🌹💞💞कौन कहता है तुमसे जुदाई होगी,
यह अफवाह किसी और ने फैलाई होगी 💞💞
💞💞शान से रहेंगे तेरे दिल में हम,
इतने दिनों में हमने कुछ तो जगह बनाई होगी।💞💞 शुभ रात्रि 🌹🌹
थोड़ी बहुत नाराज़गी रखना पास अपने
बाकी सारा गुस्सा मुझपर उतार लेना
करना शिकायतें तुम जितना दिल करे
बाकी सारा प्यार मुझपर बिखेर देना
आँखों में अपने कोई शहर जो रखती हो
छोटे-से एक घर को तुम मेरा नाम देना
थक जायें जो होंठ तुम्हारे कहते-कहते बातों को
मुझको पास बुलाकर तुम इशारों से
शुभ रात्रि 🌹
*रिश्ते बनाने के लिए बस एक ...
*पल चाहिए...**
*पर उसे निभाने के लिए एक
*दिल चाहिए...**
*खेलता तो सागर भी….
*लहरों से है पर उसे भी…**
*थामने के लिये एक साहिल चाहिए…
कागज़ पर दिल के
जज़्बात लिखते हैं
चलो फिर से ख़त
इकबार लिखते हैं
भूलीहुई उन गलियों में फिर
से इकबार चलते हैं
बेसब्री से ख़तों का फिर
से इंतजार करते हैं
भूलेबिसरे उन रिश्तों को
फिर याद करते हैं
रिसते हुए ज़ख्मों पर सुकून भरे
हफों का हाथ रखते हैं
Good morning friends
काश कि कहीं कोई खुशियों की एक दुकान होती,
और हमें उसकी पहचान होती,
ले लेते हम वहाँ से आपके लिए सारी खुशियाँ,
बेशक उनकी कीमत चाहे हमारी जान होती
💕
क्या ही कहूं मोहब्बत को उनकी,
मुझे हर पल आशनाई सूझती है
उन्हें तो बस जुदाई दरकार है।
सोचती हूं जान ये तोहफ़े में दे दूं अब उन्हें
अफसोस उस पर भी कहां मेरा कोई अधिकार है
लफ्ज़ों से वो करते रहते हैं
ज़ख्मी इस बेजुबान दिल को
और कहते हैं उन्हें हमसे बेहद प्यार है।
❤️
जिंदगी की सुंदरता इस बात में नहीं है...
कि हम कितना खुश रहते हैं...!🌿❤️🦋
बल्कि इस बात में है...
कि कितने लोग हमसे खुश रहते हैं...!!🌿❤️
❤️🌿❤️🌿 सुप्रभात 🌿❤️🌿❤️
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये ,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिए,,,
Good morning aap sabhi ko 🙏
हल्की-हल्की सी बूंदे है
हल्की- हल्की सी है हवा..
मिट्टी की सोंधी खुशबू - सी,
उनकी यादें है जवां ..
ज्यों - ज्यों गिरती बूंदें गालों पर,
एहसास कराती किसी के होने का..
चेहरे को सहलाती हुई जुल्फें,
हौले से आकर कहती..
तेरा मेरा साथ है ऐसा,
जैसे सागर और किनारे का ..
कहां भरता है ज़ख्म वक्त गुजरने के साथ
बस सहना आ जाता है दर्द वक्त के साथ।।
कहां मरती है कभी ख्वाहिश वक्त के बाद
बस ये मौन हो जाती हैं परिस्थिति के साथ।।
कहां दफ़न होती हैं यादें बिछड़ने के बाद
ये तो दर्द बनकर उठता है हर पल के साथ।।
*कुछ पल जो साथ मेरे तुम होते हो,*
*वो पल नहीं जिंदगी होती है मेरी*
*जिस नजर से मुझे तुम देखते हो,*
*उस नजर में ही कायनात होती है मेरी।*
*जो कुछ मुझे तुम कहते हो*
*वो लफ्ज़ नहीं नज़्म होती हैं मेरी।*
वो तेरा रूबरू आना बिन कहे कुछ चले जाना
नज़र से छेड़कर मुझे नज़र से मार के जाना
कभी तो कुछ कहों भी कब तलक यू तड़पाओगे
करो न देर नही किसी का हुआ वक़्त को है गुजर जाना
हम में हिम्मत नही की ख़ुद से कह सकें तुमसे
तुम ही इक़ चिट में लिखके राज रहगुज़र में फेंक जाना
_______मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीं
वो मुझे चाहे या मिल जाये जरूरी तो नहीं
ये क्या कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो
सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही....!!!
* #इंतजार हैं हमें #आपके आने का
*वो #नजरे मिलके #नजरें चुराने का,..!!*
मत पूछ ए #सनम #दिल का*
* #अलाम क्या है..*
*#इंतजार है बस*
*#तुझ से # तुझ में #सिमट जाने
का....!!!*
या तो इक दिन अर्क बनाकर हुस्न गुलाबी पी डालें।
या शबनम में चांद घोलकर रात नशीली पी डालें।
काश किसी दिन ऐसा हो जब अमृत, पानी,जाम,जहर
हमे रिझाते रहें और हम प्यास किसी की पी डालें।।
तुम एक इंतजार ही तो हो
वो जो दो धड़कनों के बीच में
वक्त होता है न खाली सा शांत सा
जिसमें शून्य रहता है मग़र
जिसमें अगली धड़कन की
उम्मीद होती है तुम वो हो♥️
पलकें जब झपक कर खुलती हैं तो किसी को ढूँढ़ती हैं ये जो बंदहो करखुलने का सिलसिला है न इसे तलाश कहते हैं तुम वो हो♥️
कच्ची दीवार हूँ ठोकर ना लगाना मुझे,
अपनी नज़रों में बसा कर ना गिराना मुझे,
तुमको आँखों में तसव्वुर की तरह रखती हूँ,
दिल में धड़कन की तरह तुम भी बसाना मुझे।
होकर रुसवा वो मेरी चौखट सेअब हर दिन नई गलियों में घूमता होगा एक मेरे आगोश सा सुकून, शायद वो भी कईं बाहों में ढूंढता होगाआंखें मूंद लेता होगा आगबबूला होने पर भीअब कहा किसीको वैसे हक़ से घूरता होगा इश्क़ हुआ था, हो चला है और होता रहेगा लेकिन क्या अब भी वो सबसे पहले माथा चूमता होगा?
अच्छा सुनो,
- हाँ...
तेजी से धड़कता दिल, फड़फड़ाते होंठ, बादलों से लुका-छिपी खेलता सूरज, और ठंडी हवाएँ, तुम्हे नहीं लगता...
क्या..?
ये मौसम तुम्हे चूमने का है।
____ मोहब्बत को दफा किया हमने
______ अपनी कहानी में खुद को बेवफा किया हमने
________ रूह कांप जाती थी जिनके दूर जाने के ख्याल से
__________ उनको हंसकर अलविदा किया हमने ....!!!
न चादर बड़ी कीजिए
न ख्वाहिशें दफ़न कीजिए
चार दिन की जिंदगी है
बस चैन से बसर कीजिए
न परेशान किसी को कीजिए
न हैरान किसी को कीजिए
कोई लाख गलत भी बोले
बस मुस्कुरा कर छोड़ दीजिए
न रूठा किसी से कीजिए
न झूठा वादा किसी से कीजिए
कुछ फुरसत के पल निकालिए
कभी खुद से भी मिल लिया कीजिए...
तेरी रूह को जो छू ले, बता ऐसा क्या लिख दूँ.
मेरे सारे ख्वाब लिख दूँ
या तेरी सारी दी हुई निशानियां लिख दूं
कितना चाहते हैं तुझे इस पर कहानी लिख दूं
या तेरे साथ बिताई कोई शाम सुहानी लिख दूं
तेरी रूह को जो छू ले बता ऐसा क्या लिख दूं
तू लहू बनकर दौड़ता है जिस्म में मेरे
अक्स-ए-ख़ुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई
और बिखर जाऊँ तो मुझ कोन समेटे कोई
काँप उठती हूँ मैं ये सोच के तन्हाई में
मेरे चेहरे पे तेरा नाम न पढ़ ले कोई
जिस तरह ख़्वाब मेरे हो गए रेज़ा रेज़ा
उस तरह से न कभी टूट के बिखरेकोई
मैं तो उस दिन से हिरासाँ हूँ कि जब हुक्म मिले
ख़ुश्क फूलों को
🌹🌹
बदन पे ज़ख्मों का माना कोई निशान नहीं ,
तो क्या ये रूह हमारी लहूलुहान नहीं ।
मैं हारी बाज़ी रकीबों से जीत जाऊंगी,
मुनाफा होगा जहां छोड़कर ज़ियान नहीं ।
मुझे बता दे उधारी है ज़िंदगी कितनी,
मैं सांसें लिख दूं तेरे नाम ये विधान नहीं।
छोडिए इस बात को हैवान कितने है
फिक्र ये होती है अब इंसान कितने है
कर चुके है नाव दरिया के हवाले हम
क्या करेंगे जानकर तुफान कितने है
कर रहे है कमजोर अपने ही घर की बुनियाद
आदमी इस दौर मे नादान कितने है
जा बसे है परदेस मे बच्चे कही जा कर
गाँव के चौपाल, घर विरान कितने है.
इंतजार है तेरा मगर तू आना मत...💞
प्यार हो भी गया अगर तो मुझे बताना मत...💞
मुझे सिर्फ तेरे ख्वाबों से मोहब्बत है....💞
तू मेरी हकीकत को नजर लगना मत....💞💯🙃
गालों पर एक तिल का पहरा भी जरूरी है,
डर है की इस चहरे को किसी की नज़र न लग जाए।
🥰🥰🥰
इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा,
लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं।........
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