP may win the opinion war among people that Twitter is biased; which it really is!
Very efficient Delhi Metro. A girl fainted at INA metro platform; suddenly metro staffs came with first aid and wheelchair and took her away for treatment. We can't imagine it ever in a fully govt own entity like Railways. Kudos.
@OfficialDMRC
लघुशंका को मैथिली में बोलते हैं 'लगही' और मराठी में बोलते हैं 'लघवी'। लगभग दो हज़ार किलोमीटर की दूरी होने पर भी कैसी समानता है! एकता के सूत्र तो देसी भाषाओं के समन्वय में ही छुपे हैं। हिंदी को अगर समृद्ध होना है तो अन्य भारतीय भाषाओं के शब्दों को अपनाना ही होगा।
मेवाड़ के राणा कुंभा के बारे में पढ़ रहा था। आश्चर्य हुआ कि एक इतने छोटे से राज्य का शासक जो चारो तरफ आक्रमणों से घिरा हुआ था, उसने अपने जीवनकाल में 32 किले बनवाए, दर्जनों लड़ाइयाँ जीती और संगीत पर 'संगीत राज', 'संगीत मीमाँसा' और 'संगीत रत्नाकर' जैसी पुस्तकें लिखी।
#Mewar
#ChhathPuja
1.प्रश्न ये है,आखिर बिहार/आसपास के क्षेत्र में ही छठ क्यों? यह कब से मनाया जा रहा है और इसकी सर्वव्यापकता का राज क्या है? छठ की कुछ बातें उल्लेखनीय हैं- सूर्योपासना, पुरोहित या कर्मकांड का न होना, व्यापक समाज की भागीदारी और स्थानीय वस्तुओं, फलों और उत्पादों का प्रयोग
अब नेपाल की कम्यूनिस्ट सरकार ये फैसला करने जा रही है कि भारत से विवाह कर आई महिलाओं को 7 साल बाद नेपाल में नागरिकता मिलेगी।
इन्हें न तो समाज का ज्ञान है और न ही भारत से अपने प्राचीन संबंधों का। विनाशकाले विपरीत-बुद्धि।
#मनीष_कश्यप के कृत्य को डिफेंड करना उचित नहीं है।अतीत भी वैसा ही है। लेकिन जिस तरह से
@bihar_police
उसकी गिरफ्तारी को तमाशा बना रही है वो हास्यास्पद है। किसी का खाता सार्वजनिक करना, पैसा कमाने पर सवाल उठाना और बॉल टु बॉल रिपोर्टिंग करना ऐसा लगता है जैसे कोई व्यक्तिगत मामला हो(1)
मोबाइल फोन जब से आया है, मेरे गांव में करीब आधा दर्जन अंतर्जातीय विवाह हुए हैं। लोगबाग धीरे-धीरे मान भी गए। ऐसा नहीं था कि वे सभी उच्च शिक्षित थे। गरीब और अनपढ़ थे। बीस साल पहले खून-खच्चर हो जाता। आर्थिक अंत:क्रिया और तकनीक समाज के मुख्य संचालक तत्वों में से हैं।
#TuesdayFeeling
A student from remote village of
#Madhubani
(Bihar board) has got seat allocation in Rajdhani college Delhi thanks to entrance test. His +2 marks were average and a big 'No' for number-based admissions. But it happened thanks to entrance test (1)
#DelhiUniversity
विक्रम सम्पत लिखित सावरकर की जीवनी के प्रथम खंड को पाठकों द्वारा हाथोंहाथ लिए जाने के बाद अब उसी जीवनी का दूसरा और अंतिम खंड ‘सावरकर; एक विवादित विरासत’ के नाम से उपलब्ध। आज ही प्री-ऑर्डर करें।
@vikramsampath
@mathur_vaishali
बिहार में पिछले पंद्रह सालों में इतना हुआ है कि 10-12 हज़ार रुपये की नौकरी तो पैदा हो रही हैं, लेकिन 20-25 हज़ार की नौकरियाँ पैदा नहीं हो रही हैं जो इसके जीवन स्तर को परदेस के 50-60 हज़ार रुपये के जीवन स्तर तक पहुँचा देगी।
इसके लिए निजी निवेश चाहिए जो हो नहीं रहा।
#Bihar
परिणाम कुछ भी हो, २०२४ के चुनाव की सर्वश्रेष्ठ वक्ता
@priyankagandhi
ही रहेंगी । उनके भाषण सुंदर भाषा, शानदार तर्कों और सामाजिक सौहद्र के लिहाज से सबसे बेहतर थे ।जो मेरे साथ सहमत हैं वो रीट्वीट करेंगे तो अच्छा लगेगा।
अगर आप गावस्कर,विवियन रिचर्ड्स, कीथ मिलर और तेंदुलकर से जुड़े रोचक किस्सों और क्रिकेट की बारीकियों को समझना चाहते हैं तो पद्म श्री सुशील दोशी से बेहतर दूसरा किस्सागो शायद ही मिले। सुनिए ख़ुद सुशील दोशी अपनी किताब ‘आँखों देखा हाल’ के बारे में क्या कह रहे हैं।
@RealSushilDoshi
विक्रम सम्पत द्वारा लिखित और पेंगुइन(हिंद पॉकेट बुक्स) से प्रकाशित सावरकर की जीवनी का दूसरा खंड जो एक प्रखर क्रांतिकारी और हिंदुत्व की राजनीति के पुरोधा की प्रामाणिक कहानी बतलाती है। आज ही प्री-ऑर्डर करें।
@vikramsampath
#Savarkar
#सावरकर
Almost every week i see
#BJP
/
#RSS
workers meeting in some shcool/college or lonely temple ground. BJP has penetrated to almost village level and RSS has its unit created till block and even lower to that.
There is no such activity of Cong, RJD or JD-U workers.
#Madhubani
It has no doubt that
#DarbhangaAirport
became operational today due to the pressure of thousands of activists; but
@SanjayJhaBihar
and CM
@NitishKumar
played a major role in this. It is thanks to late
@arunjaitley
who fastened the process and Sanjay Jha lobbied hard for this.
अंग्रेज़ी का असर इतना हाहाकारी है कि हिंदी वेबसाइट खुलेआम तुर्की को टर्की लिखने लगे हैं। अब मिस्र को इजिप्ट, रूस को रशिया और चीन को चाइना लिखना बाकी रह गया है।
#Hindi
#हिंदी_शब्द
बिहार में खासकर मिथिला क्षेत्र की बात करें तो किसानी की हालत खराब तो है, लेकिन वृक्षारोपण/बागवानी बढ़ रही है। ख़ासकर लोग आम, जामुन, महोगनी और सागवान के पेड़ लगा रहे हैं। मछली पालन बढ़ रहा है, लोग तालाब खुदवा रहे हैं।आंध्र की मछली अब नहीं दिखती, बंगाल से मछली की आमद बढ़ी है। (1)
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@sahitya_tak
की अनुवाद सूची में शीर्ष दस पुस्तकों में शामिल हुई रामचंद्र गुहा की किताब 'गांधी; दक्षिण अफ़्रीका से भारत आगमन और गोलमेज़ सम्मेलन तक'
@aajtak
#Gandhi
#Hindi
ट्विटर पर सबसे अच्छी बात ये है कि यहाँ पर फूफा और मौसा जी आमतौर पर नहीं मिलते। फेसबुक पर तो ये हाल है कि किसी बात पर थोड़ी सी चिंता करने पर रात के 12 बजे फोन आ जाता है कि बेटा ठीक तो हो?
कई बार 21वीं सदी का जोक भी समझाना पड़ता है। वहाँ ह्यूमर इंडेक्स कई सदियों में बँटा हुआ है।
हाल के सालों में मेरे गांव से जितने लोग बंगलोर और गुजरात गए हैं, वो अपने आपमें विस्मयकारी है। दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता और पंजाब रोजगार देने में फीके साबित हो रहे हैं। ताज्जुब नहीं कि दरभंगा एयरपोर्ट से बंगलोर और अब गुजरात के लिए भी उड़ान शुरू हो गया है।
#DarbhangaAirport
@RShivshankar
I am bit sure that some DMK leader will jump in and try to make it a Tamil Nadu agri-farming issue which is supposedly being suppressed by this Sanatani-BJP-TDP combine of the Andhra Pradesh and predictably by the North Indian Aryan-Hindi-Brahmin lobby. It will play out more in
मैंने पूर्णिया विश्वविद्यालय का नाम फनीश्वरनाथ 'रेणु' के नाम पर रखने की राय कुछ बुद्धिजीवियों,अधिकारियों और नेताओं को मौखिक रूप से दी थी। अभी भी हो सकता है। अगर बेगूसराय में दिनकरजी ने नाम पर वि.वि बनता है, तो इससे बेहतर क्या होगा। नेताओं का नाम बहुत हो गया।
@NitishKumar
#dinkar
जिस समय प्रबल इच्छा थी, ट्विटर ने वेरिफाई नहीं किया। अब, जब थोक के भाव ब्लू टिक का वितरण हो रहा है, तो इसमें वैसा कोई 'सेक्स अपील' अब रहा नहीं। मैंने तय किया है कि अप्लाई ही नहीं करूंगा। इस उम्र में खाक मुसलमां होंगे।ब्लू टिक वालों, आपसे कोई प्रॉब्लम नहीं है। ये ट्विटर पर रोष है।
बिहार के मेरे गांव में आज गोलीबारी हुई है। हालाँकि हताहत कोई नहीं हुआ है, लेकिन छब्बीस साल बाद ऐसी कोई घटना हुई है। सन् 1996 में एक दुर्दांतअपराधी की चुनावी रंजिश में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, तब से शांति थी।
बिहार सरकार के हाथ से कानून व्यवस्था फिसल रही है।
'चूँकि गांधी हत्याकांड में उनके कथित तौर पर शामिल होने की वजह से सावरकर पर कम चर्चा हुई है तो ऐसे में मैं उस प्रकरण पर लिखे अध्याय को पढ़ने की अनुशंसा करूंगा। आपके जो भी राजनीतिक विचार हों,इतिहास लेखन के एक शानदार उदाहरण के रूप में इसे ज़रूर पढ़िए'
मेघनाद देसाई, लेखक-स्तंभकार
सावरकर की पहली प्रामाणिक और बहु-चर्चित जीवनी के प्रथम खंड का सहज, सरल और सुंदर हिंदी अनुवाद। स्वतंत्रता संग्राम के एक अहम कालखंड की गाथा। आज ही ऑर्डर करें।
@mathur_vaishali
@oddsnedsShiva
@vikramsampath
द हिंदू अखबार जिस खूबसूरती से फेक ओपिनियन को जगह देता है, उसके सामने बड़े-बड़े फेक न्यूज पानी भर सकते हैं। जामिया के प्रोफेसर शेख मुजिबुर रहमान का लेख RSS के मार्च पर है जिसे वे इस्लामोफोबिया फैलाने वाला करार देते हैं, लेकिन PFI पर लगे आरोपों को "कथित" करार देते हैं। (1)
@KanchanGupta
This is so normalized in their minds that they don't think anything wrong in it. Recently, one of my FB friends, who is well respected among Secularists, wrote: "Any Muslim locality of the city is the most vibrant and energetic part where you will find top poets, cooks, doctors,
आजतक न मैंने उसके पोस्ट को लाइक किया, न उसने मेरा। लेकिन दोनों एक दूसरे को लगातार फॉलो किए जा रहे हैं, क्योंकि दोनों को लगता है कि संभावनाएं बचा कर रखी जानी चाहिए।
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@mailrajjha
on FB has posted that few young men in
#Madhubani
have set up an LED bulb unit and that is a good news for an industrially backward district. One can contact or whatsapp the unit people at 7002927635.
#Bihar
इस आदमी की नौकरी के लिए मैंने काफी प्रयास किए थे--लेकिन देखिए गाली देने का मौका ये कभी नहीं चूकता।
इसके पेरियार विषयक नए ज्ञान को नजरअंदाज भी कर दें, तो लोगों के लिए ये जानना ज़रूरी है। IIMC का पढ़ा है और "प्रोफेसर साब" का परम शिष्य रहा है।
भारत के महान क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, इतिहासकार एवं हिंदुत्व की राजनीति के पुरोधा माने जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर के जन्मदिवस पर उनके विचारों को जानने के लिए पढ़िए पेंगुइन (हिन्द पॉकेट बुक्स) से प्रकाशित ये पुस्तकें।
#Savarkar
@vikramsampath
A famous magazine for the preparation of BPSC and other state exams has mentioned my late father in one of its questions(Q 4).
One year before he left us but his presence is always felt.
#Papa
#Darbhanga
AIIMS proposal may be cleared today in the cabinet meeting. Good day for north Bihar. After East-West Corridor, Darbhanga Airport and AIIMS(if okayed), this will start a promising era for the whole of Mithilanchal.
पटना मेा #बागेश्वर_बाबा के दरबार में जिस तरह से भीड़ उमड़ी है,वो चौंकाने वाली है। मान लिया जाए कि इसके पीछे BJP ही है तो भी वह पार्टी खुद अपने लिए इतनी भीड़ इकट्ठा नहीं कर पाती। आस्था और टीवी पर बाबा की लोकप्रियता अपनी जगह है, लेकिन यह बिहार की स्थिति पर भी एक टिप्पणी है। (1)
कॉरपोरेट नौकरी करने वाले सरकारी को हेय नज़र से देखते हैं और स्टार्ट अप वाले कॉरपोरेट वालों को। हर किसी को लगता है कि टिटहरी पक्षी की तरह वही आसमान को थामे हुए है।
अयोध्या में जो कुछ मिल रहा है उसके बारे में तो पुरातत्व विभाग के पूर्व अधिकारी के के मोहम्मद ने बहुत पहले कह दिया था कि किस तरह से लेफ्ट इतिहासकारों ने उनके काम में अड़ंगा डालने और तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने की कोशिश की थी। इसमें आश्चर्य कैसा?
#Ayodhya
मेरे जिले में भूमि विवाद में होली के दिन 3 लोगों की हत्या कर दी गई। ख़ासकर होली के दिन पूरे बिहार में ऐसी घटनाएँ होती हैं। भूमि विवाद को कम करने में बिहार असफल रहा है।अदालतों में अधिकांश मुकदमे इसी के है। एक अर्ध सामंती-अर्ध-शिक्षित राज्य के लिए भविष्य में यह खतरे की घंटी है।
कल एक मित्र ने कहा कि महानगरों में दिन सिर्फ 21 घंटे का होता है जबकि छोटे शहरों में 23 से लेकर 23.5 घंटे तक का। तर्क ये था कि महानगरों में 3 घंटा तो कहीं आने-जाने में ख़र्च हो जाते हैं।
मैंने उस मित्र के सम्मान में उसके दिल्ली आने पर शानदार पार्टी करने का वादा किया है।
@TheJaggi
In fact, North is the "real wounded civilisation" and Hinduism has best survived south of Narmada and that's why it is real repository of the same.The flow of civilisation is almost perennial in the South than the North and it will take few centuries for the North to get healed.
आम के पेड़ों में ' मज्जर' लग गए हैं, उनकी सोंधी महक से वातावरण खुशनुमा हो गया है। मधुमक्खियां, शहद के लिए मंडरा रही हैं। वो जो थोड़ी दूर छोटे छोटे पेड़ दिख रहे हैं, वो पापा ने कुछ साल पहले लगाए थे।
#village
#Madhubani
वक्त आ गया है कि साइकिल को बढ़ावा दिया जाए। शहरी एजेंसियों को चाहिए कि तत्काल साइकिल लेन चिह्नित करें और साइकिलिंग को बढ़ावा दें। कम से कम 15-20 किमी तक लोग आराम से ड्यूटी पर जा सकते हैं। इस महामारी काल में और आगे भी अगर प्रकृति को बचाना है तो साइकिल ज़रूरी है
@PMOIndia
#cycle
ख़बर है कि महत्वपूर्ण और वरिष्ठ पत्रकार ने सिर्फ फणीश्वरनाथ रेणु पर ही नहीं, बल्कि रामधारी सिंह 'दिनकर' और दुष्यंत कुमार पर भी poor research किया था!
#मैलाआंचल
गाँव के भोज में व्यंजनों के विस्तार और तड़क-भड़क देखकर भौंचक्का हूँ।पूरी-सब्जी के भोज में पहले एक या दो सब्जी होती थी, उसमें छह सब्जी, रायता, कई अचार, रसगुल्ला और दही आम बात है। भात-दाल के भोज में सब्जी पहले छह तक होती थी,अब ग्यारह और तेरह हो गई है।
दिखावा और समृद्धि दोनों ही है।
चाहे तुलसीदास पर विवाद हो, मनीष कश्यप का मामला हो या फिर पटना स्टेशन पर अश्लील वीडियो--बिहार से हाल में निगेटिव ही निगेटिव खबर आ रही है।
कोई फैक्ट्री लग रही कहीं? या कोई निवेश हुआ कहीं?
हाल ये है कि अपने पैसे से बिहार सरकार कोई बड़ी सड़क परियोजना तक पूरा नहीं कर पा रही।
माननीय राहुलजी, मैं अपने आपको हिंदू कहता हूँ और मैं हिंसा और नफरत नहीं फैलाता।
मुझे आपके वक्तव्य पर आपत्ति है। कृपया मेरा विरोध दर्ज करें।
@RahulGandhi
#IAmAHindu
कुछ #हिन्दी वाले 'फैलाने' में ज़्यादा लगे हैं, 'मजबूत' करने में कम। #हिंदी तो बगैर किसी समर्थन के फैल रही है, उसे आकर्षक बनाइये लोग अपने आप सीख लेंगे। बल्कि सीख ही रहे हैं। कम से कम हिंदी इलाकों में उसे ज्ञान और रोजगार का माध्यम बना दीजिए, यही बहुत है।
#Hindi
@narendramodi
I don't think "Classical language" politics will save BJP in election bound states; the party is loosing imagination fastly. It's leadership looks tired and devoid of fresh energy. India shd adopt a 2-terms cap on leadership like the US, for every party.
Continuous rain for 10 days,off and on, in northern parts of Bihar. Did not feel it in Delhi for many years or in my memory in last 17 yrs. Weather is good but infrastructure crumbles. Huge power cut. Bihar is still not prepared for industrial growth.
@SEVA_NBPDCL
अपने संस्थान में पढ़ाने का न्योता मिले तो उससे बड़ी खुशी कुछ भी नहीं.
@apradhan1968
सर ने 'अनुवाद की कला' पर क्लास लेने बुलाया और हम दौड़े चले आए.उन दीवारों, डेस्क-बेंचों और खिड़कियों को छूकर देखा जिसे पंद्रह साल पहले रोज छूते थे.
IIMC तुम फिर बुलाना. मैं फिर से आऊंगा.
प्रशांत किशोर के साथ दिक्कत क्या है कि वे एक ही साथ चुनाव रणनीतिकार,राजनेता और विश्लेषक बन गए हैं। यही दिक्कत योगेंद्र यादव में थी--जिससे उनकी साख खराब हो गई। करण थापर मुझे अक्सर ही पत्रकार कम एक 'एलीट बुली' ज्यादा लगे जिन्हें सुनना भी अरुचिकर है।
पीके को संयम रखना चाहिए था।
भांटा - अदौड़ी आ रोटी। संग में तीसी के चटनी। पूर्ण मैथिल भोजन।
(बैगन और मूंग की बड़ी, हींग, मेथी, टमाटर और अमचूर के साथ और साथ ही अलसी की चटनी, कच्चा तेल और नींबू डालकर।)
#food
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#Mithila
#मिथिला
दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में उत्तर भारत में पैदा हुए शिक्षक भी बहाना बनाते हैं कि उन्हें पिछले कई दशकों से हिन्दी में व्याख्यान देने की आदत नहीं है, सो उनके लिए हिन्दी बोलना मुश्किल है. गरीब घरों के और सरकारी स्कूलों से आनेवाले बच्चे मुुंह ताकते रह जाते हैं.
#Hindi
आपकी बात सही है। लेकिन उतनी ही सौजन्यता दिखाते हुए किसी को बात-बात पर "फासिस्ट", "भक्त", "शाखा-मृग" और "संतरा" भी नहीं कहना चाहिए। गाली-गलौज की भाषा मैंने औसत संघियों और उत्कृष्ट वामपंथियों में ज़्यादा अनुभव किया है।
यह कौन सी मनोविकृति है कि सरकार के किसी भी कदम का विरोध करने वाले को गुंडा, बदमाश,देशद्रोही, आंतकवादी कह दिया जाए। वैसे तो सोच-विचार की बात भी करना कुछ लोगों के हिसाब से एंटीनेशनल ही होगा, फिर भी सोचें इस बात पर कि यह मानसिक रोग देश पर कितना भारी पड़ सकता है।