सावरकर के माफीनामा के कुछ अंश :
सरकार अपनी असीम भलमनसियात और दयालुता में मुझे रिहा करती है ! तो में विकासवादी संविधान के प्रति कट्टर समर्थक और अंग्रेजी सरकार के प्रति वफादार रहूंगा !
वो कहता था कि टिकैत यूपी में आकर तो दिखाये...
🥴🥴🥴🥴
टिकैत जन सैलाब बनकर आया और फैंटा के बुलबुले गुड़गुड़ा कर चला भी गया
🙊🙃🥴
#भाजपा_जहरीला_सांप_है
@MukeshSharmaMLA
महात्मा गाँधी व भगत सिंह जी ने भी नही सोचा होगा !
जिस देश की आजादी के लिए सब कुछ लुटाया !
वह देश शिक्षा , स्वास्थ , रोजगार के लिए नही मंदिर - मज्जिद के लिए लड़ेगा !!
एक चाचा मिले थे "निजीकरण" का फायदा बता रहे थे......
फिर जाते जाते बोले कि बेटा कोई तुम्हारा दोस्त हो "सरकारी नौकरी वाला" तो बताना बिटिया के लिए रिस्ता ढूंढ रहा हूँ !!! 🤔