अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख्वाबों में मिले
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिले
ढूंढ उजड़े हुए लोगो में वफा के मोती
ये खजाने तुझे मुमकिन है खराबो में मिले
2/10 days of Faraz Sahab
सिलसिले तोड़ गया वो सभी जाते जाते
वर्ना इतने तो मरासिम थे कि आते जाते
कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ
फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते
8/10 Days of Faraz Sahab
Today I was flexing to my younger brothers that I did leg exercise today and my legs are not shaking at all, at that moment I badly fell on the floor.
Suggest some good BGM.
#Ranting
हमसे कहें कुछ दोस्त हमारे मत लिक्खो
जान अगर प्यारी है प्यारे मत लिक्खो
हाकिम की तलवार मुकद्दस होती है
हाकिम की तलवार के बारे में मत लिक्खो
3/10 days of Faraz Sahab
Fact-checker
@zoo_bear
is begging for donations. I will make sure he gets his entire year’s requirements.
All he has to do is to fact-check publicly whether what Nupur said is derived from Sunan an-Nasa'i 3378; Vol. 4, B 26, Hadith 3380.
Take the challenge, Zubair. "Be a man."
कोई बहाना नहीं चलेगा छात्रों के पास इतना पैसा नहीं है कि बार बार शहर आये फिर 2 दिन पहले परीक्षा निरस्त हो।
Mental Health पर ही विचार कर लो।
बन्द करो ये खेल।
#cancelallexams
#SpeakUpForStudents
दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला
वही अंदाज है जालिम का जमाने वाला
अब उसे लोग समझते है गिरफ्तार मेरा
सख्त नादिम है मुझे दाम में लाना वाला
1/10 days of Faraz Sahab