राजस्थानी संस्कृति🐪🧡
3 years
आजकल रे टाबरों ने की ठा आपारा बड़ेरा कीकर जिन्दगी जीवता ,बड़ेरा ऊंटों रे, बलदो रे मेलों में जावता ज़द महीना - महीना घर कोनी आता, अर आटो, लूण,मिर्चों घर हू लेन जाता, अर टेम मिलतो उठे खानों बना जीम लेवता, पेली काल पडतो ज़द एवड लेन जाता हा, खैर टेम टेम रि बातां है भाई लोगों 🧡