Ogo Bideshini…Tumi thako sindhu paare..
#SheSeaStories
| we're always in search of Blue | हर शहर, हर गाँव.. कोई न कोई गुंजाइश रखता है कि मैं उस से फिर मिल सकूँ
सुनो कृष्ण!
मेरी लाज
मेरा वस्त्र तुम्हीं हो
मैं हूॅं शक्ति
मेरे अस्त्र शस्त्र
तुम्हीं हो
मैं जो करूं क्रोध
मेरा ज्ञान तुम्हीं हो
मैं करूंगी कर्म
मेरा धर्म तुम्हीं हो
जीवन मेरा रण
सारथी तुम्हीं हो
सुनो कृष्ण!
याज्ञसेनी की कसम तुम्हें
कहो कि हर पुकार पे
हर युग
गोविन्द आयेंगे
प्रेम करो तो उससे करो जो तुम्हें खुल कर प्रेम करने दे, अमलतास सा खिलने दे, हरसिंगार सा महकने दे। जो तुमको घटाओं सा बरसने दे। चाहे खुद समंदर हो पर तुम्हें, दूर तक बहने दे। प्रेम उससे करो जो तुम्हें जंगल सा पनपने दे, बोनसाई खुबसूरत है पर अतिक्रमण है स्वतंत्रता का।
इस दुनिया की सबसे दुखद मोटिवेशनल कोट् है ये कहा जाना कि, "दूसरों से उम्मीद मत रखो, दुःख कम होगा"। फिर मनुष्य होने का, प्रेम का, रिश्ते बनाने का मतलब ही क्या जब कोई किसी से उम्मीद ही न करे। अगर कोई आपसे उम्मीद करता है तो ये खुशी और सम्मान की बात है, विश्वास की बात है।
राम आ गये
तो अब
अहिल्याएं
शापित न होंगी ?
राम आ गये
तो अब भोग
के पहले प्रसाद
शबरीयां
चख पाएँगी ?
राम आ गये
तो अब सब
केवट तर जायेंगे?
कि अब फिर
सीता देंगी अग्निपरीक्षाएं ?
कि फिर यूँ ही
दण्डित होंगी
सौंदर्य और प्रेम
से अभिभूत सूर्पनखाएं ?
कि राम तो लौट आएँगे
पर
मैं प्रस्तुत हूॅं
बन के सीता
और काटने को एक वनवास
तुम्हारे साथ और तुम्हारे बिना
मैं चुकाने को तैयार हूॅं
तुम्हारे लोकनायक होने का मूल्य
मैं बन के राधा
वर लूंगी विरह चिरकाल तक
जो तुम्हें कहनी हो गीता
लोक कल्याण को और
करनी हो धर्म की स्थापना
मैं बन के कुंती और यशोधरा
पाल लूंगी
मैं द्रौपदी का दर्द हूं
प्रेम की संपूर्णता
समर्पण पे उठा
एक सवाल हूं
मैं प्रमाण हूं
तुम्हारे असमर्थ
और पतित होने का
मैं चुनाव हूं
सहज, सौम्य प्रेम नहीं
मैं याज्ञसेनी
मैं ज्वलित प्रतिशोध
मैं अपूर्ण, अधीर प्रेम
मैं कृष्णा पर मैं राधा नहीं
जब एक स्त्री को
अपने आगोश में लिये
उसके जिस्म के राज जानकर
तुम उसे अपनी जीत
अपनी जागीर मान रहे होते हो
ठीक उन्हीं क्षणों में
वो स्त्री जान लेती है तुम्हारा झूठ
और नाप लेती है तुम्हारा छिछलापन
और जिस्म की जीत में
तुम हार जाते हो
एक स्त्री, उसका प्रेम
और अपना पौरूष
प्रेम लिखना भूल गयी हूँ मैं
ये मेरी अयोग्यता नहीं
ये तुम्हारी असफलता है
ये पराजय तुम्हारी है
कि मेरा प्रेम अब मुझ में
ही समाधिस्थ है
और मैं जीवित समाधिस्थल!!
प्रेम में वो दो नहीं
चार लोग होते हैं
एक अल्हड़ लड़की
और एक गंभीर पुरुष
एक शरारती लड़का
और एक शांत स्त्री
कभी दोनों नादान
कभी दोनों परिपक्व
प्रेम में वो कभी बस
दो नहीं होते
वो एक होते हैं
पर कई होते हैं
मैं लैला नहीं
लैला की दुआ हूँ
मैं सोहनी नहीं
सोहनी का घड़ा हूँ
मैं नहीं हीर
हीर की चुनर हूँ
नहीं अनारकली मैं
अनारकली की पुकार हूँ
मैं नहीं राधा
मैं राधा का वियोग हूँ
मीरा भी नहीं मैं
मीरा का जोग हूँ
मैं वैदेही का वनवास
मैं सती का आत्मत्याग
मैं द्रौपदी का द्वंद्व हूँ
Dear men, trust me none of the women is really interested in your nudes and your private parts. (take that as a privilege and curse of being straight that women are interested in you).
So don't even dare to send any unsolicited pics, messages, to any woman, that's Harrassment !!
जिस तपाक से बचा लेती हो
उफनता हुआ गर्म दूध
जिस तपाक से उतार लेती हो
बारिश आने पर सूखते कपड़े
उसी तपाक से
क्यूं नहीं मार देती
एक जोर का थप्पड़ !!!
खुद को बचाने के लिए
वो सभ्य औरत बड़े घर की थी
अजनबी से आंखें मिलीं
तो आंचल कांधे पे ठीक किया
और मुड़ कर चली गई
अजनबी मुसाफ़िर भी
एक सज्जन पुरुष था
नज़रें हटा कर झुका लीं
और जाते हुए देखा उसे कुछ पल
उस रात औरत ने तका आईना
कई देर तलक
उस रात पुरुष ने भी कई देर
अपने कमरे की छत तकी
Dear
@amazonIN
received a stone instead of product. I always wondered that how do one send stone instead of product. But this happened me with today. This isn’t just disappointing but disgusting too. I would like to know other than refund what can be done for such fraud?
वो तुम ही थे
जिसने उस बच्ची की
'पप्पी' ली थी जबर्दस्ती
और उसे अनकम्फर्टेबल
किया था
वो तुम ही थे जिसके हाथ
आशीर्वाद के नाम पे
फिसलते गये थे
वो तुम ही थे
जिसने स्कूल की बेंच पर
उसका नाम लिख दिया था
बिना पूछे
वो तुम ही थे जिसने
प्यार के नाम पर
घर और कोचिंग तक
पीछा किया था