मौत खड़ी थी सर पर, इसी इंतज़ार में थी,
ना झुकेगा ध्वज मेरा, 15 अगस्त के मौक़े पर,
तू ठहर इंतज़ार कर, लहराने दे बुलंद इसे,
मैं एक दिन और लड़ूँगा,मौत तेरे से,
मंज़ूर नहीं है कभी मुझे झुके तिरंगा स्वतंत्रता के मौक़े पे ।💐🇮🇳 🙏🏽
#AtalBehariVajpayee
#वो_भारत_देश_है_मेरा
#Atalji