यह खुद की नहीं, श्री शिंभू सिंह जी खेतासर के द्वारा लिखी गई कविता है भैरा राम जी।💯
इसे विधानसभा में पढ़ना कोई जरूरी नहीं था, आपकी मजबूरी थी। चलो कोई नही राजनीति में चलता रहता है। लेकिन #श्रीमान_भैरा_राम जी आपको
#OBC
के मुद्दे पर कभी बोलते सुना नहीं, ओबीसी वर्ग की पैरवी करने