कुछ अन्य रेखाएं 👉🧵
1. स्वास्थ्य रेखा (Health Line):
स्थान: छोटी अंगुली के नीचे से शुरू होकर, हथेली के निचले हिस्से तक जाती है।
अर्थ: स्वास्थ्य, कार्यक्षमता और बीमारियों का संकेत देती है। यदि यह रेखा टूटी या बाधित हो, तो व्यक्ति को स्वास्थ्य की समस्या होती है।
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत:। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्॥
हे भारत, जब-जब धर्म का लोप होता है और अधर्म में वृद्धि होती है, तब-तब मैं धर्म के अभ्युत्थान के लिए स्वयम् की रचना करता हूं अर्थात अवतार लेता हूं।
यक्षिणी के प्रमुख प्रकार
जिस तरह धर्म ग्रंथों में, तेंतीस (33) देवता बताए गए हैं, उसी तरह चौसठ ( 64 ) यक्ष और यक्षिणियां भी होते हैं। इनमें से निम्न, आठ ( 8 ) यक्षिणियां प्रमुख मानी जाती हैं। इनके नाम और किस यक्षिणी की साधना करने से क्या फल मिलते हैं !
श्रीमद्भगवद्गीता में 18 अध्याय हैं और इसमें करीब 700 श्लोक हैं हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जब यह ज्ञान दिया गया तब तिथि एकादशी थी महाभारत के भीष्म पर्व में श्रीमद्भागवद्गगीता आती है हिंदू धर्म मे चार वेद हैं और इन चारों वेद का सार गीता में है।
जिनके पास न विद्या है, न धन है, न कोई सहारा है; जिनमें न कोई गुण है, न वेद-शास्त्रो का ज्ञान है; जिनको संसार के
लोगो ने पापी समझकर त्याग दिया है, ऐसे मनुष्य भी जिन शरणागत पालक प्रभु की शरण लेकर सन्त बन जाते और मुक्त
हो जाते हैं।