लगभग ३९ वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता।संप्रति सलाहकार संपादक अमर उजाला समूह।In active Journalism for 39 yrs.Currently Consulting Editor with Amar Ujala Group.
मानुष हों तो बसौं रसखान वही ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन ।
जो पशु हौं तो बसेरो करौं नित कालिन्दी कूल कदम्ब के डारन ।।
या लकुटी अरु कामरिया पर राज तिहूँ पुर को तजि डारौं ।
आठहुँ सिद्धि नवो निधि को सब नन्द की गाय चराइ बिसारौं ।।
रसखान
जन्माष्टमी की बधाई
ग़ाज़ा पर पड़ते इज़रायली गोलों से भारत में कुछ लोग बम बम हैं।उन्हें शायद नहीं पता १९७१ में पाकिस्तान की टूट पर सारे मुस्लिम देश भारत के ख़िलाफ़ गोलबंद हो रहे थे तब इस्लामी देशों के संगठन ओआईसी में फ़लस्तीनी नेता यासिर अराफ़ात ने ही भारत का पक्ष रख कर उनका रख बदला था।
मेरे बाबा साइकल से चलते थे पिताजी स्कूटर से चले और मैं कार से चलता हूँ।बेटा हो सकता है इससे भी आगे ज़्यादा महँगी कार पर आ जाए।इसका मतलब ये नहीं बाबा पिता जी निकम्मे थे।पीढ़ी दर पीढ़ी तरक़्क़ी ऐसे ही होती है।अपने वक्त के मुताबिक़ उन्होंने कामयाबी पाई अपने वक्त के हिसाब से हमने।
इस्लाम को जानना हो तो सूफ़ियों की तरफ़ देखो और हिंदू धर्म को समझना है तो तुलसी मीरा सूरदास रविदास के भजनों में डूब जाओ।अगर धार्मिक पाखंड से लड़ना है तो कबीर को पढ़िए।
Those who are excited on Israel bombing on Gaza should know that in 1971 after formation of Bangladesh Pakistan moved resolution against India in OIC it was Yasir Arafat Chairman PLO who stood up for India & convinced OIC then Pakistani motion was defeated.
यहाँ तो प्रधान मंत्री को गोली मारने वालों के वक़ील को दूसरे राजनीतिक दल ने सांसद मंत्री भी बनाया और देश के साथ मारे गए प्रधान मंत्री के दल ने भी उसे सहजता से लिया।किसी ने भी उस वरिष्ठ वक़ील को कभी देशद्रोही नहीं कहा।ये भी हमारे लोकतंत्र की ख़ूबसूरती है।
हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती!
यहाँ आप PM को डंडे मारने की बात कर सकते हैं, लेकिन गद्दारों को गोली मारो नहीं बोल सकते!
#ShaheenBaghProtest
#DelhiElection
चिंता मत कीजिए।लगभग यही बात मुझसे एक साधु ने कई वर्ष पूर्व कही थी।जब मैंने उनसे पूछा था कि कड़कती ठंड में भी आप बिना कपड़ों के कैसे रहते हैं।उन्होंने कहा कि सर्दी गर्मी शरीर का धर्म है ।अगर हम ऋतुओं से डरने की बजाय शरीर को उनके हिसाब से ढाल लें तो न सर्दी महसूस होगी न गर्मी।
सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बना कर कॉंग्रेस ने दो संदेश दिये ।पहला हिमाचल या किसी भी राज्य में पार्टी सिर्फ़ एक परिवार और उसकी विरासत के भरोसे नहीं रहेगी।दूसरा पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं को महत्व देकर राज्यों में नया नेतृत्व भी विकसित किया जाएगा।
@INCIndia
@RahulGandhi
नेता विपक्ष बन कर मुलायम सिंह यादव ने यूपी से केंद्र की राजनीति का सफ़र तय किया।अब
@yadavakhilesh
ने वही रास्ता अपनाया है।इससे न सिर्फ़ उनके कार्यकर्ताओं और जनाधार का हौसला बढ़ेगा बल्कि जनता से भी उनका जीवंत सम्पर्क रहेगा।उन्हें २०१७ में ही ये करना चाहिए था।देर अब भी नहीं हुई है।
हिमंता बिस्वासरमा का असम की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री बनने से साफ़ संकेत है कोविड संकट प.बंगाल की हार और यूपी पंचायत चुनाव नतीजों से दबा भाजपा नेतृत्व क्षत्रपों के दबाव में झुकने लगा है।वरना इसके पहले किसी पूर्व कांग्रेसी को सीएम नहीं बनाया गया।अब सिंधिया भी उम्मीद रख सकते हैं।
कल मैंने कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खरगे जी का साक्षात्कार लिया जो अमर उजाला में शीघ्र ही प्रकाशित होगा।श्री खरगे बेहद सुलझे हुए परिपक्व राजनेता और बेहद सरल सहज बेहतरीन इंसान हैं।उन्होंने चुनावों से जुड़े सवालों पर बेबाक़ी से जवाब दिये।
कांग्रेस के संगठन चुनाव मामूली घटना नहीं हैं।ये
@RahulGandhi
की दृढ़ता का नतीजा हैं कि वह न खुद अध्यक्ष बनेंगे न गांधी परिवार का कोई सदस्य।इन चुनावों ने सभी दलों पर आंतरिक लोकतंत्र का दबाव बढ़ा दिया है।हिमाचल में भाजपा हर सीट के उम्मीदवार के लिए कार्यकर्ताओं की पसंद पूछ रही है।
सोनिया गांधी ने प्रधान मंत्री पद न स्वीकार कर विदेशी मूल के मुद्दे को हमेशा के लिए ख़त्म किया था वैसे ही राहुल गांधी अध्यक्ष पद न स्वीकार कर कांग्रेस में गांधी ग़ैर गांधी मुद्दे को ख़त्म करना चाहते हैं।राहुल को जानने वाले इसे पहले दिन से जानते हैं।
@RahulGandhi
@INCIndia
मध्य प्रदेश में सरकार बचाने की सारी ज़िम्मेदारी कमलनाथ
@OfficeOfKNath
दिग्विजय सिंह
@digvijaya_28
की है जबकि कांग्रेस सरकार गिरा कर अपनी सरकार बनाने में भोपाल बेंगलूरू से दिल्ली तक पूरी भाजपा जुटी है।ये फ़र्क़ है दोनो दलों में।
@INCIndia
@BJP4India
कांग्रेस का अध्यक्ष कोई भी बने पर पदयात्रा
@RahulGandhi
को पार्टी का स्थाई सर्वोच्च नेता बना देगी।ये तुलना नहीं उदाहरण है जैसे गांधी जी कांग्रेस में सर्व स्वीकार्य हो गए थे या भाजपा में अध्यक्ष कोई भी हो नेता अटल जी थे।पदयात्रा की सफलता कांग्रेस में ऐसी ताक़त राहुल को दे सकती है।
तालिबान सिर्फ़ अफ़ग़ानिस्तान में ही नहीं हैं।जहां कहीं भी धर्म जाति रंग नस्ल भाषा क्षेत्र लिंग के भेदभाव को आधार बना कर हिंसा हो रही है वो तालिबानी मानसिकता का ही विस्तार है।भले ही उसका नाम या पहचान कुछ भी हो।
यूपी के रण में वरुण: अमर उजाला से बातचीत में अपनी राजनीति की गंभीरता पर युवा गांधी ने की बेबाक़ बातचीत ।इस पर आपकी राय का इंतज़ार है।
UP Chunav 2022: वरुण गांधी ने कहा- महंगाई, रोजगार, महिलाओं व किसानों के मुद्दे पर होगा चुनाव
छुट्टी मनाना कब से अपराध हो गया ?अगर देश गंभीरता से नहीं लेता आप नोटिस क्यों ले रहे हैं?इस फ़ोटो में आपत्तिजनक क्या है?इंसान काम भी करता है आराम भी।24x7x365 काम रोबोट करता है इंसान नहीं ।मशीन को भी आराम देना होता है।दूसरे इसे छिपाते हैं ये नहीं।किसी की निजी ज़िंदगी भी होती है।
कोई मज़ाक़ उड़ाए। आलोचना करे। समझ को लेकर सवाल उठाये। इस बंदे पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। वो जो मन करता है वही करता है। उनकी मम्मी चाहती हैं कि देश का नेतृत्व करें पर वो इस विचार को सीरियसली नहीं लेते। शायद यही वजह है कि देश ने उन्हें और कांग्रेस को सीरियसली लेना बंद कर दिया।
राहुल गांधी का रायबरेली सीट रखना और प्रियंका को वायनाड से चुनाव लड़ाने का कांग्रेस का फ़ैसला तार्किक और समयानुकूल है।इससे रायबरेली में परिवार की विरासत यूपी में
@RahulGandhi
की सक्रियता बनी रहेगी तो वायनाड से गांधी परिवार का जुड़ाव भी बना रहेगा।मैंने ये बात कई बार बहस में कही थी।
पत्रकारिता के ३५ सालों मे कई धरने रैलियाँ देखी हैं ।शाहीन बाग जाकर धरने पर बैठी महिलाओं युवकों का जज़्बा देखा।उनके आंदोलन से सहमति /असहमति हो सकती है पर उन्हें भाड़े पर लाया गया है ये वही कह सकते हैं जिन्हें रैलियों धरनो में भाड़े पर लोगों को लाने की आदत है।
सुविधा संघर्ष के बीच जो संघर्ष का रास्ता चुनते हैं भविष्य में सफलता उनके कदम चूमती है।
@yadavakhilesh
ने लोकसभा छोड़कर विधानसभा में नेता विपक्ष बनकर संघर्ष का रास्ता चुना है।संभव है कि वो भी पिता मुलायम सिंह यादव की तरह राज्य की विपक्षी राजनीति में इतिहास रच सकते हैं।शुभकामनाएँ
Branding or associating
@SonuSood
with any political outfit is an injustice to his great for I know him he is doing this without any political goal with his own inspiration.He should be appreciated without any bias.
@rautsanjay61
लाल क़िले से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक दलों में जब परिवारवाद का मुद्दा उठाया तो निशाने पर क्षेत्रीय दलों से ज़्यादा कांग्रेस थी क्योंकि परिवार आधारित कई क्षेत्रीय दलों से भाजपा को दिक़्क़त नहीं हुई ।कांग्रेस ने जवाब संगठन चुनाव से दलों में आंतरिक लोकतंत्र से दिया है।
उम्मीद है कि
@myogiadityanath
जी इनकी पीड़ा समझेंगे और संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश देंगे जिससे इनका इंतज़ार जल्दी ख़त्म होगा।
लालफीताशाही: सरकारी नौकरी में चयन के बावजूद नियुक्ति पत्र के लिए भटक रहीं चयनित एएनएम, देरी कर रही परेशान
आज व्हाटसएप पर एक संदेश आया ।सटीक लगा साझा कर रहा हूँ:
पत्थर में भगवान होते हैं लोगों को ये समझाने में धर्म सफल रहा है लेकिन इंसान में इंसान होता है ये समझाने में धर्म अब तक विफल रहा।🙏
मुझे जब किसी मेरे ट्वीट पर सरकार समर्थकों के हमले और किसी दूसरे ट्वीट पर सरकार विरोधियों के निशाने झेलने पड़ते हैं तो मुझे पूरा भरोसा हो जाता है कि मैं सही रास्ते पर हूँ।यही मेरी पूँजी है कि मैं किसी खूँटे से बंधा नहीं हूँ।
कई साल पहले एक शादी लखनऊ में हुई थी जिसमें तत्कालीन पीएम समेत राजनीति बॉलीवुड उद्योग खेल मीडिया सभी क्षेत्रों की हस्तियां शामिल थीं।दिल्ली मुंबई से हवाई जहाज़ फेरी लगा रहे थे।पर उसमें सोनिया गांधी का परिवार नहीं था।आज भी बहु चर्चित शादी में वो शामिल नहीं है।इसके क्या मायने हैं ?
अरविंद केजरीवाल की माँग से असहमत होते हुए भी उन्हें यह श्रेय ज़रूर दूँगा कि करेंसी पर श्री गणेश व देवी लक्ष्मी की तस्वीर छापने की उनकी माँग ने उन तमाम लोगों को भारत और संविधान के धर्म निरपेक्ष होने की याद दिला दी है जो लगातार धर्म निरपेक्षता को कोसते नहीं थकते हैं।
कांग्रेसी नेताओं से उनकी विफलता के बारे में बात कीजिए वो इतिहास में भाजपा की विफलताएँ गिनाने लगते हैं।जबकि उन्हें वर्तमान से सबक़ लेकर आगे बढ़ना होगा। कांग्रेस को अतीतजीवी नहीं भविष्यजीवी होना होगा।
किसी भी मुद्दे पर जब कोई सियासी दल अपनी बात कहता है तो मीडिया और उसके विरोधी राजनीति न करने की नसीहत देते हैं मानो राजनीति कोई घृणित काम हो।लोकतंत्र में राजनीतिक दल जनता के मुद्दों पर राजनीति नहीं करेंगे तो क्या नाचने गाने पर राजनीति करेंगे।शुभ प्रभात।
कुमार ने आख़िर जीत लिया डा.पल्लव वाजपेयी और उनके परिवार का विश्वास।अपने नाम को किया सार्थक।साधुवाद
@DrKumarVishwas
Kumar Vishwas: भगवान राम की मूर्ति लेकर पीड़ित डॉक्टर के घर पहुंचे कुमार विश्वास, मांगी माफी, साथ मनाई दीपावली
राष्ट्रपिता पर अनर्गल हमले करके अपने कुतर्कों से कोसने वाले देखें मनन करें कि विश्व ये शीर्ष नेता न कांग्रेसी हैं न ही देश में कांग्रेस की सरकार है पर राजघाट पर उस युग पुरुष ���ो नमन कर रहे हैं जो सत्ता के किसी पद पर नहीं रहा।कोई मानें न माने दुनिया गांधी को मानती है।बापू को नमन 🙏
अरसे बाद अपनी बड़ी बहन और छोटी दीदी मीना जीजी से रूबरू राखी बँधवाई।वरना हर साल रक्षा बंधन पर दोनों बहने यानी बड़ी और छोटी दीदी की रखी कानपुर से डाक से ही आती थी।संयोग से इस बार छोटी दीदी नोएडा में ही थीं और बरसों बाद मुझे ये सौभाग्य मिला।राखी पर दोनों बड़ी बहनों को चरण स्पर्श।🙏
रवीश कुमार बेहतरीन पत्रकार हैं जिन्होंने जन हित के मुद्दे शिद्दत से उठाये।किंतु पत्रकारिता में कोई न भूतो न भविष्यति नहीं होता।प्रतिकूल परिस्थिति में पहले भी पत्रकारों ने इस्तीफ़े दिये हैं।पत्रकारिता न तब ख़त्म हुई न अब होगी।न किसी को भगवान बनाइए न शैतान।उसे इंसान ही रहने दीजिए।
कांग्रेसी भी अजीब राजनीतिक प्राणी हैं ।ये शिकायत करते हुए कि कांग्रेस मोदी और भाजपा से लड़ नहीं पा रही है पार्टी छोड़ते हैं और फिर उसी भाजपा में शामिल हो जाते हैं ये कहते हुए कि भाजपा और मोदी जी ही देश को आगे ले जा सकते हैं।जय हो 😁
जो किशोरी लाल शर्मा को कमज़ोर मान रहे हैं वो नहीं जानते शर्मा ४० साल से अमेठी रायबरेली में चुनाव ही लड़वाते रहे हैं।वो इस क्षेत्र के चप्पे चप्पे बच्चे बच्चे से वाक़िफ़ हैं।२०१९ में राहुल की हार का एक बड़ा कारण शर्मा से अमेठी चुनाव की ज़िम्मेदारी ले लेना भी था।नतीजा कुछ भी हो ।
भाजपा योगी आदित्यनाथ से लेकर बाबा बालकनाथ जैसे कई हिंदू संतों को प्रतिष्ठित करती है वहीं कांग्रेस अपने एक मात्र संत राजनेता
@AcharyaPramodk
को न कोई ज़िम्मेदारी देती है न उन्हें सम्भाल पाती है।व्यथित आचार्य अपनी तल्ख़ पीड़ा बयान कर रहे हैं।ये राजनीति की विडंबना है या दुर्भाग्य ?
धर्मनिरपेक्षता को पहले राजनीति बनाया गया।अब उसे धर्म विरोधी कह कर गाली बना दिया गया ।कभी धर्मनिरपेक्षता की राजनीति को छद्म धर्मनिरपेक्षता कहा गया।जबकि धर्मनिरपेक्षता भारतीय संदर्भ में धर्म का निषेध नहीं सर्वधर्म समभाव है जो कि जीवनशैली है न कि राजनीति।
पहले सिंधिया अब पायलट।निश्चित रुप से कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।लेकिन नेता पुत्रों के बोझ से दबी कांग्रेस क्या अपने उन ज़मीनी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का मौक़ा देगी जिनके रास्ते में ज़िलों प्रांतों और केंद्र में नेता पुत्र अब तक रोड़ा बने हुए हैं।
पहले कांग्रेस फिर राहुल गांधी पर ममता के हमले से लगता है भारत जोड़ो न्याय यात्रा को प.बंगाल में मिले समर्थन ने दीदी को परेशान कर दिया है कि कहीं राज्य में उनका बड़ा और मज़बूत मुस्लिम जनाधार कहीं खिसकने न लगे।इसीलिए वो बीड़ी मज़दूरों के बीच
@RahulGandhi
के जाने तक से बेचैन हैं।
अच्छा हुआ कि गोस्वामी तुलसीदास अकबर के राज में पैदा हुए और रामचरितमानस लिख पाए। आज होते तो हिंदू धर्म के ठेकेदार उन्हें कब का देशद्रोही और हिंदू विरोधी घोषित कर देते।
राहुल गांधी की अगुआई वाली ऐतिहासिक भारत जोड़ो यात्रा से ज़्यादा दिलचस्पी भारतीय मीडिया की दिलचस्पी कांग्रेस के संगठन चुनावों में है।इतनी दिलचस्पी किसी भी अन्य दल के संगठन चुनावों में कभी मीडिया ने नहीं दिखाई।क्यों? इस सवाल का जवाब हमें खोजना चाहिए।खोजिए साहब ।मुझे भी बताइयेगा।
जिन्हें तिरंगा नहीं भगवा भाता था,जो लाल क़िले पर लाल झंडा फहराने का सपना देखते थे जिनके लिए हरा झंडा सबसे ऊपर था जो नीले झंडे को वंचितों की मुक्ति का ध्वज मानते हैं,वो सब तिरंगे को सम्मान दे रहे हैं।ये स्वतंत्रता आंदोलन उसके मूल्यों बलिदानों और तिरंगे की जीत है।जयहिंद वंदेमातरम्।
कभी उन्नाव कभी हाथरस कभी महिला पहलवान कभी मणिपुर कभी जोधपुर कभी कठुआ कभी संदेशख़ाली और अब हासन।ये सिर्फ़ घटनाएँ नहीं हैं हादसे हैं जिनका विरोध एक स्वर से होना चाहिए।पर राजनीति ने हमें इतना बाँट दिया है कि निर्भया कांड के ख़िलाफ़ खड़े होने वाले देश में अब संवेदनाएँ नहीं जागतीं।
ये फ़र्क़ है भाजपा कांग्रेस के कामकाज में।एक ने झटके से मुख्यमंत्री हटा दिया दूसरे को अभी तक गुजरात के लिए प्रभारी नहीं मिला जबकि पुराने प्रभारी राजीव सांतव का निधन हुए कई महीने हो गए।भाजपा चुनाव की तैयारी में जुट गई कांग्रेस में गुजरात ���ी फ़ाइल चुनाव से तीन महीने पहले खुलेगी।
ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने से मेरे समेत सभी भारत वंशी उल्लासित हैं ।जिस बर्तानिया साम्राज्य में सूरज नहीं डूबता था उसकी कमान एक भारतीय मूल के हाथ में है।ये संभव हुआ क्योंकि ब्रिटिश लोकतंत्र जीवंत है।न मीडिया ने तूफ़ान मचाया न किसी राजनेता ने विरोध में सिर मुँड़ाने की धमकी दी।
विडंबना है कि जिस मुग़ल राज को पानी पी पी कर कोसा जाता है उस काल में रामचरितमानस की रचना हुई।हिंदी काव्य का भक्ति काल फला फूला ।आज जब देश प्रदेश में हिंदुत्ववादी शासन है तब मानस के पन्ने फाड़े जा रहे हैं प्रतियाँ जलाई जा रही हैं।जातीय और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति हो रही है ।
वैसे तक़ाज़ा तो इंसानियत का है लेकिन मौक़ा परस्त नेताओं से मानवता की उम्मीद ज़रा कम ही है कम से कम अपनी दलित राजनीति के नाते ही इस पर अपना मौन तोड़ दें।
अभिनेत्री को “न्याय”
दिलाने के लिये रामदास अठावले महाराष्ट्र Governor से मिल सकते हैं,लेकिन “हाथरस”
की “बेटी”
को न्याय दिलाने के लिये “फूटे”
मुँह से एक शब्द नहीं.
निश्चित रूप से सनातन में अद्भुत शक्ति भी है और सनातन पर किसी एक दल विचारधारा और वर्ग का एकाधिकार भी नहीं है।जो शाश्वत है वही सत्य है वही सनातन है और वो सबका है।
ट्रोल आलोचक में फ़र्क़ है।असहमति के बावजूद आलोचक की भाषा शालीन होती है तथ्य तर्क पर कभी सहमति हो जाती है।पेशेवर ट्रोल की भाषा असभ्य गंदी कुतर्क वाली होती है।उसे तथ्य तर्क से लेना देना नहीं होता।आलोचक से संवाद कर सकते हैं पर ट्रोल से उलझने की बजाय अनदेखा करें या ब्लॉक करें।
यही फ़र्क़ है भारत और पाकिस्तान में।वो धर्म की बुनियाद पर देश बना जबकि हम धर्मनिरपेक्षता पर डटे रहे।गांधी जिन्ना का यही फ़र्क़ दुनिया में हर भारतीय का सीना गर्व से ऊँचा रखता है।भारत का ये चरित्र बचाए और बनाए रखना हर हिंदुस्तानी की ज़िम्मेदारी है।जय हिंद
61 मैच 261 विकेट, पाकिस्तान को अकेले दम पर मैच जिताने वाला खिलाड़ी। इसके बावजूद साथी खिलाड़ियों ने उसे अपने साथ रोटी खाने लायक भी नहीं समझा, हमेशा उसे गाली दी, प्रताड़ित किया और मौक़ा मिलते ही टीम से बाहर निकाल फेंका। वजह-
#DanishKaneria
हिंदू था. दुख हुआ जानकर.
#CAA_NRC
बारिश पहले भी होती थी।हफ़्तों आसमान नहीं खुलता था।कभी मूसलाधार कभी रिमझिम बूँदों की झड़ी लगती थी।पर तब इसे क़ुदरत का कहर नहीं मेहर माना जाता था।अब दो तीन दिन की बारिश आसमानी आफ़त बन जाती है।ये क़ुदरत के क़हर का नहीं इंसान के निकम्मेपन का नतीजा है।
देश में जितना जुनून क्रिकेट फ़िल्मी सितारों और धर्म के लिए है उसका आधा भी भी अगर महंगाई बेरोज़गारी भ्रष्टाचार शिक्षा स्वास्थ्य क़ानून व्यवस्था और बुनियादी सुविधाओं जैसे मुद्दों के लिए हो तो सभी सरकारें इन मुद्दों को प्राथमिकता से हल करने की दिशा में काम करने लग जाएँ।
उप्र के कुछ कांग्रेसी चापलूसों का दिल चुनावों में पार्टी की दुर्दशा नेताओं के पलायन से नहीं भरा है।अब ये प्रदेश अध्यक्ष के लिए मुखर नेता
@AcharyaPramodk
का रास्ता रोकने के लिए उनके चिंतन शिविर के भाषण को तोड़ मरोड़ कर पेश करके गांधी परिवार में ही मतभेद पैदा करने की कोशिश में हैं।
इस बार हमने दिवाली मुंबई में अपने बेटे अनुभव के साथ उसके घर पर मनाई।सुबह नोएडा वाले घर में गणेश लक्ष्मी पूजन किया ।शाम को मुंबई आकर पूजन किया दीपावली मनाई।दिल्ली में पटाखों पर पाबंदी है तो मुंबई में एक क्षण के लिए भी बंद नहीं हो रहे हैं।सही कहा है ये है मुंबई नगरिया तू देख बबुआ।
Even in Nov.1984 when entire Delhi was burning the safest place was JNU campus.Many Sikhs were saved from mob by students & kept inside. But what happened tonight is shocking. Now JNU its culture & tradition is under attack.We must condemn this violence.
श्री मुलायम सिंह यादव दुनिया से चले गए।मेरा उनसे रिश्ता शुरुआती दिनों से था जब वो इटावा से कानपुर आते थे।बाद में ये और प्रगाढ़ हो गया।वैचारिक समानता और निकट ले आई।उन्हें देखने मेदांता भी गया था।उम्मीद थी कि स्वस्थ हो जाएँगे।पर उम्मीद ग़लत निकली।धरती पुत्र को विनम्र श्रद्धांजलि।🙏
चुनाव नतीजों ने कुछ बातें तय की हैं।
@RahulGandhi
की यात्राओं ने उन्हें सर्वमान्य नेता बना दिया।
@yadavakhilesh
व
@OfficeofUT
अपने पिता के सच्चे वारिस साबित हुए।
@yadavtejashwi
को मेहनत के साथ राजद का सामाजिक आधार भी बढ़ाना होगा।
@kharge
ने कांग्रेस में ख़ुद को बेहतर नेता साबित किया।
पूर्व वित्त मंत्री
#PChidamabaram
के घोटाले में एक बड़े पत्रकार और दो महिला पत्रकरो के नाम सामने आ रहे है, एक के लेपटॉप से बहूत से सबूत मिले हैं।अब समझ आया कि इतने सारे पत्रकार
@narendramodi
के विरोधी क्यों हैं? पहले कद्दू कटता था तो पत्रकारों में भी बटता था,अब कद्दू कटना बंद है।
मैं जानता हूँ कि कुछ लोग कहेंगे कि आप तब क्यों नहीं बोले जब वो हुआ था लेकिन फिर भी बोलूँगा झारखंड में राम और हनुमान के नाम का जयकारा लगवा कर जो भीड़ हत्या हुई है वो राम देश और मानवता तीनो के ख़िलाफ़ है।सच्चे भारतीय असली राम भक्त इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
सामूहिक नमाज़ के लिए प्रशासन जगह तय कर दे तो सड़क पर नहीं होगी।समस्या तब आती है जब वर्षों से तय जगह पर नमाज़ पढ़ने से रोका जाता है।जैसा गुरुग्राम में हुआ।और ऐसा सिर्फ़ किसी सियासी एजेंडे के तहत ही होता है।
@rahuldev2
यह सही है कि अपने उपासना, पूजा स्थल पर सामूहिक उपासना की जाती है, लेकिन उसके लिए स्थान भी तय होता है। मस्जिद की बजाय सड़क पर इकट्ठा होना, यह चुभने परेशान करने वाली बात है।
पहले जीतनराम माँझी अब चंपई सोरेन ने अपने नेता व दल से अलग राह पकड़ी।इन दो उदाहरणों के बाद अब को��� भी छत्रप संकटक़ालीन स्थिति में अपनी जगह पार्टी के किसी नेता की बजाय परिवार को देने के लालू यादव के रास्ते पर चलेगा या जेल में भी पद पर बने रहने वाले अरविंद केजरीवाल का अनुसरण करेगा।
ऋषि सुनक़ की आर्थिक प्रबंधन वित्तीय समझ ने उन्हें ब्रिटेन का पीएम बनाया है न कि इसलिए कि वो गौ भक्त कलावा पहनने वाले हिंदू हैं।भारत में उनकी आर्थिक प्रबंधन की योग्यता का नहीं उनकी हिंदू छवि का प्रचार हो रहा है।हमें सुनक की योग्यता पर गर्व होना चाहिए जिसने उन्हें यहाँ पहुँचाया।
प्रभु जिस एक हज़ार साल की ग़ुलामी की बात कर रहे हैं उसी दौरान सूर तुलसी कबीर रहीम रसख़ान मीरा रविदास जैसे संत महापुरुष भी फले फूले।जिस गंगा जमनी संस्कृति की आप बात करते रहे हैं वो उसी काल में विकसित हुई।आप गांधी नेहरू पटेल सुभाष आज़ाद भगत सिंह विचार से दूर जाते क्यों दिख रहे हैं।
एक हज़ार साल की “ग़ुलामी”
को भारतीय संस्कृति बताने का पाप नहीं करना चाहिये,अगर मुझे “ट्रोल”
कहने से आपका सम्मान बढ़ता है तो मुझे प्रसन्नता होगी,लेकिन धर्म और राष्ट्र को कलंकित करने का पाप ना करें.
उत्तर प्रदेश की सियासी नदी में तीन दशक से लड़खड़ाती कांग्रेस की नाव की पतवार प्रियंका गांधी ने सम्भाल ली है।संगठन की जर्जर नाव को ख़ासी मरम्मत की ज़रूरत है।पार्टी की नाव को चुनावी भँवर से पार लगाने के लिए नाविक को नाव के सुराख़ भरने होंगे।
@priyankagandhi
देश का अतीत सुधारने में कहीं वर्तमान न बिगड़ जाए।ये याद रखना चाहिए कि भविष्य हमेशा वर्तमान के गर्भ से ही निकलता है।इसलिए अगर वर्तमान बिगड़ गया तो भविष्य बेहतर कैसे हो सकता है।इसलिए अतीत का हिसाब चुकाने की बजाय उससे सबक़ लेकर वर्तमान को बेहतर बनाइए जो हमें एक सुंदर भविष्य दे सके।
मैने कल ग़लत सूचना के आधार पर कल्याण सिंह को लेकर एक ट्वीट किया था जिसे गलती का पता चलते ही मैने डिलीट कर दिया था।फिर भी उसे कुछ लोग सोशल मीडिया पर चला रहे हैं और प्रचारित कर रहे हैं।मेरा अनुरोध है कि ऐसा न करें।मेरी इस भूल से अगर किसी को भी कष्ट हुआ तो मैं क्षमाप्रार्थी हूँ।🙏
तीन दिन पहले कवि कुल शिरोमणि अनुजवत कुमार विश्वास के स्वर्णिम जन्मदिन पर कुछ इस अन्दाज़ में हम मिले और कुमार को उनके ५०वें जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएँ दीं।इस मौक़े पर कई अन्य मित्रों से मिलने का सौभाग्य भी मिला।
@DrKumarVishwas
@ApoorvaJoshi20
@NidhiKNDTV
गीता रोज पढ़ता हूँ इसीलिए किसी भी युद्ध के ख़िलाफ़ हूँ।अभी भारत और पाकिस्तान ने युद्ध की वो विभीषिका नहीं झेली है जो यूरोप अमेरिका जापान कोरिया जैसे देश झेल चुके हैं।इसलिए दोनो तरफ़ युद्धोन्माद आसानी से फैल जाता है।
कांग्रेसी रणबाँकुरे भी ग़ज़ब हैं ।ये कहते हुए पार्टी छोड़ते हैं कि पार्टी दिशा विहीन है और बीजेपी से लड़ नहीं पा रही है और फिर शान से भाजपा के कार्यालय में जाकर उसका हरा नारंगी पटका पहनकर मोदी जी के नेतृत्व और भाजपा की नीतियों की तारीफ़ करते हुए भाजपा में शामिल हो जाते हैं।
कांग्रेस महासचिव
@priyankagandhi
जी को उनके जन्मदिन की बधाई एवं शुभकामनाएँ।हाल ही में मुझे अमर उजाला के लिए उनका interview करने का मौक़ा मिला।उन्होंने मेरे सवालों के जवाब बेबाक़ी से दिए थे।🙏
तालिबान उसकी और उसकी जैसी विचारधारा और नीतियों का समर्थन वही कर सकते हैं जिन्हें लोकतंत्र धर्मनिरपेक्षता और मानवाधिकारों में विश्वास नहीं है।चाहे वो किसी देश में हों या किसी भी धर्म को मानने वाले हों।तालिबान का विकल्प जवाबी तालिबान नहीं बल्कि लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता है।
बिहार के घटनाक्रम पर नैतिकता अनैतिकता की बहस बेमानी है।भारतीय राजनीति के शब्दकोष में ये अप्रासंगिक हो चुके हैं।लेकिन बिहार के विधायकों में अभी तक इतना ईमान बचा है कि रेसोर्ट राजनीति की छाया वहाँ नहीं पड़ी है।अन्य राज्यों के विधायकों की तरह उन्होंने अपने दलों से धोखा नहीं किया।
विपक्ष किसी मुद्दे पर सड़क पर उतरता है तो सत्ता पक्ष उस पर राजनीति करने का आरोप लगाता है।राजनीति तो दोनो ही करते है।राजनीति ही करनी चाहिए।राजनीतिक दल अगर राजनीति नहीं करेंगे तो क्या भजन कीर्तन करेंगे।अटल जी ने भी कहा था हम राजनीति में कीर्तन करने नहीं आए हैं।
मन से तो शत्रु भाजपा से तीन साल पहले ही विदा ले चुके थे तन से भाजपा ने अब उन्हें किनारे कर दिया।जल्दी ही शायद शत्रुघ्न नए किनारे पर नज़र आएँगे।या तो हाथ थामे या हाथों में लालटेन थामे।
आख़िर बीजेपी से शत्रुध्न सिन्हा की विदाई हुई। बीजेपी ने पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटा। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद लड़ेंगे बीजेपी की ओर से चुनाव।
आपरेशन गंगा से यूक्रेन में फँसे भारतीयों की सकुशल वापसी की उम्मीद जगी है।क़रीब १४०० लोग आ भी चुके हैं।वहाँ से जो वीडीयो आ रहे हैं वो दिल दहलाने वाले हैं।सरकार ने चार मंत्रियों को ज़िम्मेदारी दी है।उम्मीद है बाक़ी भारतीय भी ज़ल्दी लौटेंगे।
कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं को राम मंदिर और सनातन धर्म पर पार्टी के रुख़ से नाराज़गी किश्तों में हो रही है।ताज़ा मामला गौरव वल्लभ का है।जब उ��यपुर से कांग्रेस टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे थे तब सनातन का अपमान याद नहीं आया।उदयनिधि का बयान तो तब आ चुका था।राम मंदिर भी अब याद आया।
कवि कुल शिरोमणि प्रिय अनुज
@DrKumarVishwas
मोदी नगर के निकट फार्म दिव्य केवी कुटीर में गीर गाय के घी में पग़े सरसों के साग मक्के की रोटी देसी गुड का स्वाद प्रदूषण से दूर गन्ने के खेतों के बीच ग़ैर रसायनिक खाद के अनाज सब्ज़ियों की खेती कुमार का नया कृषि कर्म है।बधाई कुमार।
भारतीय सेना का इतिहास उसके वीर सैनिकों की शौर्य गाथाओं से भरा हुआ है।उसे सीमा पर चीनी सैनिकों को खदेड़ने की बात को प्रमाणित करने के लिए किसी पुरानी वीडियो क्लिप की ज़रूरत नहीं है।हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों को पीछे धकेल दिया ये खबर ही काफ़ी है।जय हिन्द जय हिन्द की सेना।
राहुल गांधी के निंदक कहते हैं जहां वो प्रचार करते हैं कांग्रेस हारती है।राहुल २०१७ में गुजरात गए पार्टी ने ७७ सीटें जीतीं।२०१८ में राजस्थान छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश में प्रचार किया सरकारें बनीं।२०२२ में यूपी गुजरात नहीं गए पार्टी हार गई।हिमाचल उनके बिना गए जीती।निष्कर्ष आप निकालें।
ज़्यादातर क्षेत्रीय दलों ने कांग्रेस की ज़मीन छीनी है ।उन्हें कांग्रेस की ऐसी जरा भी कोशिश बर्दाश्त नहीं जिसमें उन्हें इसे साझा करना पड़े।इंडिया गठबंधन व राहुल गांधी की यात्राओं को लेकर उनमें यही अंतर्द्वंद है।जो इस ग्रंथि से मुक्त हैं उन्हें न गठबंधन से परहेज़ है न यात्रा से ।
इस तरह का ट्वीट आप जैसे गीतकार को शोभा नहीं देता।आप रवीश को पसंद करें या नापसंद लेकिन आप ख़ुद को मीडिया के इस विवाद में क्यों डाल रहे हैं।किसी की भी आलोचना का अधिकार सबको है लेकिन वह तथ्यपरक होनी चाहिए।आलोचक और ट्रोल में यही फ़र्क़ है।अच्छे समालोचक बनें ट्रोल नहीं।🙏
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के समारोह में
@narendramodi
के शानदार सम्बोधन के लिए प्रधानमंत्री जी को साधुवाद।उम्मीद है इस संस्थान को लेकर ऊटपटाँग बयानबाज़ी करने वाले सबक़ लेकर आगे इसे लेकर अनर्गल प्रलाप नहीं करेंगे।ऐसे संस्थान देश की शैक्षिक धरोहर हैं।
दानिश अली को बेहद मिलनसार मृदु भाषी बिना भेदभाव के सबकी मदद करने वाले सांसद हैं।उनके साथ जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल बीजेपी सांसद रमेश विधूडी ने किया वो शर्मसार करने वाला है।बीजेपी नेतृत्व ने उन्हें नोटिस दिया व लोकसभा अध्यक्ष ने संज्ञान लिया है।उम्मीद है दानिश को इन्साफ़ मिलेगा।
आपकी हर बात से सहमत हूँ और इन महापुरुषों के प्रति संपूर्ण आदरभाव भी है।लेकिन एक असहमति है जो दर्ज करना ज़रूरी है।गांधी ने किसी नाटक के तहत कपड़े नहीं उतारे थे।ये उनका समर्पण था वंचितों से तादात्म्य स्थापित करने के लिए।आप अपनी बात बिना गांधी पर कटाक्ष किए भी कह सकते थे।🙏
ज्योतिबा फुले अपने समय की बड़ी पुल और बिल्डिंग कंपनी के मालिक थे। महात्मा फुले के बनाए पुल आज भी हैं। 26 स्कूल वे एक साथ चला रहे थे।
पेरियार का तमिलनाडु के इरोड में मसालों का विशाल बिज़नेस था। राज्य के बड़े व्यापारियों में थे। मैं तो उनके घर गया हूँ। बीसियों चमचमाती तलवारें
नेहरू गांधी परिवार के तीसरे वारिस फ़िरोज़ इंदिरा गांधी के पोते संजय मेनका गांधी के पुत्र राजीव सोनिया गांधी के भतीजे राहुल प्रियंका के छोटे भाई तीन बार के बीजेपी सांसद
@varungandhi80
को जन्मदिन की बधाई शुभकामनाएँ आशीर्वाद।ईश्वर आपको स्वस्थ सुखी सक्रिय दीर्घ जीवन प्रदान करें।💐🙏
एक परिचित ने सगर्व कहा वो कट्टर हिंदू हैं।मैंने टोका हिंदू होने की पहली शर्त उदार समावेशी होना है।आप कट्टर हिंदुत्ववादी तो हो सकते हैं पर कट्टर हिंदू या सनातनी नहीं।सनातनी हिंदू होने के लिए व्यक्ति का उदार होना ज़रूरी है जैसे तुलसी सूर जैसे भक्त कवि व विवेकानंद गांधी जैसे विचारक।
संजय सिंह की जमानत से साफ़ है कि उनके ख़िलाफ़ मज़बूत सबूत नहीं हैं।शायद इसीलिए प्रवर्तन निदेशालय ने जमानत का विरोध नहीं किया।संजय के दोष निर्दोष का फ़ैसला अदालत से होगा लेकिन निस्संदेह
@SanjayAzadSln
जनहित के मुद्दे उठाने वाले एक जुझारू नेता हैं।लोकतंत्र में ऐसे नेता ज़रूरी हैं।
Kindly Help
@myogiadityanath
@CMOfficeUP
सिद्धार्थ नगर(यूपी) में गर्भवती (7 माह) महिला को ऑक्सीजन के साथ बेड की जरूरत है मदद करे...
Name- Neha dubey
F Age .26
Spo2...75
Need ox with bed in Siddharth Nagar
Attendant Name -9721919025 (गौतम दुबे)