आचार्य १०८ श्री #सुनीलसागरजी महाराज का आज प्रातः कालीन बिहार दिल्ली से कड़कती ठंड ३.५° और घने कोहरे में मथुरा चौरासी की तरफ, धन्य है आचार्य श्री आप कितना परिसह सहते हैं आपकी तपस्या को वारम्वार नमन🙏🏻🙏🏻🙏🏻
#Jainism
#jainsadhu
#mathura
#Delhi
परम पूज्य वात्सल्य वारिधि आचार्य गुरुवर १०८ श्री वर्धमान सागर जी महाराज की संघस्थ सलूंबर नगर में सल्लेखनारत आर्यिका १०५ श्री योगिमति माताजी ने आज १९ फरवरी २०२४ को दोपहर में ४ बजे चारो प्रकार के आहार जल का त्याग कर यमसल्लेखना धारण कर ली है
वन्दामि माताजी
🙏🙏🙏
#Ayodhya
में
#Ram
मंदिर की जमीन की खुदाई करने पर और राम मंदिर का निर्माण करने पर ...
प्राचीन जैन इतिहास के सारे सबूत प्राप्त हुए सारे प्रमाण की प्राप्ति हुई । और यह सबूत सारे भगवा वस्त्र धारी साधु संतों के शंकराचार्य के कहने पर सरकार द्वारा और
#jainism
#jain
#jain_Itihas
शाश्वत सिद्धक्षेत्र सम्मेद शिखर जी सिद्धाचलम में परम पूज्य आचार्य श्री वैराग्य नन्दी जी गुरुदेव के संघस्थ मुनि श्री १०८ संवेग नन्दी जी महाराज की सल्लेखना समाधि १६ दिवस के आहार त्याग पूर्वक २/०१/२०२४ को रात्रि ८.४५ पर णमोकार मंत्र का श्रवण करते हुए हुई...🙏🙏🙏
#Sonagir
सोनागिरि ( ग्वालियर) से लगभग ६० कि.मी. दूर, छोटी पहाड़ियों पर ९वीं और १०वीं शताब्दी के जैन मंदिर हैं। चंद्र-पवित्र (८वें तीर्थंकर) के समय से स्वयं और अनुष्ठान, तपस्या के लिए अभ्यास करने हेतु भक्तों और संन्यासी संतों में यह पवित्र स्थान लोकप्रिय है
यहां ८वें तीर्थंकर
समाधि सुचना
जन जन के संत विश्ववंदनिय
गुरुवर हमारे सब के भगवान
संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की
रात्री 2: 30 बजे चंद्रागिरी तीर्थ डोंगरगढ़(छ.ग.) में समाधि हुई |
शांति विद्या धर्म प्रभावना संघ
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
#महाराष्ट्र के #मुख्यमंत्री श्रीमान एकनाथ शिंदे जी ने आज दिनाँक ८/३/२०२४ को
अंतर्मना आचार्य श्री १०८ #प्रसन्नसागर जी महाराज के दर्शन कर गुरुदेव का मंगलमय आशीर्वाद प्राप्त किया
यह दिगम्बर जैन मन्दिर #उदयपुर,( #राजस्थान) से ४२ किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है, जो उदयपुर-#चित्तौड़गढ़ राजमार्ग से १२ किलोमीटर की दूरी पर है। यह क्षेत्र एकांत, निर्जन जंगल के मध्य है और तालाब किनारे स्थित है।
यहां मूलनायक भगवान पार्श्वनाथ की दो हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा है
श्री पारस सागर जी गुरुदेव के आशीर्वाद से मुंबई में विराजित
७ किलो सोने की अद्भुत अद्वितीय अलौकिक दिव्य भगवान पार्श्वनाथ की प्रतिमा जी
दर्शन कर लो पुण्य कमालो 🙏
#Mumbai
#jainism
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर #अतिशय क्षेत्र, #जलालाबाद, (#यूपी)
श्री 1008 पार्श्वनाथ जैन अतिशय क्षेत्र जलालाबाद में भगवान पार्श्वनाथ की पांच इंच से कम लघु पाषाण की मूल प्रतिमा अत्यंत प्राचीन हैं। उत्तर भारत के अतिशय क्षेत्रों में जलालाबाद एक मात्र ऐसा क्षेत्र है,
#तीर्थंकर लेणी, शहादा, #महाराष्ट्र, यहां पर लगभग २२०० साल पहले, कुछ गुफाओं का निर्माण हुआ, जिसमें उसे समय #जिन_प्रतिमाएं प्रतिष्ठित हुई थी, मगर क्योंकि वह नदी के किनारे था, तो पिछले २२०० साल से यह दोनों गुफाएं पानी में डूबी हुई थी, अभी लगभग ६ वर्ष पहले यहां पर एक डेम बना,
#सिंगोली नए बस स्टेंड पर बने #अहिंसा जैन धर्म के संयम
#कीर्ति_स्तंभ पर मांस के लोथड़े , आतडीयो ,और शराब की बोतले किसी ने रखी हे,,भयंकर बदबू फैली हे,,यह जिसने भी किया अधर्म
और अनुचित हे,में इसकी निंदा करता हू,उक्त कीर्ति स्तंभ की समुचित सुरक्षा की जाए,,
जय जिनेन्द्र
यह #बनारस के #फटेश्वर_महादेव मंदिर में स्थित #शिवलिंग है , जिसका संबंध सुप्रसिद्ध #जैनाचार्य श्री #समन्तभद्र_स्वामी से है आचार्य समन्तभद्र स्वामी को भस्मक रोग होने पर उन्होंने इसी मन्दिर में प्रवास किया, जिनधर्म की महिमा प्रकट करने हेतु इसी स्थान पर स्वयम्भू स्तोत्र की रचना
श्री पार्श्वनाथ दि. जैन तीर्थक्षेत्र, भेलूपुर, वाराणसी (उत्तरप्रदेश)
ऐतिहासिकता :- यहाँ भगवान पार्श्वनाथजी के गर्भ, जन्म एवं तप कल्याणक हुए
वाराणसी का प्राचीन नाम काशी है। यहीं पर स्वामी समंतभद्र ने तपस्या की और 'स्वयंभू स्तोत्र का पाठ कर
#jaintirth
#Jainism
#Kashi
#Varanshi
#भारत_सरकार द्वारा #दिगंबर जैनाचार्य श्री पर #डाक_टिकिट व #सिक्का हुआ जारी
विश्व की सकल जैन समाज के गौरवशाली क्षण
युगश्रेष्ठ तपस्वी सम्राट आचार्य श्री सन्मति सागर जी ऋषिराज के १४वे समाधि वर्ष व उनके लघुनंदन चतुर्थ पट्टाचार्य श्री #सुनीलसागरजी गुरुदेव
परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी गुरुदेव के परम शिष्य श्रमण मुनि श्री विश्ववीर सागर जी महाराज का समता भाव से गणाचार्य #विरागसागर जी के संसघ सानिध्य में सिद्ध क्षेत्र नैनागिर जी (छतरपुर) में सल्लेखना पूर्वक #समाधि मरण हुआ
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र,
#बीनाजी_बारहा , सागर (म.प्र.)
श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र बीनाजी-बारहा मध्यप्रदेश के सागर जिले के तहसील मुख्यालय देवरी (राष्ट्रीय राजमार्ग २६) से पूर्व की ओर ८ कि.मी. पर स्थित है पश्चिम मध्य रेलवे की बीना-कटनी रेल लाइन
#jaintirth
#जैनिस्म
जय नेमिनाथ भगवान आज गिरनार जी पर नेमिनाथ भगवान के चरण चिन्हों की वंदना करते हुए जैन श्रावकों का दृश्य जैन समाज जाग उठा है
आज गिरनार पर्वत पर अंतर्राष्ट्रीय जैन संघ के सदस्यों ने पांचवी टोंक पर पहुंचकर भगवान नेमिनाथ के चरणों के दर्शन किए वंदना की और नेमिनाथ भगवान के जयकारे लगाए
गिरनार हमारा था , गिरनार हमारा है ,और गिरनार हमारा ही रहेगा ।
१७ दिसंबर २०२३ को #रामलीला मैदान (#दिल्ली) में पूरे भारत से संपूर्ण जैन समाज एकजुट होकर अपने गिरनार को वापस लेने के लिए एकत्रित हो रहे है
आप सब भी जरूर आए और अपना पूरा सहयोग दें
#गिरनार
#Jainism
अतिशय क्षेत्र रैवासा (राजस्थान)..... श्रावक और मंदिर के पदाधिकारियों की आस्था तथा कर्तव्य कैसा होना चाहिए ? अवश्य देखिए इस विडियो में....
#Incredible_Jainism
#jaintirth
#रेवासा
#Rajasthan
भारत की हर कमेटी को चाहिए कि अपने मंदिर के साथ एक पाठशाला होनी चाहिए
मंदिर के काम रुके तो रोक दो पर पाठशाला मैं कमी नहीं आवे
पूज्य मुनि श्री #सुधासागरजी
#pathshala
#jainism
मुस्लिम बहू संख्या वाले मेवात क्षेत्र के गांव बिछौर में स्थित है १,२०० वर्ष से भी अधिक प्राचीन एक दिगम्बर जैन मंदिर। जितना प्राचीन ये मंदिर है उससे भी प्राचीन अतिशयकारी मनमोहक अलौकिक सौंदर्य से भरपूर यहाँ पर विराजमान प्रतिमाएँ है।
#jainism
सिद्धांत तीर्थ क्षेत्र (शिकोहपुर )
दिल्ली से लगभग ५५ किलोमीटर दूर सेक्टर ७८ गुड़गांव के पास है। #दिल्ली_जयपुर राजमार्ग पर स्थित इस स्थान तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
यह पंच बाल्यति दिगंबर जैन मंदिर सबसे सुंदर कृतियों में से एक है।
#jaintirth
#jainisn
ये धातु की मूर्तियाँ और चैत्यालय #तारंगाजी सिद्ध क्षेत्र(#गुजरात ) से देवाधिदेव १००८ श्री #आदिनाथ #भगवान के #मंदिर के बगल की गुफा से निकली हैं और खुदाई का काम अभी भी चल रहा है और अन्य #मूर्तियाँ अभी भी निकल रही हैं।२००० वर्ष #प्राचीन होने का अनुमान है
#गिरनार संबंधी मामले मे गिरनार के पंचम पट्टाचार्य श्री निर्भय सागर महाराज का संदेश....
कोई भी गलत बाते ना करे हमारे कमिटी सदस्य,प्रशासन और देश के माननीय प्रधान सेवक मध्यत्सता के लिए प्रयासरत है...
कृपया शांति बनाए रखे🙏🏻
गुरुदेव आचार्य श्री का हमसे वियोग हुआ है मगर उनकी वह भव्य आत्मा सिद्ध दशा को प्राप्त हो यही वीर प्रभु से प्रार्थना करते हैं, और निश्चित होगी
वह भव्य आत्मा परोक्ष रूप से हीअब हमारा मार्गदर्शन करेगी और ऐसे महान विभूति के चरणों में कोटि-कोटि
नमन🙏🙏🙏
आज के ही दिन १७/०१/२००६ मेरे. हम सबके अराध्य इष्टदेव बड़े बाबा का नए मंदिर में का गगन विहार हुआ था
संत शिरोमणि आचार्य श्री १०८ #विद्यासागरजी गुरुदेव के कर कमलों द्वारा
श्री १००८ भगवान पारसनाथ जी के २९०० वें जन्म कल्याणक महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं
तीन लोक के नाथ भगवान पारसनाथ के चरणो में मन वचन काय पूर्वक बारम्बार
नमोस्तु नमोस्तु नमोस्तु
श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र पटनागंज (जिला - सागर ) में रहली के विशाल क्षेत्र में स्थित है
यह क्षेत्र लगभग ७०० वर्ष पुराना है, और स्वर्णभद्रा नदी के तट पर एक प्राचीर से घिरा हुआ है। क्षेत्र में ३० भव्य एवं आकर्षक मंदिर हैं। सभी मंदिर प्राचीन हैं और इन मंदिरों के शीर्ष पर
प्रज्ञा श्रमण गुरुवर अमित सागर जी महाराज के संघस्थ मुनि श्री धैर्य सागर जी महाराज की समाधि फ़िरोज़ाबाद में हुई है । मुनि श्री के चरणों मे कोटि कोटि नमन🙏🏻🙏🏻🙏🏻
भारत में एक से बढ़कर एक अनोखे मंदिर है जिनके अपने ही कुछ रहस्य हैं. कई मंदिरों ने तो वैज्ञानिकों को भी हैरान कर रखा है ऐसा एक जैन मंदिर मध्यप्रदेश के इंदौर शहर की देपालपुर तहसील के "बनेडिय़ा" गांव में स्थित है। इस मंदिर से जुड़ी प्राचीन कथा इसे बेहद चमत्कारी बनाती है
#jaintirth
|| आचार्यश्री कहते है ||
आज के युग में अण्डे को शाकाहार और दूध को माँसाहार घोषित किया जा रहा है,
इसलिए कहना पड़ रहा है कि देश में धार्मिक संस्कारों की अत्यन्त आवश्यकता है।