अगर वो परंपरा से चलते है तो वो हमारे अपने है रहे बात जहा से ये चुनाव लड़ रहे है ब्राह्मण प्रत्याशी कोई नही है जो आपको सम्मान दे हम उसके साथ है जब विचारधारा बदलेगी तो विरोध होगा अभी हमारे साथ है तो हम उनके साथ है
@aditya_bajirao
@The___brahmans
@TheBrahminVoice
@Brahmin_Parayg
सूर्य कुमार यादव से तगड़ा प्लेयर हर तरह के शॉट मारता है ना की सिर्फ एक पीछे मारने वाला शॉट लेकिन दिक्कत जानते है क्या- इसका सरनेम में शर्मा होना आप कितने भी बड़े प्लेयर हो क���तना भी अच्छा खेले लेकिन भारतीए टीम में 2 या 3 खिलाड़ी से अधिक ब्राह्मण नही हो सकते क्योंकि उपर से ऑर्डर है
ब्राह्मण के तीन काम शिक्षा दीक्षा भिक्षा अपितु जरूरत पड़ने पर वह सारे कार्य करने में सक्षम है जो शास्त्र में क्षत्रियों के लिए लिखा है।
#मैं_भी_ब्राह्मण
आदि गुरु शंकराचार्य ने जब बौद्ध धर्म को पराजित करके सनातन धर्म का झंडा फहराया तब आज आप गर्व से अपने आप को हिंदू कह रहे हैं और आज आरक्षण और शोषण के नाम पर जब आप ब्राह्मण को अपमानित करते है तो आप अपने पूर्वजों को लज्जित करते हैं।।
#मैं_भी_ब्राह्मण
अगर ब्राह्मण को ब्राह्मण बाहुल्य सीट पे भी टिकट मिल जाए तो एक कागज के वीर जाति को बुरा लग जाता है क्या हुआ उनके बहुत से उम्मीदवार ब्राह्मण संख्या वाले सीट से सवर्ण एकता के नाम पर जीतते रहते हो अब समाज को असली दुश्मन कौन है उनको पहचान लिया जाए तो अधिक अच्छा है।
@brahmin_of_UP
अब ब्राह्मणों की रक्षा करने के लिए स्व बाबा हरिशंकर तिवारी जैशे नेता नही है ना अब पूजा पाठ करने वाले ब्राह्मण इतना सबल है की वो अपनी रक्षा कर सके उनका काम सनातन का प्रचार है इसलिए इनकी रक्षा के लिए कानून बने।
@BrahamShakti01
@TheBrahminVoice
@maalik_ji
#पंडित_सुरक्षा_एक्ट_बनाओ
आपकी पहचान हम से है हमारी आप से नही हमने राज कराया तब तुम राजा बने, ये मूलनिवासी संघठन बनाकर गीदड़ को एक कर लोगे तो भी हमसे सामना नही कर पाओगे।।
हम सुदामा भी है तो दुर्वासा भी है।।
मिश्रा खानदान गोरखपुर।
दारा सिंह को मिट्टी के अखाड़े में चित करने वाले ब्रह्मदेव मिश्रा की बड़े नाती शुभम मिश्रा राष्ट्रीय पहलवान के द्वारा लगाया गया एक अद्भुत दांव पर विपक्षी पहलवान ढेर हो गया आपको बताते चले की पूर्वांचल में ब्राह्मणों का कुश्ती में एकतरफा दबदबा है।
@maalik_ji
ब्राह्मणों के त्याग और बलिदान को आज की पीढ़ी नही जानेगी जो आरक्षण की मलाई खाने के लिए ब्राह्मणों को गालियां दे रहे है तुम्हारे पूर्वज बताएंगे हमारे त्याग को की मुगल लुटेरो से तुम्हे कैसे बचा कर शिक्षा हमने दी है।।
#मैं_भी_ब्राह्मण
#मैं_भी_ब्राह्मण
बाबा ब्रह्मनाथ सन् 1932में गोरक्षपीठ के महंत हुए। 15अगस्त सन् 1933में महंत ब्रह्मनाथजी जो खुद ब्राह्मण थे उन्होने निस्वार्थ और बिना जाति पाती देखे दिग्विजयनाथजी को विधिवत योगधर्म एवं नाथ सम्प्रदाय की दीक्षा दी।और 1935 में समाधी लिए,तब से ये 3पीढ़ी तक के महंत अब राजपुत होते आए है।
#बलिदानी_ईश्वरी_पांडे
मंगल पांडे से पहले ही फांसी पे चढ़ने वाले और गद्दार शेख पलटू के कैद से छुड़ाने वाले 1857 क्रांति के अग्रदूत और मंगल पांडे के साथी ईश्वरी पांडे जी थे जिन्हे मंगल पांडे से कुछ दिन पहले ही फासी पे चढ़ा दिया गया
@betimhadevk_R54
@The___brahmans
@TheBrahminVoice
ओइंनवार ब्राह्मण राजवंश की शासक व राजा शिव सिंह की पत्नी रानी लखिमा जी ने जब जौनपुर के सुलतान इब्राहिम शाह की सेना गयास बेग के नेतृत्व में मिथिला पर टूट पड़ी और जब लड़ते हुए शिव सिंह की मृत्यु हुए तो इन्होंने कवि विद्यापति ठाकुर के सहयोग से पुनः गयाश बेग को हराकर राज प्राप्त किया
जब आजाद जी पार्क में घेर लिए गए तो उनके ऊपर गोली चलाया विश्वेश्वर सिंह ठाकुर ने उस गद्दार की गोली उनकी जांघ में लगी इसके पलटवार में जब आजाद जी ने गोली चलाए तो उसके जबड़ा को फाड़ दिया लेकिन अंधाधुन फायरिंग में ये वीर सबूत उस अंग्रेज गद्दार की वजह से मातृ रक्षा में वीर बलिदान हुआ।
तुम्हारी हैसियत ही क्या सभी लाजपूत विष्णु अवतार प्रभू परशुराम का अपमान सीरियल और टीवी देखकर करते हो एक मात्र महादेव के शिष्य देवासुर संग्राम लड़ने वाले,असुर जम्भासुर व शतदुन्दुभि के घातक,हजार भुजा काटने वाले,पिनाक शारंग,विजय,धनुष सुदर्शन धारण करने वाले कर्ण,भीष्म, द्रोण के गुरु।
गुरू ग्रंथ साहिब में 11 ब्राह्मणों ने अपनी वाणी दी है जिसे गुरु ग्रंथ साहिब में भट्ट वाणी के नाम से जाना जाता है।
(1) भट्ट जालप (2)भट्ट कलेशर (3)भट्ट शल(4)भट्ट नल (5) भट्ट मथुरा (6)भट्ट भल्ल (7)भट्ट कीरत
(8) भट्ट बल्ह (9)भट्ट हरिवंश(10)भट्ट गयानंद
(11)भट्ट भीखा
@The___brahmans
अब वो नही रहे तो हर कोई शेर ए पुर्वांचल हो गया नही तो जो आज शेरे पूर्वांचल बन रहे है वो कदमों में पड़े रहते थे और बाबा हरिशंकर इशारा तक भी नही करते थे।
नकली शेरे पुर्वांचल आते रहेंगे लेकिन वो दौर नही आयेगा जो दौर में इन्होंने संघर्ष किया।।
@maalik_ji
@Brahmankiawaj
@AKP27988
#श्लोक - देखत भृगुपति बेषु कराला। उठे सकल भय बिकल भुआला॥
पितु समेत कहि कहि निज नामा। लगे करन सब दंड प्रनामा॥
#अर्थ - प्रभु परशुराम का भयानक वेष देखकर सब राजा भय से व्याकुल हो उठ खड़े हुए और पिता सहित अपना नाम कह-कहकर सब दंडवत प्रणाम करने लगे।
@betimhadevk_R54
@Brahmin694882
मैने बस गोरखनाथ के महंत श्री ब्राह्मनाथ के बारे में बताया तो कुछ विशेष समाज के लोग ब्राह्मणों को उल्टा सीधा बोलने लगे क्या हमे अपने हिस्ट्री लिखने का भी अधिकार नही क्या जो हमने त्याग समर्पण किया उसके बारे में बताने का अधिकार नही है,कब तक ये झूठ चलेगा की हमने ब्राह्मण की रक्षा की
1 st ब्राह्मण रेजीमेंट में पुरस्कार विजेता पुर्वांचल के ब्राह्मण जो डीएनए और नसल की बात करते है वो इनके हाइट और रौबदार शरीर को देखें।।
#देश_मांगे_ब्राह्मण_रेजिमेंट
मेवाड़ जोधपुर बीकानेर के रजवाड़ा में रिजर्वेशन चल रहा है उसका क्या कब तक एक जाती का राजा बनते रहेंगे आम आदमी के टैक्स से बने महलों में कब तक सिर्फ तुम राजा पीढ़ी दर पीढ़ी बनोगे उनमे योग्यता के आधार पे राजा बने आखिर कब ब्राह्मण,दलित आदिवासी के लड़के राजा बनेगा
#मैं_भी_ब्राह्मण
14 वर्ष की उम्र में ही देश के लिए हथियार उठा कर ब्रिटिश चौकियों को लूटने वाले महान क्रांतिकारी रमेशचंद्र झा का जन्म मोतिहारी बिहार में हुआ था 1942 के आंदोलन में भी जेल गए अपने कविता से ब्रिटिश सरकार के खिलाफ खूब लिखा।
@aazaad_0071
@rudrakshpratapt
@RBPPandey879
@Brahmin_Parayg
राज शेखावत जी को 5 हजार साल तक पानी नही पीने दिया गया था मनुवादी ब्राह्मणों ने इसलिए वामन मेश्राम के साथ मिलकर इन्होंने उसका झूठा पानी पीकर मनुवादियों को जवाब दिया था अब ये झुंड बनाकर सिंह समान ब्राह्मणों का सामना करेंगे और हम यूरेशिया भगाएंगे।।
समाचार समाप्त।
@TheBrahminVoice
@BabitaGautam_
कोई भी पंडित आप लोगो के विवाह में नही जाता था आप लोगो के खुद के पंडित आप के ही समाज के होते थे वैसे भी पंडिताई सिर्फ 2 प्रतिसत लोग करते है अगर सब लोग पंडिताई करते थे तो फिर शोषण कौन करता था अगर नहीं करता था तो ये पानी ना पीने देने की झूठी कहानी क्यों?
मिश्र दीवान चंद अफगान हंता आप सिर्फ हरी सिंह नलवा को जानते हो लेकिन उनके साथ यही युद्ध लड़ रहे थे लेकिन बदकिस्मती ये है की ये ठहरे ब्राह्मण तो इनके योगदान को कैसे ब्राह्मण विरोधी पचा सकते है
@betimhadevk_R54
@Brahmin694882
@TheBrahminVoice
गुरु समर्थ रामदास जी छत्रपति शिवाजी को अखंड भारत में धर्म की स्थापना करने के लिए मार्गदर्शन देते हुए आज ब्राह्मण विरोध इतना प्रबल हो चुका की जो चीज इतिहास में लिखा हुआ है उसे गलत कह दिया जा रहा और जो कहीं लिखा ही नही गया है उसको प्रोपेगेंडा बनाकर ब्राह्मणों को नीचा दिखाया जा रहा।
@Therajatmourya
अरे मूर्ख तो ऐसे ही ब्राह्मण समाज की बहन बेटी भी किसी की जागीर नहीं होती तो फिर तू पोस्ट में रोटी बेटी का रिश्ता अपने बाप का जागीर समझ के क्यों बोल रहा है जिसको जो चुनना है वो चुन लेगी बहुत से एग्जांपल है अभी साक्षी मिश्र का देख लेकिन अपना आया तो जागीर नही है और दूसरे की जागीर है
भगवान विष्णु के मानस प्रपुत्र तथा सुदर्शन के अवतार, धन और खोए कीर्ति एवं बल के देवता राज राजेश्वर 6 बार परशुराम विजेता चक्रवर्ती सम्राट भगवान सहस्त्रबाहु कार्तिवीर्य अर्जुन की जय हो
पुराणों के अनुसार उन्होंने सात महाद्वीपों एवं ब्रह्मांड पर विजय प्राप्त कर धर्मपूर्वक शासन किया।
एक समय काशी के राजा ब्राह्मण भीमा शुक्ला थे
जिनके दरबार में महान व्याकरणवादी वरुचि जी भी थे महाराजा ने अपनी लड़की बसंती का विवाह इनसे किया था, कालखंड बदलने पर यहां भूमिहार समाज ने अन्य लोगो के साथ मिलकर सत्ता हथिया लिया।।
@brahman_mithila
@Brahmin694882
@maalik_ji
@Brahmankiawaj
ज़ंजीरों से जकड़ा हुआ ये आदमी 1857की क्रांति के नायक नाना साहब पेशवा के उप सेनापति ज्वाला प्रसाद तिवारी है।आप नाना साहब के क़रीबी साथियों में से थे। आपको अंग्रेज़ों ने 3 मई 1859को बग़ावत के जुर्म फाँसी पर लटका दिया था।
@The___brahmans
@maalik_ji
@betimhadevk_R54
@TheBrahminVoice
@TheSengarSahab
जो हरी की नींदा करता है वो वही गति पाएगा जो कार्तवीर्यार्जुन का हुआ था।
बाकी एक श्लोक का अर्थ है जब राम जी कहते है हे भगवन मेरा तो सिर्फ राम नाम है आपका तो पूरा परशु सहित परशुराम तो हम आप से बड़े कैसे हो सकते है।
जय श्री राम जय श्री परशुराम
#होशंगाबाद_किला_प्रसंग
ये होशंगाबाद का किला है,जिसे ब्राह्मण योद्धा सूबेदार बेनीराम जी ने भोपाल के गवर्नर छोटे खान को 1795 में हरा के कब्जा किया था।इनकी बोरदा तालुका की 52 गांव की जागीर थी,मूलरूप से लखनऊ उत्तर-प्रदेश के कान्यकुब्ज ब्राह्मण थे।
@credit
-
@maalik_ji
भाई को
ब्रह्मदेव मिश्रा जी जिन्होंने दारा सिंह को हराया था इससे पहले दुखहरण झा जो दरभंगा राजा के पहलवान थे उन्होंने भी हराया है,इसके अलावा किंग कॉन्ग से हुए 5 मुकाबले में 4 में दारा और 1 में किंग कॉन्ग जीता था,ये कहना की दारा सिंह एक भी मैच नहीं हारे ये भारत में अन्य वीरों का अपमान है ।
सगर राजा रघु के पिताजी असित अन्य नाम (बाहुक) जो कि क्षत्रिय ही थे उनको मार मार के तालजंघ जैसे आततायी क्षत्रिय ने अयोध्या से भगाया था उन्हें भृगुवंशियो ने बचाया उन्हें अस्त्र शस्त्र का ज्ञान दिया अस्त्र शस्त्र की शिक्षा दी आज वही क्षत्रिय उन्ही भृगुवंश को गालिया देते है।
सभी ब्राह्मण ये गलतफैमी मत पाले ललितेश राम त्रिपाठी जो पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पोते है वो सपा से नही ब्राह्मण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पार्टी टीएमसी से है और उनके विपक्ष में लड़ने वाला रमेश बंद ब्राह्मणो�� को जनेऊ देखकर जूता से पीटने की बात करता अब फैसला आप का है
"President bodyguard regiment "
This regiment recruits only 2 castes "Jat (Vedic + Sikh)" 66% and "Rajput "34%, " no other caste can be recruited in it"
Indian Army trusts only these 2 castes for the security of the country's first civilian Mr.President.
टेकारी भूमिहार राज में उन्हें बहेलिया बीघा गांव के बहेलिया लोग परेशान करते थे उन्होंने10बाजपाई ब्राह्मणों को लेकर आए और उन्होंने उन्हे हराकर ये गांव जीत लिया फिर टेकारी राज ने और गांव उनको दिया जमीनदार पं देवकी नंदन ने स्वपन के बाद माता शीतला का एक मंदिर बनाया जो जागृत मंदिर है।
हमने मुगलों के आगे समझौता कर डाला है
हम वही है जिसने बाबर को बुला डाला है
हम वही है जो ऋषि दुर्वासा के डर से नदी में कूद जाता हु ।।
रावण के घर में जाकर मेघनाथ से हार जाता हु।
जब भी हुआ सामान हमसे मुंह की खा कर गए हो पेशवा बाजीराव के नाम से आज भी रूह कांप जाती है
हमने कभी सिकंदर वाले रथ को वापस मोड़ दिया था,
हमने 16 बार पकड़ कर गौरी जिंदा छोड़ दिया था,
हमने पंडत परशुराम को मां जनकपुरी में धमकाया था,
हमने रावण के घर जाकर अपना पौरुष दिखलाया था।
जय क्षात्रधर्म 🙏
याचक ब्राह्मण शिरोमणि द्रोणाचार्य जो गुरुकुल में शिक्षा देकर जीवन यापन करते थे ,भगवान परशुराम ने भी युद्ध के बाद हर ब्राह्मण की तरह पूरी पृथ्वी कश्यप जी को दान करके अपना जीवन गुरुकुल में शिक्षा देकर याचक के रूप में जीवन यापन किया इसलिए ब्राह्मण अयाचक होता है इस भ्रम से निकल जाए।।
ब्राह्मण सचिन क्रिकेट तेंदुलकर जी हां मैंने ब्राह्मण इनके आगे लगाया क्योंकि भारत के कुछ ब्राह्मण विरोधी इनका विरोध करते है ,सचिन भारत के लोगो के कारण महान नही बने अपने अंदाज से विपक्ष और देश विदेश के गे��दबाज और बल्लेबाज ने उन्हे god of cricket कहा ना की यहां के नील प्रजाति ने ।
पृथ्वीराज के प्रमुख 5 ब्राह्मण वीर-
1)आचार्य श्रीराम पृथ्वीराज के अस्त्र शस्त्र के गुरु।
2)सेनापति स्कंद गौरी को पराजित कर बंदी बनाया।
3)चंद्रबरदाई पृथ्वीराज के साथ बलिदान होने वाले।
4)चामुंडा पंडित आल्हा ऊदल के खिलाफ लड़ने वाले सेनापति।
5)अश्वस्थामा शब्द भेदी बाण का ज्ञान दिया।
हम उस सभी विचारधार का सम्मान करते है जो मेरे महापुरूष को सम्मान देता है जब राजपूत राजा छत्रसाल की मदद बाजीराव पेशवा ने की थी तो उन्होंने कभी नही सोचा था की ये लोग उनका सम्मान तो छोड़िए उल्टा उनका अपमान करते है की कैसे एक योद्धा इतना बड़ा योध्या बन गया।
खैर ओमप्रकाश जी का धन्यवाद
इटवा की लखना रियासत जोकि बहुत ही बड़ी रियासत थी जिसमें की ब्राह्मणों का राज हुआ करता था। पहली तस्वीर में ब्राह्मण महाराजा लाला रघुवंश राव जी की रियासत का सील है, दूसरे फोटो में महाराजा राव चंद्रशेखर शुक्ल जी है, तीसरे फोटो में तत्कालीन महाराज अपने परिवार के साथ अपने महल में है।
केशरगंज से बहन मायावती जी ने नरेंद्र पांडे को उतारा है और ब्राह्मण समाज के पास मौका है की पीठ पीछे ब्राह्मण विरोध करने वाले इस बार संसद ना पहुंचे अपने समाज के नेता को वोट देकर अपने ब्राह्मण समाज के हाथ को मजबूत करे ताकि रोज हो रहे ब्राह्मण हत्या को जन जन तक पहुंच सके
रामं दाशरथिं रामो जामदग्न्य: प्रपूजित:
तत: प्रदक्षिणीकृत्य:जगामात्मगतिं प्रभु:।24
(वाल्मीकि रामायण/बालकाण्ड/सर्ग 76)
भावार्थ :
"राम(दशरथ नंदन)ने राम(जमदग्नि नंदन)का पूजन किया और प्रभु राम(जमदग्नि नंदन)ने भी राम(दशरथ नंदन)की परिक्रमा की और अपने स्थान महेंद्र पर्वत की ओर चले गए।"
मीठाबेल जमींदारी को भवानी दुबे जी ने 16 शताब्दी में जो की कौशिक गोत्र ब्राह्मण थे,जिनके पास गोरखपुर के दक्षिण से 29 गांव की एक कॉम्पैक्ट संपत्ति थी दुबे बरहमापुर और मीठाबेल में एक बाजार को नियंत्रित किया,जो चौरा और मुंडेरा के निकटवर्ती बाजार थे, इनका रेवेन्यू ₹12719 रुपए था।
अमेरिका की मेडिकल सुविधा क्यों बेहतर है क्योंकि वहा 50 प्रतिशत डॉक्टर भारत के ब्राह्मण है जो बिहार में आरक्षण के नाम पे भेदभाव की वजह से वहा गए और बेहतर डाक्टर बने और बिहार के नेता उन्ही ब्राह्मण डॉक्टर से इलाज कराते है जिनको यहां नौकरी में एक सीट भी नहीं देते
#Justic4General
दरभंगा के निवासी पंडित नारायन ठाकुर को भागलपुर के पास बरारी स्टेट की जागीरदारि मिली जो कालांतर मे बरारी स्टेट के नाम से प्रसिद्ध हुआ।1896 मे भागलपुर के आणंदगढ मे महल का निर्माण करवाया जिसे आनंदगढ़ का महल के नाम से जाना जाता है।इस महल की भव्यता देखने से बनती है।
@TheBrahminVoice
ब्राह्मण और पासी समाज के शस्त्र शिक्षा के गुरु प्रभु परशुराम जी ही थे उत्तर भारत का पासी समाज बहुजन की राजनीति में आकर जयंती मनाना जरूर बंद कर दिया लेकिन बांग्लादेश और बंगाल में आज भी पासी समाज मनाता है।
संघ भाजपा के लोग जबरदस्ती अपना नायक बिहार के ऊपर थोपना चाहते हैं।
बिहार के लिए 80 वर्ष की आयु में लड़ने वाले बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव पर इनसे कुछ लिखा नही जाता।
अपराजित हिंदू सेनानी के वंशज मुसलमान कैसे हो गए ?
ब्राह्मण ही एक मात्र ऐसे जाति है जो पुरे भारत में पाए जाती है और अन्य जाति सिर्फ कुछ छेत्र में हा वो जनरल ओबीसी करके एकता बना ले तो अलग बात है लेकिन अगर जाति के नाम पर बात करे तो सिर्फ ब्राह्मण ही एकमात्र जाति है जो पुरे भारत में पाए जाति है।
@00Brijesh00
@3a718f7f9bcf4f2
क्षत्रिय राजवंश बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह जी व
ब्राह्मण राजवंश दरभंगा के महाराजा कामेश्वर सिंह जी
के बीच अटूट प्रेम था अक्सर एक दुसरे से मिलने आया
जाया करते थे उन्हीं मुलाकातों में से कुछ दुर्लभ तस्वीर।
@BrahamShakti01
@Brahmin694882
@BrahminComunity
@The___brahman
काशी के तुलसीदास अखाड़े के महंत श्री स्वामीनाथ जी ने गामा पहलवान से लड़ी थी बराबरी की कुश्ती कलयुग के भीम रामामूर्ति को को भी हराया था शेर-ए-हिंद भीम भवानी को भी किया था चित,बनारस का तुलसीदास अखाड़े को अब इनके स्वामीनाथ अखाड़ा नाम से जाना जाता है।
@BrahamShakti01
@maalik_ji
दरभंगा रियासत के पहलवान दुख़हरण झा जो मंगला राय के साथी थे,इनका एक मुकाबला दारा सिंह से भी हुआ था इन्होने दारा सिंह को बहुत जोरदार पटकनी देकर चीत कर दिया था।1955 में काशी में हुए एक दंगल का अपना में वो भाग लिये थे जिसमें 21000 रुपये का इनाम मंगला राय और केसर सिंह की जोड़ी पर था।
जब तुमने अपने को क्रोधी समझ डाला था अयोध्या में हुआ सामना शिव के अंश महर्षि दुर्वासा से बोले पल में हे मूर्ख पूरी अयोध्या खत्म कर डालूंगा पड़ा चरणों में वो क्रोधी जो स्वयं को वीर समझता था
क्या कहूं आगे के बात2बार मेघनाथ ने हराया था विभीषण से छल करके तब उसको मार पाया
मैने लिखा है
बातें सुन बड़े भाई के विरुद्ध
लक्ष्मण करने आ गए युद्ध
जो अगर ना होते तुम ब्राह्मण
मैं कब का ले लेता ये जीवन
मालूम है मुझको आपकी गाथा
कैसे अपने हाथों से मारी माता
पर हमको उन क्षत्रियों में ना गिनो
और सोच समझ कर अपने शब्दों को चुनो
अब अगर एक शब्द भी मैंने सुने भैया श्री राम
#तांबे_जागीर_काशी
पेशवा के सेवक मोरोपंत तांबे को मिली थी जो रानी लक्ष्मी बाई के पीता जी थे यही पे लक्ष्मी बाई का जन्म हुआ था, वो 1857 की क्रांति में वीरगती को प्राप्त हुए थी, उसी आजादी के क्रांति में इनके पिता को दतिया के राजा ने पकड़वा कर फाशि पे लटका दिया था।
@maalik_ji
उस दिन विश्वामित्र जी ने फरसा नही रोका होता तो खुद पता चल जाता खैर जब महर्षि दुर्वासा से सामना हुआ तो भैया की नदी में जल समाधी ले लिए बाकि मेघनाथ के बारे में तो जानते ही होगे ।।